नजरिया जीने का: स्मार्ट पेरेंटिंग टिप्स-शिशुओं और छोटे बच्चों, किंडरगार्टनर और अन्य

Najariya Jine Ka Smart Parenting Tips For  Toddler Teenagers

अगर आप पैरेंट हैं और आपके बच्चे स्कूल या नर्सरी का छात्र है तो फिर आपको स्मार्ट पेरेंटिंग टिप्स से परिचित होना काफी जरुरी है. जी हाँ, आज का दौर स्मार्टनेस का दौर है और सच यह भी है कि हमारे बच्चों की स्मार्टनेस और सफलता हीं पेरेंट्स की पेरेंटिंग का सर्टिफिकेट है और आप इससे इंकार नहीं कर सकते। भले हैं हम सभी पेरेंटिंग टिप्स का इस्तेमाल करने के दौरान काफी कॉन्फिडेंट रहते हैं और निश्चित ही इसका वजह भी है। हम सभी पेरेंट्स इस तथ्य से भली भांति वाकिफ हैं की आधुनिक समय में अगर आप र्स्माट पेरेंटिंग करते हैं, तो आपके बच्चों के साथ आपकी बॉन्डिंग भी और स्ट्रांग होगी और इसके लिए जरुरी है कि हम अपने बच्चों के लिए माता पिता के साथ ही उनके लिए दादा-दादी, नान-नानी, चाचा-चाची, बुआ आदि की भूमिका भी निभानी पड़ती है क्योंकि  अब पहले की तरह संयुक्त परिवार के तरह ये सभी उपलब्ध होते हैं है जो  बच्चों को सही और गलत के बारे में जानकारी देंगे. हालांकि सच यह भी है कि तब माता-पिता से कहीं ज्यादा बच्चे ग्रांड पेरेंट्स के साथ अटैच होते थे  अब न्यूक्लियर फैमिली में बच्चे माता-पिता के साथ रहते हैं और एक वहीं माध्यम होते हैं, जो उन्हें घर में सही और गलत के बारे में जानकारी देते हैं। जाहिर है कि इस बदलते परिवेश में स्मार्ट पेरेंटिंग (Smart parenting) की भी जरूरत ज्यादा जरुरी और महत्वपूर्ण हो चुकी है।

अगर आपके बच्चे ग्रो कर रहे हैं तो आपको ये जानकारी जरूर होनी चाहिए कि कैसे स्मार्ट पेरेंटिंग करनी चाहिए। इस आर्टिकल में इन्हीं बिंदुओं पर प्रकाश डाला गया है। स्मार्ट पेरेंटिंग (Smart parenting) के कुछ टिप्स जो आपकी मदद कर सकते हैं, आइये जानते हैं उनके बारे में।

बच्चों को हमेशा उदाहरण के आधार पर समझाएं

बच्चे अपने आस-पास के वयस्कों को देखकर सबसे अच्छा सीखते हैं और इसके लिए यह जरुरी है कि अपनी बातों को समझने के लिए एक्साम्प्ल का हमेशा प्रयोग करें । इसलिए, उस व्यवहार को मॉडल करना सुनिश्चित करें जो आप उनमें देखना चाहते हैं।

स्पष्ट अपेक्षाएँ निर्धारित करें: 

अपने बच्चों को बताएं कि व्यवहार, काम-काज और शिक्षा के मामले में आप उनसे क्या अपेक्षा करते हैं। अपनी अपेक्षाओं के प्रति स्पष्ट, सुसंगत और आयु-उपयुक्त रहें।

सकारात्मक सुदृढीकरण प्रदान करें:

 अपने बच्चों को अच्छा बनें और उनके प्रयासों के लिए उनकी प्रशंसा करें। सज़ा की तुलना में सकारात्मक सुदृढीकरण कहीं अधिक प्रभावी प्रेरक है।

विकल्पों की पेशकश करें: 

जब उचित हो, अपने बच्चों को नियंत्रण और स्वतंत्रता की भावना देने के लिए विकल्पों की पेशकश करें।

अपने बच्चों की बात सुनें: 

अपने बच्चों की बात सुनने और उनकी भावनाओं को समझने के लिए समय निकालें। उन्हें बताएं कि उनकी राय आपके लिए मायने रखती है।

एक साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिताएं:

 पारिवारिक गतिविधियों के लिए नियमित समय निर्धारित करना सुनिश्चित करें जिनका हर कोई आनंद लेता है। इसमें गेम खेलने से लेकर बाहर घूमने जाने तक कुछ भी शामिल हो सकता है।

अपना ख्याल रखें: 

अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखना महत्वपूर्ण है ताकि आप सबसे अच्छे माता-पिता बन सकें।

विशिष्ट टिप्स : शिशुओं और छोटे बच्चों के लिए:

  • एक सुरक्षित और प्रेमपूर्ण वातावरण बनाएं.
  • अपने बच्चे से अक्सर बात करें और गीत या गाना या राइम को शेयर ।
  • अपने बच्चे को किताबें पढ़ कर कहानी सुनाएँ  .
  • अपने बच्चे के साथ इंटरैक्टिव गेम खेलें।
  • अपने बच्चे को अन्वेषण और सीखने के लिए भरपूर अवसर प्रदान करें।
  • प्रीस्कूलर और किंडरगार्टनर के लिए:
  • अपने बच्चे को उनके सामाजिक और भावनात्मक कौशल विकसित करने में मदद करें।
  • अपने बच्चे को रचनात्मक और स्वतंत्र होने के लिए प्रोत्साहित करें।
  • सीमाएँ और सीमाएँ निर्धारित करें।
  • अपने बच्चे को समस्याओं को हल करना सीखने में मदद करें।
  • अपने बच्चे को स्वस्थ आदतों के बारे में सिखाएं।

स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए:

  • अपने बच्चे को अध्ययन की अच्छी आदतें विकसित करने में मदद करें।
  • अपने बच्चे को पाठ्येतर गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करें।
  • अपने बच्चे से नशीली दवाओं, शराब और सेक्स के बारे में बात करें।
  • अपने बच्चे को स्वस्थ संबंध बनाने में मदद करें।
  • अपने बच्चे को जिम्मेदारी और नागरिकता के बारे में सिखाएं।

किशारों के लिए:

  • अपने किशोर को अधिक स्वतंत्रता दें।
  • अपने किशोर की निजता का सम्मान करें।
  • एक अच्छा श्रोता होना।
  • मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करें.
  • अपने किशोर को बताएं कि आप उससे प्यार करते हैं और उसका समर्थन करते हैं।

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