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History Quiz with Answers: जानें भारत के बारे में यूनिक जानकारी

 


भारत का राष्ट्रीय ध्वज किसने डिजाइन किया था?

a) रवीन्द्रनाथ टैगोर

b) पिंगली वेंकैया

c) बाल गंगाधर तिलक

d) लाला लाजपत राय

उत्तर: b) पिंगली वेंकैया

भारत का स्वतंत्रता दिवस किस दिन मनाया जाता है?

a) 26 जनवरी

b) 2 अक्टूबर

c) 15 अगस्त

d) 14 नवंबर

उत्तर: c) 15 अगस्त

 भारत को स्वतंत्रता किस वर्ष मिली थी?

a) 1945

b) 1947

c) 1950

d) 1952

उत्तर: b) 1947

‘वंदे मातरम्’ गीत किसकी रचना है?

a) रवीन्द्रनाथ टैगोर

b) बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय

c) महात्मा गांधी

d) पिंगली वेंकैया

उत्तर: b) बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय

स्वतंत्र भारत में पहली डाक सेवा की शुरुआत कब हुई?

a) 1947

b) 1948

c) 1950

d) 1952

उत्तर: a) 1947

भारतीय ध्वज में हरे रंग का क्या अर्थ है?

a) साहस

b) शांति

c) विकास और उर्वरता

d) न्याय

उत्तर: c) विकास और उर्वरता

स्वतंत्रता दिवस पर पहली बार लाल किले पर भाषण देने वाले प्रधानमंत्री कौन थे?

a) पंडित नेहरू

b) लाल बहादुर शास्त्री

c) इंदिरा गांधी

d) मोरारजी देसाई

उत्तर: a) पंडित नेहरू

 किस देश ने 15 अगस्त 1947 को भारत के साथ स्वतंत्रता प्राप्त की?

a) श्रीलंका

b) पाकिस्तान

c) बांग्लादेश

d) म्यांमार

उत्तर: b) पाकिस्तान

स्वतंत्रता दिवस पर कौन सा राष्ट्रीय प्रतीक फहराया जाता है?

a) अशोक स्तंभ

b) राष्ट्रीय ध्वज

c) राष्ट्रीय पक्षी

d) राष्ट्रीय चिन्ह

उत्तर: b) राष्ट्रीय ध्वज

15 अगस्त 1947 को भारत के पहले प्रधानमंत्री कौन बने?

a) महात्मा गांधी

b) डॉ. राजेंद्र प्रसाद

c) जवाहरलाल नेहरू

d) सरदार पटेल

उत्तर: c) जवाहरलाल नेहरू

 भारत का राष्ट्रीय ध्वज किसने डिजाइन किया था?

a) रवीन्द्रनाथ टैगोर

b) पिंगली वेंकैया

c) बाल गंगाधर तिलक

d) लाला लाजपत राय

उत्तर: b) पिंगली वेंकैया

 ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ कब शुरू हुआ था?

a) 1940

b) 1941

c) 1942

d) 1943

उत्तर: c) 1942

भारतीय राष्ट्रीय गान ‘जन गण मन’ के रचयिता कौन हैं?

a) बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय

b) रवीन्द्रनाथ टैगोर

c) पंडित नेहरू

d) महात्मा गांधी

उत्तर: b) रवीन्द्रनाथ टैगोर

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री कहाँ से भाषण देते हैं?

a) संसद भवन

b) इंडिया गेट

c) लाल किला

d) राष्ट्रपति भवन

उत्तर: c) लाल किला

15 अगस्त 1947 को भारत के पहले प्रधानमंत्री कौन बने?

a) महात्मा गांधी

b) जवाहरलाल नेहरू

c) डॉ. राजेंद्र प्रसाद

d) सरदार पटेल

उत्तर: b) जवाहरलाल नेहरू

भारतीय राष्ट्रीय गान ‘जन गण मन’ के रचयिता कौन हैं?

a) बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय

b) रवीन्द्रनाथ टैगोर

c) पंडित नेहरू

d) महात्मा गांधी

उत्तर: b) रवीन्द्रनाथ टैगोर

‘भारत छोड़ो आंदोलन’ कब शुरू हुआ था?

a) 1940

b) 1941

c) 1942

d) 1943

उत्तर: c) 1942

स्वतंत्र भारत में पहले राष्ट्रपति के रूप में किसने शपथ ली?

a) डॉ. राजेंद्र प्रसाद

b) पंडित नेहरू

c) सी. राजगोपालाचारी

d) मौलाना आज़ाद

उत्तर: a) डॉ. राजेंद्र प्रसाद

स्वतंत्रता के समय भारत का राष्ट्रगान आधिकारिक रूप से कब अपनाया गया?

a) 15 अगस्त 1947

b) 26 जनवरी 1950

c) 24 जनवरी 1950

d) 2 अक्टूबर 1947

उत्तर: c) 24 जनवरी 1950

15 अगस्त 1947 को भारत का पहला डाक टिकट किस विषय पर था?

a) राष्ट्रीय ध्वज

b) अशोक स्तंभ

c) महात्मा गांधी

d) इंडिया पोस्ट

उत्तर: a) राष्ट्रीय ध्वज


15 अगस्त 1947 को पहली बार राष्ट्रीय ध्वज किसने फहराया था?

a) महात्मा गांधी

b) पंडित नेहरू

c) डॉ. राजेंद्र प्रसाद

d) मौलाना अबुल कलाम आज़ाद

उत्तर: b) पंडित नेहरू

स्वतंत्रता के समय भारत का विभाजन किस अधिनियम के तहत हुआ था?

a) भारत शासन अधिनियम 1935

b) भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम 1947

c) भारतीय परिषद अधिनियम 1909

d) मॉण्टेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधार 1919

उत्तर: b) भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम 1947

स्वतंत्र भारत के पहले रक्षा मंत्री कौन थे?

a) बलदेव सिंह

b) सरदार पटेल

c) बी. आर. अंबेडकर

d) मौलाना आज़ाद

उत्तर: a) बलदेव सिंह

15 अगस्त 1947 को प्रधानमंत्री का पहला भाषण किस नाम से प्रसिद्ध है?

a) “ट्रिस्ट विद डेस्टिनी”

b) “भारत के नाम संदेश”

c) “सपनों का भारत”

d) “आजादी का संकल्प”

उत्तर: a) “ट्रिस्ट विद डेस्टिनी”

स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री कहाँ से भाषण देते हैं?

a) संसद भवन

b) इंडिया गेट

c) लाल किला

d) राष्ट्रपति भवन

उत्तर: c) लाल किला

‘वंदे मातरम्’ गीत किसकी रचना है?

a) रवीन्द्रनाथ टैगोर

b) बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय

c) महात्मा गांधी

d) पिंगली वेंकैया

उत्तर: b) बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय

किस देश ने 15 अगस्त 1947 को भारत के साथ स्वतंत्रता प्राप्त की?

a) श्रीलंका

b) पाकिस्तान

c) बांग्लादेश

d) म्यांमार

उत्तर: b) पाकिस्तान

राष्ट्रीय ध्वज में सफेद रंग का क्या अर्थ है?

a) शांति और सत्य

b) साहस और बलिदान

c) समृद्धि और विकास

d) दृढ़ संकल्प

उत्तर: a) शांति और सत्य

स्वतंत्र भारत के पहले गवर्नर जनरल कौन थे?

a) लॉर्ड माउंटबैटन

b) डॉ. राजेंद्र प्रसाद

c) सी. राजगोपालाचारी

d) सरदार पटेल

उत्तर: a) लॉर्ड माउंटबैटन

‘पूर्ण स्वराज’ का प्रस्ताव कब पारित हुआ था?

a) 1928

b) 1929

c) 1930

d) 1931

उत्तर: b) 1929

‘करो या मरो’ का नारा किस आंदोलन में दिया गया था?

a) असहयोग आंदोलन

b) स्वदेशी आंदोलन

c) भारत छोड़ो आंदोलन

d) नमक सत्याग्रह

उत्तर: c) भारत छोड़ो आंदोलन

15 अगस्त 1947 को राष्ट्रीय ध्वज पहली बार कहाँ फहराया गया था?

a) संसद भवन

b) लाल किला

c) किंग्सवे कैंप, दिल्ली

d) राष्ट्रपति भवन

उत्तर: b) लाल किला

स्वतंत्रता दिवस का पहला मुख्य समारोह किसने आयोजित किया था?

a) राष्ट्रपति

b) प्रधानमंत्री

c) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

d) संविधान सभा

उत्तर: b) प्रधानमंत्री

अशोक चक्र में कितनी तीलियां होती हैं?

a) 22

b) 24

c) 26

d) 28

उत्तर: b) 24

भारत के अंतिम वायसराय कौन थे?

a) लॉर्ड वेवेल

b) लॉर्ड माउंटबैटन

c) सी. राजगोपालाचारी

d) डॉ. राजेंद्र प्रसाद

उत्तर: b) लॉर्ड माउंटबैटन

भारत की स्वतंत्रता के समय इंग्लैंड का प्रधानमंत्री कौन था?

a) विंस्टन चर्चिल

b) क्लेमेंट एटली

c) नेविल चेम्बरलिन

d) हेरॉल्ड मैकमिलन

उत्तर: b) क्लेमेंट एटली

स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपति का मुख्य कार्य क्या होता है?

a) ध्वजारोहण

b) राष्ट्र को संबोधित करना

c) भाषण देना

d) परेड निरीक्षण

उत्तर: b) राष्ट्र को संबोधित करना

स्वतंत्रता दिवस 2025 कौन सा होगा?

a) 77वां

b) 78वां

c) 79वां

d) 80वां

उत्तर: b) 78वां

15 अगस्त 1947 को भारत का पहला ध्वजारोहण किस समय हुआ था?

a) 12:00 मध्य रात्रि

b) सुबह 8:00 बजे

c) सुबह 9:00 बजे

d) 12:00 दोपहर

उत्तर: a) 12:00 मध्य रात्रि

स्वतंत्र भारत के पहले भारतीय गवर्नर जनरल कौन बने?

a) सी. राजगोपालाचारी

b) लॉर्ड माउंटबैटन

c) डॉ. राजेंद्र प्रसाद

d) पंडित नेहरू

उत्तर: a) सी. राजगोपालाचारी

15 अगस्त को किस देश का स्वतंत्रता दिवस भी मनाया जाता है?

a) सिंगापुर

b) कोरिया

c) बहरीन

d) उपरोक्त सभी

उत्तर: d) उपरोक्त सभी

स्वतंत्रता दिवस पर होने वाली गार्ड ऑफ ऑनर में कितनी बंदूकें सलामी देती हैं?

a) 17

b) 21

c) 24

d) 31

उत्तर: b) 21

भारत में पहली बार “स्वतंत्रता दिवस” (ब्रिटिश शासन के खिलाफ) कब मनाया गया था?

a) 1929

b) 1930

c) 1931

d) 1932

उत्तर: b) 1930

स्वतंत्रता दिवस के दौरान लाल किले पर होने वाली परेड में कौन-सा दस्ते की अगुवाई करता है?

a) सेना

b) नौसेना

c) वायुसेना

d) तीनों सेनाओं का संयुक्त दस्ता

उत्तर: d) तीनों सेनाओं का संयुक्त दस्ता

स्वतंत्र भारत में पहले सूचना एवं प्रसारण मंत्री कौन थे?

a) बी.वी. केसकर

b) पंडित नेहरू

c) सरदार पटेल

d) मौलाना अबुल कलाम आज़ाद

उत्तर: d) मौलाना अबुल कलाम आज़ाद

स्वतंत्रता के समय भारत में कुल कितने प्रांत थे?

a) 11

b) 14

c) 17

d) 21

उत्तर: c) 17

स्वतंत्र भारत का पहला गणतंत्र दिवस किस तारीख को मनाया गया?

a) 15 अगस्त 1947

b) 26 जनवरी 1950

c) 26 नवंबर 1949

d) 2 अक्टूबर 1950

उत्तर: b) 26 जनवरी 1950

स्वतंत्रता के समय भारतीय संविधान का मसौदा तैयार करने वाली समिति के अध्यक्ष कौन थे?

a) डॉ. राजेंद्र प्रसाद

b) डॉ. भीमराव अंबेडकर

c) पंडित नेहरू

d) के.एम. मुंशी

उत्तर: b) डॉ. भीमराव अंबेडकर

स्वतंत्र भारत के पहले विदेश मंत्री कौन थे?

a) पंडित नेहरू

b) मौलाना अबुल कलाम आज़ाद

c) वी.के. कृष्ण मेनन

d) सरदार पटेल

उत्तर: a) पंडित नेहरू

भारत की आज़ादी का निर्णय लेने वाला ब्रिटिश प्रधानमंत्री कौन था?

a) विंस्टन चर्चिल

b) क्लेमेंट एटली

c) स्टेनली बॉल्डविन

d) नेविल चेम्बरलिन

उत्तर: b) क्लेमेंट एटली

15 अगस्त 1947 को रेडियो पर पहला आधिकारिक संदेश किसने दिया था?

a) महात्मा गांधी

b) पंडित नेहरू

c) लॉर्ड माउंटबैटन

d) डॉ. राजेंद्र प्रसाद

उत्तर: b) पंडित नेहरू

स्वतंत्रता दिवस पर अशोक चक्र का रंग कौन सा होता है?

a) लाल

b) नीला

c) हरा

d) काला

उत्तर: b) नीला

स्वतंत्र भारत के पहले रेल मंत्री कौन थे?

a) जॉन मथाई

b) लाल बहादुर शास्त्री

c) सी. राजगोपालाचारी

d) के.एम. मुंशी

उत्तर: a) जॉन मथाई

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना कब हुई थी?

a) 1875

b) 1885

c) 1890

d) 1901

उत्तर: b) 1885

स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री द्वारा फहराए जाने वाला ध्वज किस आकार का होता है?

a) 3:2

b) 2:3

c) 4:3

d) 5:3

उत्तर: a) 3:2

भारत छोड़ो आंदोलन के समय भारत के वायसराय कौन थे?

a) लॉर्ड लिनलिथगो

b) लॉर्ड माउंटबैटन

c) लॉर्ड वेवेल

d) लॉर्ड इरविन

उत्तर: a) लॉर्ड लिनलिथगो

स्वतंत्र भारत का पहला बजट किसने प्रस्तुत किया था?

a) आर.के. शनमुखम चेट्टी

b) सी.डी. देशमुख

c) मोरारजी देसाई

d) पंडित नेहरू

उत्तर: a) आर.के. शनमुखम चेट्टी

“स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है” नारा किसने दिया?

a) महात्मा गांधी

b) बाल गंगाधर तिलक

c) भगत सिंह

d) सुभाष चंद्र बोस

उत्तर: b) बाल गंगाधर तिलक


‘आजाद हिंद फौज’ की स्थापना किसने की?

a) भगत सिंह

b) सुभाष चंद्र बोस

c) चंद्रशेखर आज़ाद

d) रास बिहारी बोस

उत्तर: d) रास बिहारी बोस

भारतीय ध्वज में केसरिया रंग का क्या अर्थ है?

a) त्याग और साहस

b) शांति और एकता

c) बलिदान और वीरता

d) विकास और समृद्धि

उत्तर: a) त्याग और साहस

स्वतंत्रता दिवस 1947 के अवसर पर किस शहर में सबसे पहले राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया था?


a) दिल्ली

b) कोलकाता

c) मुंबई

d) इलाहाबाद

उत्तर: b) कोलकाता

स्वतंत्रता दिवस पर गार्ड ऑफ ऑनर में शामिल जवान किस यूनिफॉर्म में होते हैं?

a) खाकी

b) सफेद

c) नीली

d) कैमोफ्लाज

उत्तर: b) सफेद


Daily GK Current Affairs: मन की बात के कार्यक्रम पर आधारित MCQ Quiz, व्याख्या के साथ


संकलन: शिवम द्वारा 

Mann Ki Baat:  मन की बात प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आयोजित एक भारतीय रेडियो कार्यक्रम है जिसमें वे ऑल इंडिया रेडियो, डीडी नेशनल और डीडी न्यूज़ पर भारतीयों को संबोधित करते हैं। 3 अक्टूबर 2014 को कार्यक्रम का पहला शो प्रसारित हुआ जो आज दुनिया मे अपना इतिहास बना चुका है। इस कार्यक्रम के प्रस्तुतकर्ता प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी जी हैं जिसके माध्यम से वह  देश के नागरिकों के साथ बातचीत करते हैं और उनकी सोच, दृष्टिकोण और राष्ट्र के मुद्दों पर विचारों को साझा करते हैं।यह कार्यक्रम हर महीने के अंतिम रविवार को प्रसारित किया जाता है, जिसमें प्रधानमंत्री विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार साझा करते हैं. हम यहाँ पर लाएं हैं आपके लिए मन की बात में प्रधानमंत्री द्वारा उल्लेखित विभिन्न पर्सनलिटी और स्थान पर आधारित GK Quiz जो प्रतियोगिता परीक्षा कि तैयारी करने वाले उम्मीदवारों के लिए खास रूप से तैयार किया गया है। 


गडग जिला का संबंधी किस राज्य से है? 

  • कर्नाटका के गडग जिले के लोगों ने भी मिसाल कायम की है। कुछ साल पहले यहाँ के दो गाँव की झीलें पूरी तरह सूख गईं। एक समय ऐसा भी आया जब वहाँ पशुओं के पीने के लिए भी पानी नहीं बचा। 
  • धीरे-धीरे झील घास-फूस और झाड़ियों से भर गई। लेकिन गाँव के कुछ लोगों ने झील को पुनर्जीवित करने का फैसला किया और काम में जुट गए। 


Fit India Carnival

दिल्ली में एक और भव्य आयोजन ने लोगों को बहुत प्रेरणा दी है, जोश से भर दिया है। एक Innovative Idea के रूप में पहली बार Fit India Carnival का आयोजन किया गया। 

Rapper Hanumankind (हनुमान काइन्ड) 

 मशहूर Rapper Hanumankind (हनुमान काइन्ड) का नया Song “Run It Up” काफी Famous हो रहा है। इसमें कलारिपयट्टू, गतका और थांग-ता जैसी हमारी पारंपरिक Martial Arts को शामिल किया गया है। 

फगवा चौताल का संबंध किस राज्य से है?

यह फ़िजी का बहुत ही लोकप्रिय ‘फगवा चौताल’ है।  ये गीत और संगीत हर किसी में जोश भर देता है। यह फ़िजी का बहुत ही लोकप्रिय ‘फगवा चौताल’ है। 

Singapore Indian Fine Arts Society

यह एक संगठन है जो वर्षों से भारतीय संस्कृति को संरक्षित करने का कार्य कर रहा है। भारतीय नृत्य, संगीत और संस्कृति को संरक्षित करने में जुटे इस संगठन ने अपने गौरवशाली 75 साल पूरे किए हैं।

Textile waste

Textile waste से निपटने में कुछ शहर भी अपनी नई पहचान बना रहे हैं। हरियाणा का पानीपत textile recycling के global hub के रूप में उभर रहा है।

  • बेंगलुरू भी Innovative Tech Solutions से अपनी एक अलग पहचान बना रहा है। यहाँ आधे से ज्यादा Textile waste को जमा किया जाता है, जो हमारे दूसरे शहरों के लिए भी एक मिसाल है। 
  • इसी प्रकार तमिलनाडु का Tirupur Waste Water Treatment  और renewable energy के माध्यम से textile waste management में जुटा हुआ है।


2025 के योग दिवस का थीम क्या है?

साल 2025 के योग दिवस की theme रखी गई है, ‘Yoga for One Earth One Health’. यानि हम योग के जरिए पूरे विश्व को स्वस्थ बनाने की कामना करते हैं।

Somos India 

 Somos India नाम की team जिसके बारे मे प्रधान मंत्री ने चर्चा किया।  Spanish में इसका अर्थ है - We are India. यह टीम करीब एक दशक से योग और आयुर्वेद को बढ़ावा देने में जुटी है। उनका focus treatment के साथ-साथ educational programmes पर भी है। वे आयुर्वेद और योग से संबंधित जानकारियों को Spanish language में translate भी करवा रहे हैं। 

महुआ के फूल

  • मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में महुआ के फूल से cookies बनाए जा रहे हैं। 
  • राजाखोह गांव की चार बहनों के प्रयास से ये cookies बहुत लोकप्रिय हो रहे हैं। इन महिलाओं का जज्बा देखकर एक बड़ी company ने इन्हें factory में काम करने की training दी।
  •  तेलंगना के आदिलाबाद जिले में भी दो बहनों ने महुआ के फूलों से नया experiment किया है। वो इनसे तरह-तरह के पकवान बनाती हैं, जिन्हें लोग बहुत पसंद करते हैं। 

कृष्ण कमल

  • कृष्ण कमल एक शानदार फूल है जो गुजरात मे पाया जाता है। 
  •  गुजरात के एकता नगर में Statue of Unity के आसपास आपको ये कृष्ण कमल बड़ी संख्या में दिखेंगें।
  •  ये कृष्ण कमल एकता नगर के आरोग्य वन, एकता नर्सरी, विश्व वन और Miyawaki forest में आकर्षण का केंद्र बन चुके हैं। 


  •  श्री अब्दुल्ला अल-बारुन ने रामायण और महाभारत का अरबी में अनुवाद किया है का संबंध किस देश से है- कुवैत
  • एरलिंदा गार्सिआ (Erlinda Garcia) जो  युवाओं को भरतनाट्यम सिखा रही हैं और मारिया वालदेस (Maria Valdez) ओडिसी नृत्य का प्रशिक्षण दे रही हैं, उनका संबंधी किस देश से है- पेरू 

Deer Women के नाम से किसे बुलाया जाता है?

  • अनुराधा राव, अंडमान निकोबार-अनुराधा राव, अंडमान निकोबार का नाता अंडमान निकोबार आइलैंड से रहा है। अनुराधा जी ने कम उम्र में ही Animal Welfare के लिए खुद को समर्पित कर दिया था। तीन दशकों से उन्होंने हिरण और मोर की रक्षा को अपना mission बनाया। यहां के लोग तो उन्हें ‘Deer Woman’ के नाम से बुलाते हैं। 

कार्थुम्बी छाता का संबंधी किस राज्य से है-केरल 

  • कार्थुम्बी छाते’ को  तैयार किया जाता है केरला के अट्टापडी में  इन छातों को ‘वट्टालक्की सहकारी कृषि सोसाइटी’ की देखरेख में बनाया जाता है।

किस देश सरकार ने अपने National Radio पर हिन्दी मे एक विशेष कार्यक्रम शुरू किया?-कुवैत 


किस देश ने  गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर जी  को सम्मान  दिया है? 

  • तुर्कमेनिस्तान

तुर्कमेनिस्तान में इस साल मई में वहाँ के राष्ट्रीय कवि की 300वीं जन्म-जयंती मनाई गई। इस अवसर पर तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति ने दुनिया के 24 प्रसिद्ध कवियों की प्रतिमाओं का अनावरण किया। इनमें से एक प्रतिमा गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर जी की भी है। ये गुरुदेव का सम्मान है, भारत का सम्मान है।

Araku coffee का संबंध किस राज्य से है?

  • आंध्र प्रदेश 
  •  ये अपने rich flavor और aroma के लिए जानी जाती है।

कब्बन पार्क का संबंधी किस शहर से है- बेंगलुरू 

बेंगलुरू में एक पार्क है- कब्बन पार्क ! इस पार्क में यहाँ के लोगों ने एक नई परंपरा शुरू की है। यहाँ हफ्ते में एक दिन, हर रविवार बच्चे, युवा और बुजुर्ग आपस में संस्कृत में बात करते हैं। इतना ही नहीं, यहाँ वाद- विवाद के कई session भी संस्कृत में ही आयोजित किए जाते हैं। इनकी इस पहल का नाम है – संस्कृत weekend ! इसकी शुरुआत एक website के जरिए समष्टि गुब्बी जी ने की है। 

  • 30 जून को आकाशवाणी का संस्कृत बुलेटिन अपने प्रसारण के 50 साल पूरे कर रहा है। 

Firefly
  •  एक भारतीय space-tech start-up बेंगलुरू के Pixxel (पिक्सेल) ने भारत का पहला निजी satellite constellation – ‘Firefly’ (फायर-फ्लाई), सफलतापूर्वक launch किया है।

‘चिटे लुई’-मिज़ोरम 

  • मिज़ोरम की राजधानी आइजवाल में एक खूबसूरत नदी है ‘चिटे लुई’, जो बरसों की उपेक्षा के चलते, गंदगी और कचरे के ढेर में बदल गई |
  •  पिछले कुछ वर्षों में इस नदी को बचाने के लिए प्रयास शुरू हुए हैं |
  •  इसके लिए स्थानीय एजेंसियां, स्वयंसेवी संस्थाएं और स्थानीय लोग, मिलकर, save चिटे लुई action plan भी चला रहे हैं | 

Spacde Docking  करने वाला चौथा देश बना भारत 
  • जब अंतरिक्ष में दो spacecraft connect किए जाते हैं, तो, इस प्रक्रिया को Space Docking कहते हैं।
  • यह तकनीक अंतरिक्ष में space station तक supply भेजने और crew mission के लिए अहम है।
  •  भारत ऐसा चौथा देश बना है, जिसने ये सफलता हासिल की है।

Daily Current Affairs Complete GK Dose One Linear July 30, 2025

 



प्रलय मिसाइल

  • डीआरडीओ) ने ओडिशा तट से दूर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से प्रलय मिसाइल के दो सफल परीक्षण किए।

वैशाली, बिहार

  • बिहार के वैशाली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय एवं स्मारक स्तूप का उद्घाटन किया गया।
  • 1958 और 1962 के बीच हुई खुदाई के दौरान प्राप्त भगवान बुद्ध का अस्थि कलश संग्रहालय की पहली मंजिल पर स्थापित किया गया है।

अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस - 29 जुलाई

  • 2025 का विषय: "स्वदेशी लोगों और स्थानीय समुदायों को केंद्र में रखते हुए बाघों के भविष्य को सुरक्षित करना।"
  • भारत ने 2025 तक 58 बाघ अभयारण्यों के साथ बाघ संरक्षण को मज़बूत किया है।
  • भारत में बाघ अभयारण्यों की कुल संख्या 2014 में 46 से बढ़कर 2025 में 58 हो गई है।
  • अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस हर साल 29 जुलाई को मनाया जाता है और 2025 का विषय है "स्वदेशी लोगों और स्थानीय समुदायों को केंद्र में रखते हुए बाघों के भविष्य को सुरक्षित करना।"

भगवान बुद्ध की पवित्र पिपरहवा निशानियां 

  • भगवान बुद्ध की पवित्र पिपरहवा निशानियां 127 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद स्वदेश वापस आ गई हैं.
  •  पिपरहवा निशानियां 1898 में खोजी गई थीं, किंतु औपनिवेशिक काल के दौरान इन्हें भारत से बाहर ले जाया गया था।
  • इस वर्ष की शुरुआत में ये एक अंतरराष्ट्रीय नीलामी में यह सुनिश्चित करने के लिए काम किया कि ये स्वदेश वापस आ जाएं।

भरत लाल

  • "भारत में बाघ अभयारण्यों के झरने" पुस्तक के लेखक

डॉ. एस.पी. यादव

  • "भारत के बाघ अभयारण्यों के अंदर जल निकाय" पुस्तक के लेखक

आईसीजीएस अटल

  • यह एक तेज़ गश्ती पोत है। आईसीजीएस अटल
  • ये गश्ती नौकाएँ 52 मीटर लंबी हैं, 320 टन भार वहन करती हैं और उन्नत समुद्री निगरानी के लिए सुसज्जित हैं।

पूगा घाटी, लद्दाख 

  • लद्दाख की बर्फीली ऊंची घाटियों में स्थित पूगा घाटी में एक प्राकृतिक गर्म झरना पृथ्वी पर जीवन की शुरूआत के रहस्यों को समेटे हुए हो सकता है।
  •  भारतीय वैज्ञानिकों की एक टीम ने एक महत्वपूर्ण खोज की है,  जो न केवल पृथ्वी पर जीवन की उत्पत्ति के बारे में हमारी समझ को पुनः परिभाषित करेगी, बल्कि मंगल जैसे अन्य ग्रहों पर जीवन के जैव-संकेतों की खोज से संबंधित खगोलीय जैविक प्रक्रिया पर भी प्रकाश डालेगी।

सिमबेक्स-25

  • सिंगापुर-भारत समुद्री द्विपक्षीय अभ्यास (सिमबेक्स-25) के 32वें संस्करण का आयोजन सिंगापुर में।  
  • सिम्बेक्स भारत और सिंगापुर के बीच मजबूत नौसैनिक संबंधों का एक प्रमाण है, जो  एक साझा विजन को प्रदर्शित करता है।

डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन

  • महाराष्ट्र ने डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन के सम्मान में 'सतत कृषि दिवस' मनाने का निर्णय लिया है।

सीमा

  • एक एथलीट जो विश्व विश्वविद्यालय खेलों में 5000 मीटर दौड़ में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं।
  • खेलों का 32वां संस्करण जर्मनी के छह शहरों में आयोजित किया जा रहा है।

ऑपरेशन महादेव

  • यह कोडनेम है जिसके तहत सेना के पैरा कमांडो ने श्रीनगर के बाहरी इलाके में तीन आतंकवादियों को मार गिराया था।

साल्हेर किला: जिसका चर्चा प्रधान मंत्री ने मन की बात में किया, जाने इतिहास और विशेषता

Salher Fort history significance how to go facts in brief

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात के 124 वें संस्करण मे कुल 12 किलों का चर्चा किया है जिसे  UNESCO ने World Heritage Sites के रूप में मान्यता दिया है। UNESCO ने जिन 12 मराठा किलों को World Heritage Sites के रूप में मान्यता दिया है, उनमे शामिल है सलहेर या साल्हेर किला (Salher Fort) का किला। आइए जानते हैं कि सलहेर के का क्या है विशेषता जिसके कारण UNESCO ने इसे World Heritage Sites के रूप में मान्यता दिया है। 

साल्हेर किला (Salher Fort) महाराष्ट्र के नासिक ज़िले में स्थित एक ऐतिहासिक और दर्शनीय स्थल है। सलहेर किला" नाम इसलिए पड़ा क्योंकि यह महाराष्ट्र के नासिक जिले की सतना तहसील के सलहेर गाँव के पास स्थित है। 

किला सह्याद्री पर्वतमाला में स्थित है और समुद्र तल से लगभग 5,141 फीट (1,567 मीटर) की ऊँचाई पर स्थित है, जो इसे महाराष्ट्र का सबसे ऊँचा किला बनाता है। 

साल्हेर किला महाराष्ट्र के नासिक जिले के बगलान तालुका में साल्हेर गाँव के पास स्थित एक ऐतिहासिक किला है । यह किला समुद्र तल से 1,567 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। साल्हेर किला साहसिक गतिविधियों के शौकीनों के लिए एक लोकप्रिय स्थल है।

1671 में यह किला महाराजा शिवाजी के नेतृत्व में था। 1672 में मुगलों ने इस किले पर हमला किया और यह लड़ाई मराठों ने जीत ली।

प्राचीन समय में यह किला शिलाहार वंश के अधीन था लेकिन 17वीं शताब्दी में यह किला शिवाजी महाराज के अधीन आया। साल्हेर किला खास तौर पर  ऐतिहासिक रूप से मराठा साम्राज्य और मुग़ल साम्राज्य के बीच संघर्ष का प्रमुख केंद्र रहा है।

1672 ई. में इस किले पर मराठों और मुगलों के बीच एक ऐतिहासिक युद्ध हुआ जिसे "साल्हेर का युद्ध" कहा जाता है। यह युद्ध मराठों की पहली बड़ी विजय थी जिसमें उन्होंने मुगलों को हराया।

किला न केवल एक ऐतिहासिक गाथा का प्रतीक है, बल्कि यह प्राकृतिक सौंदर्य और साहसिक अनुभव का संगम भी है। यह स्थान इतिहास, ट्रेकिंग और प्राकृतिक दृश्यों में रुचि रखने वालों के लिए एक आदर्श स्थल है।


विंबलडन 2025: विशेषताएँ, इतिहास और अन्य-Facts in Brief


विंबलडन वास्तव मे एक उपनगर अर्थात शहर है जो लंदन मे स्थित है। इसी के नाम पर टेनिस के सबसे प्रतिष्ठित विंबलडन चैंपियनशिप को जाना जाता है। यह दुनिया का सबसे पुराना टेनिस टूर्नामेंट है जो लंदन के विंबलडन स्थित ऑल इंग्लैंड लॉन टेनिस एंड क्रोकेट क्लब में प्रतिवर्ष आयोजित किया जाता है। पहला विंबलडन चैंपियनशिप 1877 में आयोजित किया गया था। यह चार ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंटों में से एक है, जो इस मामले मे सबसे अलग है कि यह  विशिष्ट रूप से ग्रास कोर्ट पर खेला जाता है जबकि बाकी अन्य टूर्नामेंट जैसे औसट्रेलियन ओपन, फ्रेंच ओपन और यू एस ओपन आर्टफिशल कोर्ट पर खेली जाती है।  

विंबलडन: जानें विशेषताएं 

क्या होती है ग्रास कोर्ट की विशेषताएँ

लॉन टेनिस टूर्नामेंट के ग्रेंड स्लैम मे विंबलडन एकमात्र ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट है जो ग्रास कोर्ट पर खेला जाता है, जिसे क्लासिक टेनिस कोर्ट की सतह माना जाता है।घास के मैदानों पर खेलना काफी थकान वाला होता है क्योंकि आर्टफिशल के अपेक्षा घास के मैंडर पर खेलने मे तेज़ और कम उछाल होता है, जिससे खिलाड़ियों को मज़बूत सर्व, आक्रामक नेट प्ले (सर्व-और-वॉली) और गेंद को नीचे रखने के लिए प्रभावी स्लाइस बैकहैंड का फ़ायदा मिलता है।

यह काफी तेज सतह वाले मैदान होते हैं क्योंकि यहाँ पर घास होने के कारण गेंद काफी कम उछलते हैं और गेंद नीचे की ओर फिसलती है, जिससे खिलाड़ियों को नीचे रहना पड़ता है और अपने शॉट उसी के अनुसार लगाने पड़ते हैं।

ग्रास कोर्ट पर खेलने मे  खिलाड़ियों को काफी मेहनत करना होता है क्योंकि ग्रैस कोर्ट पर खेलने के दौरान सर्व और वॉली पर ज़ोर देना होता होता है। 

विम्बलडन कि अन्य विशेषताओं मे यह भी शामिल है कि यहाँ पर पूरी तरह सफ़ेद ड्रेस कोड मे खिलाड़ियों को खेलना होता है।  यह सफेद ड्रेस कोड विक्टोरियन युग (1870 के दशक) से चली आ रही परंपरा है।

विजेताओं को ट्रॉफियों की प्रतिकृतियाँ प्राप्त होती हैं, जबकि मूल ट्रॉफियाँ ऑल इंग्लैंड क्लब संग्रहालय में प्रदर्शित रहती हैं।

विंबलडन, अपने समृद्ध इतिहास, अनूठी परंपराओं और विशिष्ट खेल शैली के साथ, टेनिस की दुनिया में एक विशेष स्थान रखता है, जो अपनी भव्यता, प्रतिस्पर्धी भावना और क्लासिक अपील के मिश्रण से खिलाड़ियों और प्रशंसकों दोनों को आकर्षित करता है।

  • पहली विंबलडन चैंपियनशिप 1877 में आयोजित की गई थी।
  • महिला चैंपियनशिप 1884 में शुरू की गई थी।
  • मिश्रित युगल और महिला युगल का उद्घाटन 1913 में हुआ था।
  • विंबलडन पहली बार 1968 में पेशेवर खिलाड़ियों के लिए खुला था।
  • 2020 में, COVID-19 महामारी के कारण टूर्नामेंट रद्द कर दिया गया था, जो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पहली बार रद्द किया गया था।
  • 2022 में, नियमित निर्धारित खेल पहली बार "मध्य रविवार" को हुआ।
  • रूसी और बेलारूसी खिलाड़ियों को बाहर करने के कारण ATP, ITF और WTA ने 2022 टूर्नामेंट के लिए रैंकिंग अंक नहीं दिए।
  • रूसी और बेलारूसी खिलाड़ियों पर से प्रतिबंध 31 मार्च, 2023 को हटा लिया गया।


इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक डिजिटल भुगतान पुरस्कार से सम्मानित: पाएं विस्तृत जानकारी

इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक डिजिटल भुगतान पुरस्कार से सम्मानित

अपने मजबूत क्षमताओं और उद्देश्यपूर्ण समावेशी, प्रौद्योगिकी-आधारित, नागरिक-केंद्रित बैंकिंग समाधान प्रदान करने की अटूट प्रतिबद्धता के बल पर इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) ने  प्रतिष्ठित डिजिटल भुगतान पुरस्कार 2024-25 प्राप्त किया है। केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारामन और पंकज चौधरी, राज्य मंत्री (वित्त) ने आईपीपीबी के एमडी एवं सीईओ श्री आर. विश्वेश्वरन और आईपीपीबी के सीजीएम एवं सीएसएमओ श्री गुरशरण राय बंसल को सम्मानित किया। 

संचार मंत्रालय के डाक विभाग के तहत 100 प्रतिशत भारत सरकार के स्वामित्व वाली इकाई इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) ने यह पुरस्कार डिजिटल भुगतान और वित्तीय समावेशन के विस्तार में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्राप्त किया है। 

महत्वपूर्ण उपलब्धि: 

इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए प्रदर्शन सूचकांक में भारत में भुगतान बैंकों में पहला स्थान प्राप्त किया और वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए ‘विशेष उल्लेख’ पुरस्कार प्राप्त किया। यह छलांग आईपीपीबी की मजबूत क्षमताओं और उद्देश्यपूर्ण समावेशी, प्रौद्योगिकी-आधारित, नागरिक-केंद्रित बैंकिंग समाधान प्रदान करने की इसकी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

वित्तीय समावेशन को बड़े पैमाने पर आगे बढ़ाने के लक्ष्य से स्थापित, आईपीपीबी भारत में डिजिटल बैंकिंग के लिए सबसे बड़े प्लेटफार्मों में से एक के रूप में सामने आया है, जो डाक विभाग के नेटवर्क की बेजोड़ पहुंच का लाभ उठाता है। एक मजबूत तकनीक-संचालित वास्तुकला और 2 लाख से अधिक डाकियों और ग्रामीण डाक सेवकों द्वारा संचालित डोरस्टेप बैंकिंग मॉडल के साथ, आईपीपीबी देश के सबसे दूरदराज के इलाकों में भी डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण रहा है।

इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के एमडी एवं सीईओ- श्री आर. विश्वेश्वरन 

यह मान्यता बैंकिंग में शहरी-ग्रामीण अंतर को कम करने के आईपीपीबी के मिशन को रेखांकित करती है और नकदी-मुक्त, डिजिटल रूप से सशक्त अर्थव्यवस्था के सरकार के दृष्टिकोण में एक प्रमुख प्रवर्तक के रूप में इसकी भूमिका की पुष्टि करती है।

इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के बारे में

इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) की स्थापना डाक विभाग, संचार मंत्रालय के अंतर्गत की गई है, जिसकी 100 प्रतिशत इक्विटी भारत सरकार के स्वामित्व में है। आईपीपीबी की शुरुआत 1 सितंबर, 2018 को हुई थी। बैंक की स्थापना भारत में आम आदमी के लिए सबसे सुलभ, किफायती और भरोसेमंद बैंक बनाने के उद्देश्य से की गई है। इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक का मूल उद्देश्य बैंकिंग सेवाओं से वंचित और कम बैंकिंग सेवाओं से वंचित लोगों के लिए परेशानियों को दूर करना और डाक नेटवर्क का लाभ उठाते हुए अंतिम छोर तक पहुंचना है, जिसमें ~1,65,000 डाकघर (ग्रामीण क्षेत्रों में ~140,000) और ~3,00,000 डाक कर्मचारी शामिल हैं।

 आईपीपीबी की पहुंच और इसका संचालन मॉडल इंडिया स्टैक के प्रमुख स्तंभों पर आधारित है- सीबीएस-एकीकृत स्मार्टफोन और बायोमेट्रिक डिवाइस के माध्यम से ग्राहकों के दरवाजे पर सरल और सुरक्षित तरीके से पेपरलेस, कैशलेस और उपस्थिति-रहित बैंकिंग को सक्षम करना। किफायती नवाचार का लाभ उठाते हुए और आमजन के लिए बैंकिंग की आसानी पर अधिक ध्यान केंद्रित करते हुए, आईपीपीबी भारत के 5.57 लाख गांवों और कस्बों में 11 करोड़ ग्राहकों को 13 भाषाओं में उपलब्ध सहज इंटरफेस के माध्यम से आसान और किफायती बैंकिंग समाधान प्रदान करता है।

SSC, Railway, UPSC, CUET जैसे परीक्षाओं मे पूछे गए पुस्तकों का कलेक्शन

प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कुछ प्रसिद्ध पुस्तकें और उनके लेखक एक महत्वपूर्ण टॉपिक हैं जिसमें से हर परीक्षा मे सवाल पूछे जाते हैं। हमने यहाँ पर प्रमुख लेखकों के पुस्तकों का संग्रह प्रस्तुत करने का प्रयास किया है जिनमें आजादी के समय से लेकर एतिहासिक  और अन्य दुनिया के दूसरे नेताओं के लेखकों के पुस्तकों का नाम और उनके लेखकों का नाम भी शामिल हैं जो विभिन्न परीक्षाओं मे पूछे गए हैं। 

  • India Divided : Rajendra Prasad 
  • In the Company of Women : Khushwant Singh 
  • In Search of Gandhi : Richard Attenborough
  • Gita Rahasya : Bal Gangadhar Tilak 
  • Hungry Stones : Rabindranath Tagore 
  • Ideology and Social Science : Andre Beteille 
  • India We Left : Hymphry Trevelyan 
  • Fury : Salman Rushdie 
  • I Too Had A Dream : Dr. Verghese Kurien
  • Great Tragedy : Z. A. Bhutto 
  • In Search of Identity : Anwar el-Sadat 
  • I Follow the Mahatma : K. M. Munshi 
  • Hind Swaraj : M. K. Gandhi
  • If I Am Assassinated : Z. A. Bhutto 
  • Freedom in Exile : Dalai Lama 
  • Gitanjali : Rabindranath Tagore 
  • Frozen Assets : P. G. Wodehouse
  • Hamlet : William Shakespeare
  • Flight to Parliament : Rajesh Pilot
  • Fortynine Days : Amrita Pritam 
  • Geet Govinda : Jaya Dev
  • Heir Apparent : Dr. Karan Singh 
  • Friends and Foes : Sheikh Mujibur Rehman
  • Gathering Storm : Winston Churchill  
  • Glass Palace : Amitabha Ghosh
  • Humour : Ben Johnson 
  • 100 Best Parliamentary Speeches–1947-97 : Dr. Subhash C. Kashyap 
  • Husband of a Fanatic : Amitava Kumar
  • I Muse; Therefore I Am : V. N. Narayanan
  • Indian Home Rule : M. K. Gandhi
  • India-Pakistan–History of Unsolved Conflicts : Lars Blinkenberg
  • From Rajpath to Lokpath : Vijaya Raje Scindia
  • Inside the CBI : Joginder Singh
  • Indomitable Spirit : Dr. A.P.J. Abdul Kalam
  • Gladiators : Arthur Koestler  
  •  The Sepoy Mutiny and revolt of 1857 - R.C Majumdar
  • 1857- The great Rebellion- Ashok Mehta
  • Civil Rebellion in the Indian Mutinies – 1857 -59-S.B Chaudhery
  • The Indian war of Independence-V.D Sawarkar 

झेलम नदी: महत्व, लंबाई उद्गम स्थल और अन्य रोचक जानकारी


मीडिया रेपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के मुजफ्फराबाद क्षेत्र में झेलम नदी के जलस्तर में अचानक और अप्रत्याशित वृद्धि से गंभीर चिंता पैदा हो गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार झेलम नदी के जलस्तर मे अचानक हुई वृद्धि के कारण बाढ़ की आशंका पैदा हो गई है। आइए जानते हैं कि झेलम नदी कहाँ से निकलती है, किन देशों के बीच बहती है और साथ ही इसके बारे मे अन्य रोचक जानकारी। 

झेलम नदी भारत और पाकिस्तान में बहने वाली एक प्रमुख नदी है जो कि समुद्र तल से लगभग 1,850 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह नदी सिंधु नदी की एक महत्वपूर्ण सहायक नदियों मे से एक है और ऐतिहासिक व सांस्कृतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। अगर आप पूर्व के इतिहास का अध्ययन करेंगे तो पाएंगे कि  ऋग्वेद और अन्य प्राचीन ग्रंथों  झेलम नदी को 'वितस्ता' (Vitasta) के नाम से उल्लेख मिलती है और ग्रीक में इसे "हाइडस्पेस" कहा जाता था। 

झेलम नदी की उत्पत्ति:

झेलम नदी की उत्पत्ति भारत के जम्मू और कश्मीर क्षेत्र में स्थित वेरिनाग (Verinag) से होती है। वेरिनाग एक सुंदर झरना है जो पिर पंजाल पर्वत श्रेणी (Pir Panjal Range) के पास स्थित है।यह जम्मू और कश्मीर में अनंतनाग जिले में स्थित है. यह नदी जम्मू-कश्मीर से बहती हुई पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में प्रवेश करती है और चिनाब नदी में मिल जाती है.  इसकी सहायक नदियों मे  नीलम नदी, किशनगंगा नदी शामिल है।  

यह स्थान समुद्र तल से लगभग 1,850 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है तथा इसकी लंबाई  725 किलोमीटर है। जहां तक  प्रवाह का सवाल है, झेलम नदी भारत में लगभग 400 किलोमीटर बहने के बाद यह नदी पाकिस्तान में प्रवेश करती है।मंगला डैम, जो झेलम पर बना है, पाकिस्तान का सबसे बड़ा बांधों में से एक है।

झेलम नदी की गहराई 

सिंधु फिर पश्चिम की ओर बहती है और दक्षिण और दक्षिण-पश्चिम की ओर मुड़कर खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में प्रवेश करती है, इस प्रक्रिया में नंगा पर्वत (26,660 फीट [8,126 मीटर]) के उत्तरी और पश्चिमी किनारों को घेरती हुई घाटियों में जाती है जो 15,000 से 17,000 फीट (4,600 से 5,200 मीटर) की गहराई और 12 से 16 मील (19 से 26 किमी) है। .

झेलम नदी प्रवाह

वेरिनाग से निकलकर झेलम नदी दक्षिण की ओर बहती है तथा श्रीनगर शहर के बीचों-बीच से होकर गुजरती है।यह डल झील और वुलर झील (Wular Lake) से भी होकर गुजरती है।

भारत मे लगभग 400 किलोमीटर बहने के बाद यह नदी पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में प्रवेश करती है। वहाँ से आगे बढ़ते हुए यह मंगला डैम (Mangla Dam) के पास एक विशाल जलाशय बनाती है। फिर आगे चलकर झेलम नदी पंजाब प्रांत में बहती है और अंततः पाकिस्तान में चिनाब नदी से मिल जाती है।

झेलम नदी का ऐतिहासिक महत्व:

अगर आप ऐतिहासिक दृष्टिकोण से देखेंगे तो झेलम नहीं की अपना महत्व और विशेषता है जो इसे इतिहास के पन्नों मे जगह दिलाती है। प्राचीन समय में झेलम के किनारे कई महत्वपूर्ण सभ्यताएँ बसी बसी हुई थी और इतिहास मे इनका उल्लेख भी मिलता है। इसके अतिरिक्त सिकंदर और भारतीय राजा पोरस (Porus) के बीच ऐतिहासिक हाइडेस्पीज का युद्ध (Hydaspes Battle) भी झेलम इसी नदी के किनारे लड़ा गया था।

मंगला बाँध

मंगला बाँध पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में झेलम नदी पर स्थित है। पाकिस्तान के मीरपुर जिले में झेलम नदी पर बना एक बहुउद्देशीय बांध है। यह दुनिया का सातवां सबसे बड़ा बांध है जिसका उपयोग सिंचाई और जलविद्युत उत्पादन के लिए किया जाता है। यह मंगला गाँव के पास स्थित है जिसके कारण इसका नाम मंगला बांध रखा गया है।

सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty): Five Facts You Need To Know


भारत और पाकिस्तान मे बीच बंटवारे मे सबकुछ का बंटवारा हुआ और इसमे नदियां भी अछूती नहीं रही। जी हाँ, 1947 में जब भारत का विभाजन हुआ, तब न सिर्फ ज़मीनें बंटी, बल्कि नदियों का प्रवाह भी दो देशों में बंट गया। आपको पता होनी चाहिए की भारत और पाकिस्तान की बीच उस समय कुल छह प्रमुख नदियाँ रहीं थी जिनमे शामिल है-

  • सिंधु,
  • झेलम,
  • चिनाब,
  • रावी,
  • व्यास,
  • सतलुज।

अगर गौर करें तो इनमें से तीन प्रमुख नदियां पाकिस्तान और तीन भारत मे बहती ही। पाकिस्तान मे बहने वाले नदियां है- सिंधु, झेलम, चिनाब। जबकि भारत से होकर  – पाकिस्तान से होकर बहती हैं, और बाकी तीन – रावी, व्यास, सतलुज – भारत के हिस्से में आती हैं।

इस संधि पर करांची में पाकिस्‍तान के तत्‍कालीन फिल्‍ड मार्शल मोहम्‍मद अयूब खान और भारत के तत्‍कालीन प्रधानमंत्री श्री जवाहरलाल नेहरू एवं विश्‍व बैंक के श्री डब्‍लू, ए. बी. इलिफ द्वारा 19 सितम्‍बर, 1960 को हस्‍ताक्षर किया गया ।

समस्या यह थी कि इन सभी नदियों का स्रोत भारत में था, और जाहिर है कि पाकिस्तान डरता था कि भारत कभी भी पानी रोककर उसकी खेती को बर्बाद कर सकता है।

1948 में भारत ने पाकिस्तान को चेतावनी दी और कुछ समय के लिए नदियों का पानी रोक भी दिया।

विश्व बैंक (उस समय इसे "इंटरनेशनल बैंक फॉर रिकंस्ट्रक्शन एंड डेवलपमेंट" कहा जाता था) ने दोनों देशों के बीच मध्यस्थता का प्रस्ताव दिया।

8 साल तक चली बातचीत के बाद, अंततः 19 सितंबर 1960 को कराची में भारत के प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब ख़ान ने एक ऐतिहासिक संधि पर हस्ताक्षर किए – यही थी सिंधु जल संधि।

संधि के मुख्य बिंदु

पानी का बंटवारा:

  • पूर्वी नदियाँ (रावी, सतलुज, व्यास) – इनका पूरा जल भारत को दिया गया।
  • पश्चिमी नदियाँ (सिंधु, झेलम, चिनाब) – इनका 80% से अधिक जल पाकिस्तान को उपयोग करने का अधिकार मिला, लेकिन भारत इन नदियों का सीमित उपयोग (जैसे सिंचाई, जलविद्युत परियोजनाएँ) कर सकता है।
  • निगरानी व्यवस्था के अंतर्गत दोनों देशों ने एक स्थायी सिंधु आयोग (Permanent Indus Commission) बनाया, जिसमें दोनों तरफ से एक-एक आयुक्त होता है।


अगर दोनों देशों के बीच किसी प्रकार का कोई विवाद होता है, तो पहले दोनों आयुक्त मिलकर सुलझाते हैं।

समाधान न होने पर विश्व बैंक, मध्यस्थता या अंतरराष्ट्रीय अदालत में मामला जाता है।

इस संधि की विशेषताएँ

  • यह अब तक की सबसे स्थायी जल संधियों में से एक है।
  • तीन युद्धों के बावजूद (1965, 1971, 1999) यह संधि कभी समाप्त नहीं हुई।


बोंगोसागर 2025: भारत-बांग्लादेश नौसेना का संयुक्त अभ्यास, जानें खास बातें


भारत-बांग्लादेश नौसैन्य अभ्यास बोंगोसागर 2025 और एक समन्वित गश्त का आयोजन इस सप्ताह बंगाल की खाड़ी में किया गया। इस अभ्यास में भारतीय नौसेना की ओर से आईएनएस रणवीर और बांग्लादेश की नौसेना की तरफ से बीएनएस अबू उबैदा ने भाग लिया।

इस अभ्यास से दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच आपसी सहभागिता व युद्धक क्षमता बढ़ी है और साझा समुद्री सुरक्षा चुनौतियों के लिए सहयोगात्मक प्रतिक्रिया में आवश्यक प्रगति हुई है।

इस अभ्यास की प्रमुख गतिविधियों में सतह पर गोलीबारी, सामरिक युद्धाभ्यास, प्रक्रियागत पुनःपूर्ति कार्रवाई, विजिट-बोर्ड-सर्च-सीजर (वीबीएसएस) क्रॉस बोर्डिंग, संचार अभ्यास, ऑप्स टीम और जूनियर अधिकारियों के लिए व्यावसायिक विषयों तथा स्टीम पास्ट पर प्रश्नोत्तरी सहित कई महत्वपूर्ण ऑपरेशन शामिल थे।

इस अभ्यास ने दोनों देशों की नौसेनाओं को निर्बाध समुद्री संचालन हेतु सामरिक योजना, समन्वय और सूचना साझाकरण में घनिष्ठ संबंध विकसित करने का अवसर प्रदान किया। इस अभ्यास से दोनों नौसेनाओं के बीच समन्वय एवं आत्मविश्वास का विस्तार हुआ है, जिससे साझा नौसैन्य संचालन करने व समुद्र में उभरते खतरों के खिलाफ तेजी से और प्रभावी ढंग से सामना करने की क्षमता में सुधार हुआ है।

दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच नौसैन्य संचालन में बढ़ा हुआ तालमेल, वास्तव में इस क्षेत्र के लिए सुरक्षा और स्थिरता के प्रति वैश्विक सुरक्षा चुनौतियों का मुकाबला करने की साझा प्रतिबद्धता का प्रमाण है, जो भारत की समुद्र में सभी की सुरक्षा एवं विकास (सागर) पहल को बढ़ावा देता है।

INIOCHOS 25: भारतीय वायु सेना का अभ्यास का आयोजन ग्रीस मे होगा-Facts in Brief


भारतीय वायु सेना (आईएएफ) हेलेनिक वायु सेना द्वारा ग्रीस के एंड्राविडा एयर बेस मे आयोजित होने वाले प्रतिष्ठित बहुराष्ट्रीय वायु अभ्यास इनीयोकॉस-25  मे हिस्सा लेगी। यह अभ्यास 31 मार्च 2025 से 11 अप्रैल 2025 तक ग्रीस के एंड्राविडा एयर बेस पर होगा। भारतीय वायुसेना के दल में एसयू-30 एमकेआई लड़ाकू विमानों के साथ-साथ लड़ाकू क्षमता वाले आईएल-78 और सी-17 विमान शामिल होंगे।

मुख्य उदेश्य 

इनीयोकॉस हेलेनिक वायु सेना द्वारा आयोजित एक द्विवार्षिक बहुराष्ट्रीय वायु अभ्यास है। यह वायु सेनाओं के लिए अपने कौशल को निखारने, सामरिक ज्ञान का आदान-प्रदान करने और सैन्य संबंधों को मजबूत करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है।  एंड्राविडा से संचालित सभी ऑपरेशनों से भारतीय वायुसेना की भागीदारी न केवल इसकी परिचालन क्षमताओं को मजबूत करेगी अपितु भाग लेने वाले देशों के बीच आपसी सीखने और बेहतर समन्वय में भी योगदान देगी।

इस अभ्यास में वास्‍तविक युद्ध परिदृश्यों के अन्‍तर्गत पंद्रह देशों की कई वायु और सतही इकाइयां शामिल होंगी। इसे आधुनिक समय की हवाई युद्ध चुनौतियों का अनुकरण करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

सहयोग, तालमेल और अंतर-संचालन की रणनीति का अभ्यास 

भारतीय वायुसेना को अभ्यास इनीयोकॉस 25 में भाग लेने की उम्मीद है। यह भाग लेने वाली वायु सेनाओं के बीच अंतर्राष्ट्रीय सहयोग, तालमेल और अंतर-संचालन को बढ़ाने का एक मंच है। यह अभ्यास संयुक्त वायु संचालन की योजना बनाने और उसे क्रियान्वित करने, जटिल वायु युद्ध परिदृश्यों में रणनीति को परिष्कृत करने और परिचालन संबंधी सर्वोत्तम प्रणालियों में अंतर्दृष्टि प्राप्त करने का अवसर प्रदान करेगा। एंड्राविडा से संचालित सभी ऑपरेशनों से भारतीय वायुसेना की भागीदारी न केवल इसकी परिचालन क्षमताओं को मजबूत करेगी अपितु भाग लेने वाले देशों के बीच आपसी सीखने और बेहतर समन्वय में भी योगदान देगी।

इनीयोकॉस-25 में भारतीय वायुसेना की भागीदारी वैश्विक रक्षा सहयोग और परिचालन उत्कृष्टता के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। यह अभ्यास भारत की रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करेगा-और मित्र देशों के साथ संयुक्त अभियानों में इसकी क्षमताओं को बढ़ाएगा।

डेजर्ट हंट-2025 अभ्‍यास: उभरती सुरक्षा चुनौतियों को समर्पित अभ्यास-Facts in Brief

Exercise Desert Hunt exercise facts in brief

डेजर्ट हंट-2025 जो कि भारतीय वायु सेना द्वारा आयोजित किया जाता है, 24 से 28 फरवरी 2025 तक वायु सेना स्टेशन, जोधपुर मे सम्पन्न हुआ। यह एक एकीकृत त्रि-सेवा विशेष बल अभ्यास का आयोजन है जिसका उद्देश्य उभरती सुरक्षा चुनौतियों के प्रति त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए तीन विशेष बल इकाइयों के बीच अंतर-संचालन, समन्वय और सामंजस्‍य को बढ़ाना है। 

डेजर्ट हंट-2025 : हिस्सा लेने वाले विशिष्ट फोर्स 

भारतीय वायु सेना ने 24 से 28 फरवरी 2025 तक वायु सेना स्टेशन, जोधपुर में डेजर्ट हंट-2025 नामक एक एकीकृत त्रि-सेवा विशेष बल अभ्यास का आयोजन किया। इस अभ्यास में भारतीय सेना के विशिष्ट पैरा (विशेष बल), भारतीय नौसेना के मरीन कमांडो और भारतीय वायु सेना के गरुड़ (विशेष बल) ने एक कृत्रिम युद्ध वातावरण में एक साथ भागीदारी की।

डेजर्ट हंट-2025 : उद्देश्य 

इस जबरदस्‍त-तीव्रता वाले अभ्यास का उद्देश्य उभरती सुरक्षा चुनौतियों के प्रति त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए तीन विशेष बल इकाइयों के बीच अंतर-संचालन, समन्वय और सामंजस्‍य को बढ़ाना था। अभ्यास में हवाई संचालन, सटीक हमले, बंधक बचाव, आतंकवाद विरोधी अभियान, युद्ध मुक्त पतन और शहरी युद्ध परिदृश्य शामिल थे, जिसमें यथार्थवादी परिस्थितियों में बलों की युद्ध तत्परता का परखा गया।

वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने संयुक्त सिद्धांतों को मान्यता देते हुए अभ्यास की निगरानी के साथ-साथ निर्बाध अंतर-सेवा सहयोग के माध्यम से राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों की प्रतिबद्धता को बढ़ावा देने के‍ लिए एक मंच भी प्रदान किया।

Daily Current Affairs march 22 Complete GK Dose



मिजोरम ने किया एंथुरियम फूलों का निर्यात 

  • मिजोरम के बागवानी विभाग के सहयोग से आइजोल (मिजोरम) से सिंगापुर के लिए एंथुरियम फूलों की पहली खेप को सफलतापूर्वक रवाना किया।
  • 50 नालीदार बक्सों में पैक किए गए 1,024 एंथुरियम फूलों (वजन 70 किलोग्राम) वाली इस खेप को आईवीसी एग्रोवेट प्राइवेट लिमिटेड ने आइजोल, मिजोरम से कोलकाता के रास्ते सिंगापुर भेजा। 
  • एंथुरियम मिज़ोरम में उगाए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण फूलों में से एक है, जो स्थानीय आर्थिक गतिविधि को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, खासकर महिलाओं सहित किसानों को लाभ पहुंचाता है।
  • वित्त वर्ष 2023-2024 में भारत का पुष्प उत्पादन निर्यात 86.62 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया।
भारत-इटली सैन्य सहयोग समूह (एमसीजी) की 13वीं बैठक रोम में

  • भारत-इटली सैन्य सहयोग समूह (एमसीजी) की 13 वीं बैठक 20-21 मार्च 2025 को, इटली की राजधानी रोम में सफलतापूर्वक आयोजित की गई। 
देश की एक अरब टन कोयला उत्पादन की ऐतिहासिक उपलब्धि 

  • भारत ने कोयला उत्पादन में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है, जो वित्त वर्ष 2024-25 में 20 मार्च, 2025 को एक बिलियन टन (बीटी) को पार कर गया।
  • कोयला क्षेत्र की सफलता का श्रेय कोयला क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों (पीएसयू), निजी क्षेत्र के दिग्गजों और 350 से अधिक कोयला खदानों में कार्यरत लगभग 5 लाख खदान श्रमिकों के अथक प्रयासों को जाता है।
  • भारत अपनी ऊर्जा आवश्यकता के लगभग 55 प्रतिशत के लिए कोयले पर निर्भर है,
  • देश की लगभग 74 प्रतिशत बिजली कोयला आधारित बिजली संयंत्रों द्वारा उत्पन्न की जाती है।

गुड़ की खेप को बांग्लादेश को निर्यात

  • मुजफ्फरनगर से 30 मीट्रिक टन (एमटी) जीआई-टैग वाले गुड़ की खेप को बांग्लादेश को निर्यात के लिए रवाना किया गया।

प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना: युवाओं का सशक्तिकरण, एक सक्षम करियर


भारत जनसांख्यिकीय लाभांश के मुहाने पर खड़ा है, जहां युवा आबादी देश की प्रगति को गति देने को तैयार है। इस क्षमता को पहचानते हुए, भारत सरकार ने 3 अक्टूबर, 2024 को प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (पीएमआईएस) शुरू की। इस दूरदर्शी पहल का उद्देश्य अगले पांच वर्ष में एक करोड़ युवा भारतीयों को देश की शीर्ष कंपनियों में 12-महीने का सशुल्क प्रशिक्षण प्रदान करना है, जिससे अकादमिक शिक्षा और उद्योग की मांगों के बीच की दूरी को खत्म किया जा सके।

यह मंच अब एक सरलीकृत पीएमआईएस पोर्टल के साथ-साथ एक समर्पित मोबाइल ऐप भी प्रदान करता है, जिससे उपयोगकर्ता आसानी से जिले, राज्य, क्षेत्र और स्थान के दायरे के अनुसार अवसरों को फिल्टर कर सकते हैं। इसकी आउटरीच और उपलब्धता को सुदृढ़ करते हुए, वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने 17 मार्च 2025 को आधिकारिक तौर पर पीएमआईएस के लिए समर्पित मोबाइल ऐप लॉन्च किया। उम्मीदवार ऐप के जरिए एक ही समय में तीन इंटर्नशिप के लिए भी आवेदन कर सकते हैं, जिससे उन्हें अधिक सुविधा मिलेगी। 

इसके अतिरिक्त, ऐप उपयोगकर्ताओं को कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय की ओर से शुरू किए गए रेफरल कार्यक्रम में भाग लेने की अनुमति देता है। पंजीकृत उपयोगकर्ता अन्य योग्य उम्मीदवारों को रेफर कर सकते हैं और पुरस्कार पा सकते हैं। रेफरल कार्यक्रम पीएमआईएस वेब पोर्टल पर भी मौजूद है। पीएमआईएस ऐप इंटर्नशिप को और अधिक सुलभ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जिससे युवाओं को मूल्यवान अवसरों से आसानी से जुड़ने में मदद मिलेगी।

ऐप का लिंक- https://play.google.com/store/apps/details?id=com.mca.pm_internship

पायलट चरण में विस्तार - राउंड II (जनवरी-मार्च 2025)

राउंड I की सफलता के बाद, इंटर्नशिप पहल का राउंड II काफी हद तक बढ़ गया है, जिसमें सभी 735 जिलों में 1.18 लाख से अधिक इंटर्नशिप की पेशकश की गई है, जिसमें 327 प्रतिष्ठित कंपनियों की भागीदारी है, जिसमें राउंड I से आगे की भूमिकाएं भी शामिल हैं। अवसर ऑटोमोबाइल, पर्यटन और आतिथ्य, बैंकिंग और वित्त, विनिर्माण, धातु और खनन, एफएमसीजी, और अन्य जैसे विविध क्षेत्रों में फैले हुए हैं, जो विभिन्न शैक्षिक पृष्ठभूमि के उम्मीदवारों को पूरा करते हैं।


राउंड II के लिए इंटर्नशिप आवेदन खिड़की 31 मार्च, 2025 तक खुली है। पात्र उम्मीदवार नए मोबाइल ऐप या https://pminternship.mca.gov.in/ पर उपलब्ध पोर्टल के जरिए आवेदन कर सकते हैं।

इंटर्नशिप भूमिकाएं:

  • स्नातक (बीए, बीएससी, बीकॉम, बीबीए, बीसीए, आदि) के लिए 37,000
  • आईटीआई धारकों के लिए 23,000
  • डिप्लोमा धारकों के लिए 18,000
  • 12वीं उत्तीर्ण उम्मीदवारों के लिए 15,000
  • 10वीं उत्तीर्ण उम्मीदवारों के लिए 25,000


उद्योग में भागीदारी: भागीदार कंपनियों की सूची

पीएमआईएस कृषि, ऑटोमोटिव, विमानन और रक्षा, बैंकिंग और वित्त सेवाएं, सीमेंट और निर्माण सामग्री, रासायनिक उद्योग, परामर्श सेवाएं, विविध समूह, फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (एफएमसीजी), रत्न एवं आभूषण, स्वास्थ्य सेवा, आवास, बुनियादी ढांचा और निर्माण, आईटी और सॉफ्टवेयर विकास, चमड़ा और उत्पाद, विनिर्माण और औद्योगिक, मीडिया, मनोरंजन और शिक्षा, धातु और खनन, तेल, गैस और ऊर्जा, फार्मास्यूटिकल्स, खुदरा और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, खेल, दूरसंचार, कपड़ा विनिर्माण, पर्यटन और आतिथ्य जैसे विभिन्न क्षेत्रों में शीर्ष कंपनियों के साथ भागीदारी का दावा करता है। यह सहयोग सुनिश्चित करता है कि प्रशिक्षु अग्रणी कंपनियों में मूल्यवान एक्सपोजर और अनुभव प्राप्त करें।

कंपनियों की पूरी सूची 

(श्रोत PIB)

कैच द रेन - 2025: विश्व जल दिवस 22 मार्च- जानें क्या है जल शक्ति अभियान


विश्व जल दिवस हर साल 22 मार्च को मनाया जाता है जिसका मुख्य उदेशय लोगों को पानी के महत्व और इसकी कमी से निपटने के लिए आम लोगों की बीच जागरूकता पैदा करना है। वर्ष 1993 से हर साल इसे मनाया जाता है और प्रत्येक साल इसका थीम अलग-अलग विषयों और जरूरतों के हिसाब से तैयार किया जाता है। 
थीम 2025 : जल संचयन जन भागीदारी: जन जागरूकता की ओर

आज 22 मार्च 2025 को विश्व जल दिवस है और इस अवसर पर कैच द रेन - 2025 कार्यक्रम का आरंभ किया जा रहा है। जल शक्ति मंत्रालय, पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय और हरियाणा सरकार के सहयोग से 22 मार्च 2025 को विश्व जल दिवस पर बहुप्रतीक्षित जल शक्ति अभियान: कैच द रेन - 2025 का शुभारंभ करने जा रहा है। कार्यक्रम का आयोजन हरियाणा के पंचकूला के ताऊ देवी लाल स्टेडियम के मल्टीपर्पज हॉल में होगा। कार्यक्रम का उद्देश्य सामुदायिक भागीदारी और नवीन रणनीतियों के माध्यम से जल संरक्षण और प्रबंधन पर बल देना है।

"जल संचयन जन भागीदारी: जन जागरूकता की ओर" की थीम वाला यह अभियान जलवायु परिवर्तन और बढ़ती जल चुनौतियों के मद्देनजर जल सुरक्षा, वर्षा जल संचयन और भूजल पुनर्भरण के महत्व को रेखांकित करता है। यह पहल देश भर के 148 जिलों पर ध्यान केंद्रित करेगी। इससे जल संसाधनों के स्थायी प्रबंधन को सुनिश्चित करने में सरकारी एजेंसियों, समुदायों और हितधारकों के बीच अधिक तालमेल को बढ़ावा मिलेगा।

इस कार्यक्रम में हरियाणा के माननीय मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी, माननीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर. पाटिल, माननीय सिंचाई और जल संसाधन मंत्री, हरियाणा सहित कई प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहेंगे।

कार्यक्रम की मुख्य विशेषताएँ:

जल संरक्षण पर कलात्मक अभिव्यक्तियों को प्रदर्शित करने वाली एक पेंटिंग और मूर्तिकला प्रदर्शनी का लोकार्पण।

नदियों, झरनों और जंगलों के बीच पारिस्थितिक संबंध को मजबूत करने वाले ‘जल-जंगल-जन: एक प्राकृतिक बंधन अभियान’ का शुभारंभ।

वैज्ञानिक जल संसाधन प्रबंधन में सहायता करने वाली ‘मुख्यमंत्री जल संचय योजना’ और हरियाणा के लिए जल संसाधन एटलस का ई-लॉन्च।

जल संरक्षण में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रगतिशील किसानों, महिलाओं, जल उपयोगकर्ता संघों (डब्ल्यूयूए), उद्योगों और गैर सरकारी संगठनों को सम्मानित करने के लिए पुरस्कार समारोह।

हरियाणा में सामुदायिक स्वच्छता परिसर, तरल अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली, गोबरधन परियोजना और एक ठोस अपशिष्ट प्रबंधन शेड सहित अभिनव जल प्रबंधन परियोजनाओं का अनावरण।

उद्देश्य

जल शक्ति अभियान: कैच द रेन - 2025 का उद्देश्य जल संरक्षण के लिए राष्ट्रव्यापी जागरूकता और कार्रवाई को बढ़ावा देना है, जिससे ‘हर बूंद अनमोल’ के सपने को साकार किया जा सके। अभियान सभी नागरिकों से अभिनव समाधानों और जमीनी स्तर की भागीदारी के माध्यम से भारत के जल भविष्य को सुरक्षित करने में मिलकर काम करने का आह्वान करता है।

Republic Day 2025: जानें गणतंत्र दिवस परेड में आने वाले प्रमुख अतिथियों की लिस्ट-1950-2025

26 जनवरी 2024: जानें  गणतंत्र दिवस परेड  में आने वाले प्रमुख अतिथियों की लिस्ट(1950-2024)

भारत सरकार हर साल एक विदेशी नेता को गणतंत्र दिवस परेड के लिए आमंत्रित करती है। भारत एक स्वतंत्र, संप्रभु और लोकतांत्रिक देश है जिसने 26 जनवरी 1950 को अपना संविधान लागू किया था. भारत के एक गणराज्य बनने की खुशी में हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप मनाया जाता है.यह आमंत्रण भारत और उस देश के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए किया जाता है।  भारत में गणतंत्र दिवस समारोह के लिए 1950 से प्रत्येक वर्ष एक विदेशी गणमान्य व्यक्ति को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया जाता है। 
 इस वर्ष, 26 जनवरी 2025 को, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो मुख्य अतिथि होंगे।  भारत और इंडोनेशिया के बीच मधुर और मैत्रीपूर्ण संबंध सदियों से कायम हैं। इंडोनेशिया एक व्यापक रणनीतिक साझेदार के रूप में, भारत की ऐक्ट ईस्ट नीति और भारत-प्रशांत इलाके के भारत के विज़न का महत्वपूर्ण स्तंभ है।उल्लेखनीय है कि सुबियांतो भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लेने वाले चौथे इंडोनेशियाई राष्ट्रपति होंगे। गणतंत्र दिवस के अवसर पर अतिथियों को बुलाने की परंपरा का आरंभ 1950 मे हुआ था और तब  इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णो 1950 में भारत के पहले गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे। 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निमंत्रण पर, इंडोनेशिया गणराज्य के राष्ट्रपति महामहिम प्रबोवो सुबियांटो 25-26 जनवरी 2025 को भारत के राजकीय दौरे पर आएंगे। राष्ट्रपति प्रबोवो भारत के 76वें गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे। उलेखनिय है कि अक्टूबर 2024 में राष्ट्रपति का पदभार ग्रहण करने के बाद, राष्ट्रपति प्रबोवो का यह पहला भारत दौरा होगा।
 इसके पहले 75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर  फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन मेहमान रहे थे  यह छठी बार था जब कोई फ्रांसीसी नेता गणतंत्र दिवस समारोह में मुथ्य अतिथि रहे थे। इमैनुएल मैक्रों छठे फ्रांसीसी नेता रहे  जो 2024 गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि रहे . फ्रांस के पूर्व प्रधानमंत्री जैक्स शिराक ने 1976 और 1998 में दो बार इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई.


वर्ष-    अतिथि का नाम-देश

  • 1950-राष्ट्रपति सुकर्णो-इंडोनेशिया
  • 1951-राजा त्रिभुवन बीर बिक्रम शाह-नेपाल
  • 1952-कोई निमंत्रण नहीं
  • 1953-कोई निमंत्रण नहीं
  • 1954-राजा जिग्मे दोरजी वांगचुक-भूटान
  • 1955-गवर्नर-जनरल मलिक गुलाम मुहम्मद-पाकिस्तान
  • 1956-राजकोष के चांसलर आरए बटलर
  • मुख्य न्यायाधीश कोटारो तनाका-यूनाइटेड किंगडमजापान
  • 1957-रक्षा मंत्री जॉर्जी ज़ुकोव-सोवियत संघ
  • 1958-मार्शल ये जियानिंग-चीन
  • 1959-एडिनबर्ग के ड्यूक प्रिंस फिलिप-यूनाइटेड किंगडम
  • 1960-राष्ट्रपति क्लिमेंट वोरोशिलो-सोवियत संघ
  • 1961-क्वीन एलिजाबेथ II-यूनाइटेड किंगडम
  • 1962-प्रधान मंत्री विगो काम्पमैन-डेनमार्क
  • 1963-राजा नोरोडोम सिहानोक-कंबोडिया
  • 1964-चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ लॉर्ड लुईस माउंटबेटन-यूनाइटेड किंगडम
  • 1965-खाद्य एवं कृषि मंत्री राणा अब्दुल हामिद-पाकिस्तान
  • 1966-कोई निमंत्रण नहीं-
  • 1967-राजा मोहम्मद ज़हीर शाह-अफ़ग़ानिस्तान
  • 1968-प्रधान मंत्री एलेक्सी कोसिगिन-सोवियत संघ
  • राष्ट्रपति जोसिप ब्रोज़ टीटो एसएफआर यूगोस्लाविया
  • 1969-बुल्गारिया के प्रधान मंत्री टोडर ज़िवकोव बुल्गारिया
  • 1970-बेल्जियम के राजा बाउडौइन-बेल्जियम
  • 1971-राष्ट्रपति जूलियस न्येरेरे तंजानिया
  • 1972-प्रधान मंत्री शिवसागर रामगुलाम-मॉरीशस
  • 1973-राष्ट्रपति मोबुतु सेसे सेको-ज़ैरे
  • 1974-राष्ट्रपति जोसिप ब्रोज़ टीटो-एसएफआर यूगोस्लाविया
  • प्रधान मंत्री सिरिमावो रतवाटे डायस भंडारनायके-श्रीलंका
  • 1975-राष्ट्रपति केनेथ कौंडा-जाम्बिया
  • 1976-प्रधान मंत्री जैक्स शिराक-फ्रांस
  • 1977-प्रथम सचिव एडवर्ड गिरेक-पोलैंड
  • 1978-राष्ट्रपति पैट्रिक हिलेरी-आयरलैंड
  • 1979-प्रधान मंत्री मैल्कम फ़्रेज़र-ऑस्ट्रेलिया
  • 1980-राष्ट्रपति वैलेरी गिस्कार्ड डी’एस्टाइंग-फ्रांस
  • 1981-राष्ट्रपति जोस लोपेज़ पोर्टिलो-मेक्सिको
  • 1982-राजा जुआन कार्लोस प्रथम-स्पेन
  • 1983-राष्ट्रपति शेहु शगारी-नाइजीरिया
  • 1984-राजा जिग्मे सिंग्ये वांगचुक-भूटान
  • 1985-राष्ट्रपति राउल अल्फोन्सिन-अर्जेंटीना
  • 1986-प्रधान मंत्री एंड्रियास पापंड्रेउ-यूनान
  • 1987-राष्ट्रपति एलन गार्सिया-पेरू
  • 1988-राष्ट्रपति जुनियस जयवर्धने-श्रीलंका
  • 1989-महासचिव गुयेन वान लिन्ह-वियतनाम
  • 1990-प्रधान मंत्री अनिरुद्ध जुगनुथ-मॉरीशस
  • 1991-राष्ट्रपति मौमून अब्दुल गयूम-मालदीव
  • 1992-राष्ट्रपति मारियो सोरेस-पुर्तगाल
  • 1993-प्रधान मंत्री जॉन मेजर-यूनाइटेड किंगडम
  • 1994-प्रधान मंत्री गोह चोक टोंग-सिंगापुर
  • 1995-राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला-दक्षिण अफ्रीका
  • 1996-राष्ट्रपति डॉ. फर्नांडो हेनरिक कार्डोसो-ब्राज़िल
  • 1997-प्रधान मंत्री बासदेव पांडे-त्रिनिदाद और टोबैगो
  • 1998-राष्ट्रपति जैक्स शिराक-फ्रांस
  • 1999-राजा बीरेंद्र बीर बिक्रम शाह देव-नेपाल
  • 2000-राष्ट्रपति ओलुसेगुन ओबासंजो-नाइजीरिया
  • 2001-राष्ट्रपति अब्देलअज़ीज़ बुउटफ्लिका-एलजीरिया
  • 2002-राष्ट्रपति कसाम उतीम-मॉरीशस
  • 2003-राष्ट्रपति मोहम्मद खातमी-ईरान
  • 2004-राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा-ब्राज़िल
  • 2005-राजा जिग्मे सिंग्ये वांगचुक-भूटान
  • 2006-किंग अब्दुल्ला बिन अब्दुलअज़ीज़ अल-सऊद[ सऊदी अरब
  • 2007-राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन-रूस
  • 2008-राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी-फ्रांस
  • 2009-राष्ट्रपति नूरसुल्तान नज़रबायेव-कजाखस्तान
  • 2010-राष्ट्रपति ली म्युंग बाक-कोरियान गणतन्त्र
  • 2011-राष्ट्रपति सुसीलो बंबांग युधोयोनो-इंडोनेशिया
  • 2012-प्रधान मंत्री यिंगलक शिनावात्रा-थाईलैंड
  • 2013-भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक-भूटान
  • 2014-प्रधान मंत्री शिंजो आबे-जापान
  • 2015-राष्ट्रपति बराक ओबामा-संयुक्त राज्य अमेरिका
  • 2016-राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद-फ्रांस
  • 2017-क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद-संयुक्त अरब अमीरात
  • 2018-सभी दस आसियान देशों के प्रमुख
  • 2019-राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा-दक्षिण अफ्रीका
  • 2020-राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो-ब्राज़िल
  • 2021-प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन ( यात्रा रद्द)-यूनाइटेड किंगडम
  • 2022=
  • 2023-राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी-मिस्र
  • 2024-इमैनुएल मैक्रों -फ्रांस के राष्ट्रपति