जानें कैसे करें अपने महंगे फर्नीचर की देखभाल: एक्सपर्ट टिप्स
नजरिया जीने का: पॉजिटिव एप्रोच और डिसिप्लिन लाइफस्टाइल से पा सकते हैं डिप्रेशन से छुटकारा
शिवम द्वारा
नजरिया जीने का: डिप्रेशन और कुछ नहीं बल्कि मन की एक स्थिति है और इसे हमारे जीवन में टाला नहीं जा सकता है। इस तथ्य के बावजूद कि अवसाद की स्थिति से बचना थोड़ी मुश्किल हो सकती है, लेकिन यह इतना भी मुशिकल नहीं है जिसे हम अपने खुद की सोच को बदलकर उसे हरा नहीं सकते । हाँ, इसके लिए हमें अपने मन में यह बात बैठानी होगी कि मानसिक या शारीरिक रूप से लड़कर ही किसी भी चीज को हराया जा सकता है।
डिप्रेशन से लड़ने के लिए मजबूत मानसिक शक्ति की जरूरत होती है। एक कहावत है जो इस प्रकार है, "अपने दुश्मन को पूरी तरह से हराने के लिए, आपको अपने दुश्मन के बारे में सब कुछ पता होना चाहिए। अवसाद जीवन का एक चरण नहीं है, यह मन का एक चरण है जो केवल अधिक सोचने से आता है।"
यह हमारे मन से शुरू होता है और जिसके लिए हमें केवल अपने मन का उपयोग करने की आवश्यकता होती है, लेकिन हम इसमें अपने शरीर, जीवन और सब कुछ शामिल करते हैं। यह हमारे सोचने की गति को नि:संदेह नकारात्मक दिशा में बढ़ाने का काम करता है जिसका भविष्य और वर्तमान से कोई लेना-देना नहीं है।
जैसा कि वह जानता है कि एक बार जब हमने ऐसा करना शुरू कर दिया, तो हम अपने आप को समाप्त कर लेंगे। इसे हराने के लिए हमें अपने नित्य कर्म में लगना होगा, क्योंकि यही एकमात्र तरीका है जिससे हम अधिक सोचना बंद कर सकते हैं। हम किसी भी चीज के बारे में अनावश्यक रूप से सोचने लगते हैं जो हमें अवसाद की मानसिक जेल में ले जाती है।
आप जीवन के हर क्षेत्र की कई प्रमुख हस्तियों के जीवन से गुजर सकते हैं जो अपने कारणों से निराशा की स्थिति में फंस गए हैं। कारण व्यक्तिगत, पेशेवर, या अन्य हो सकते हैं लेकिन केवल एक चीज जो उस स्थिति से बाहर आने की जरूरत है वह है आपकी मानसिक स्थिति और सकारात्मक दृष्टिकोण तथा पॉजिटिव एप्रोच और डिसिप्लिन लाइफस्टाइल.
वास्तव में, अवसाद किसी भी प्रकार के कारणों का परिणाम हो सकता है लेकिन अंतिम तथ्य यह है कि यह केवल एक दिमागी डिसऑर्डर की तरह है जो दिमाग से हीं शुरू होता है और हमारे जीवन में गैर जरुरी और महत्वहीन मुद्दों को ज्यादा तवज्जो देता है।
जीवन में किसी भी फेज में अगर डिप्रेशन या चिंता की परेशानी अगर आपको लगती है तो इससे बचने के लिए सबसे पहले आपको खुद की देखभाल करने को महत्ता देनी चाहिए। इसके जरुरी है कि आप स्वस्थ और पौष्टिक खाना खायें और खुद को शारीरिक रूप से सक्रिय रखने के साथ ही भरपूर नींद लेने की कोशिश। अपने शौक पर ध्यान दें, जैसे संगीत, तैराकी, बागवानी या कोई अन्य गतिविधि जिसे आप पसंद करते हैं। अच्छी नींद आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए महत्वपूर्ण है और यह आपको ऐसी स्थिति से छुटकारा दिलाने में मदद करेगी।
प्रमुख विशेषज्ञों के अनुसार, मनोचिकित्सा व्यक्ति के लिए ऐसी स्थिति का इलाज करने का एक उपयुक्त तरीका है। अपने जीवन की अवसाद की स्थिति को नज़रअंदाज करना समझदारी नहीं होगी और आपको अपने मन में मोटिवेशनल और सकारात्मक विचारों के बावजूद अपनी स्थिति और संबंधित मुद्दों के बारे में मानसिक हेल्थ प्रोफेशनल से बात करके ऐसी स्थिति से लड़ना चाहिए।
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नोट: कृपया ध्यान दें कि लेख में उल्लिखित टिप्स/सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए हैं जो आपको उस मुद्दे के बारे में अपडेट रखने के लिए हैं जो आम लोगों से अपेक्षित है और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए/पालन नहीं करना चाहिए। हम अनुशंसा करते हैं और अनुरोध करते हैं कि यदि आपके पास विषय के संबंध में किसी भी चिकित्सा मामले के बारे में कोई विशिष्ट प्रश्न हैं तो हमेशा अपने चिकित्सक या पेशेवर स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श करें।
दिल्ली का दंगल: आप आदमी पार्टी और कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की लिस्ट पर भाजपा ने उठाये सवाल
आम आदमी पार्टी ने जो स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की है उनमें राजेन्द्र पाल गौतम भी हैं जों हिंदू देवी-देवताओं को ना ही मानते हैं और ना ही उन्हें पूजा करने की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि आज आम आदमी पार्टी हो या फिर कांग्रेस दोनों ने ऐसे स्टार प्रचारकों के नाम जारी किए हैं जिनके ऊपर मुकदमें चल रहे हैं या फिर जो हिंदू विरोधी मानसिकता से ग्रसित है।
गौरव भाटिया ने कहा कि एक तरफ केजरीवाल अपने मंत्री को बर्खास्त करके दिखावा करते हैं और दूसरी तरफ निगम चुनाव के लिए जब स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी होती है तो उसमें राजेन्द्र पाल गौतम का नाम भी शामिल हैं। इससे स्पष्ट है कि जो भी हिंदू देवी-देवताओं के लिए अपमानित शब्दों का प्रयोग करते है वह शब्द भले ही राजेन्द्र पाल गौतम के थे लेकिन सोच अरविंद केजरीवाल की हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल एक तरफ वक्फ बोर्ड में 100 करोड़ रुपये का दान देते हैं और दूसरी तरफ मंदिर के पुजारियों के साथ भेदभाव करते हैं।
गौरव भाटिया ने कहा कि कुछ इसी तरह से गोपाल इटालिया का नाम गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल किया गया है जबकि यह वही गोपाल इटालिया हैं जिनका कहना है कि मंदिर महिलाओं का शोषण करने का अड्डा है। अब ऐसे लोगों को स्टार प्रचारक के रुप में शामिल करके नफरत फैलाने का काम केजरीवाल ने किया है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल पहले कहते थे कि मेरी नानी कहती थी कि ढाचा तोड़कर बनाए हुए राम मंदिर में श्री राम नहीं बसते लेकिन अब कह रहे हैं कि राम लल्ला का दर्शन करने अगर किसी को जाना हो तो हम खुद करवा देंगे।
गौरव भाटिया ने कहा कि केजरीवाल का चुनाव आते ही हनुमान चालीसा का पाढ़ पढ़ना, हिंदू मंदिरों में जाना और फिर बाकी दिनों में अपने करीबियों को बोलकर हिंदू देवी देवताओं के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करवाने की नीति को दिल्ली जान चुकी हैं। उन्होंने कहा कि अपने विज्ञापनों में स्वास्तिक चिन्ह को झाड़ू से मारते हुए व्यक्ति की फोटो लगाकर पोस्ट करते हैं और दूसरी तरफ नोटों पर मां लक्ष्मी और गणेशजी की पूजा की बात करते हैं।
श्री गौरव भाटिया ने कहा कि राजनीति में जरुरी हो जाता है कि शब्दों की मार्यदा को पालन करना, लेकिन राष्ट्रपति के लिए अपशब्दों का प्रयोग किया जाना जनता देख चुकी है।
श्री भाटिया ने कहा इतना ही नहीं स्टार प्रचारकों के रुप में कांग्रेस ने जगदीश टाइटलर का नाम का भी ऐलान किया है जो 1984 सिख दंगों के प्रमुख दोषी है। उन्होंने कहा कि आज आम आदमी पार्टी हो या फिर कांग्रेस दोनों ने ऐसे स्टार प्रचारकों के नाम जारी किए हैं जिनके ऊपर मुकदमें चल रहे हैं या फिर जो हिंदू विरोधी मानसिकता से ग्रसित है।