दिल्ली का दंगल: 3 बार मुख्यमंत्री बनने के बावजूद जनलोकपाल गठन नही कर पाना अरविन्द केजरीवाल की सबसे बड़ी विफलता-कॉंग्रेस

 

कॉंग्रेस ने कहा है कि 12 साल पहले अरविन्द केजरीवाल ने जनलोकपाल को लाने और भ्रष्टाचार खत्म करने का वादा करके सरकार बनाई थी। जन लोकपाल का गठन न करने के कारण 49 दिनों में इस्तीफा दे दिया था।  तीन बार मुख्यमंत्री बनने के बावजूद भी जन लोकपाल का गठन नही कर पाए।

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव  ने कहा है  कि आखिर जनलोकपाल है कहाँ? 12 साल पहले अरविन्द केजरीवाल ने जनलोकपाल को लाने और भ्रष्टाचार खत्म करने का वादा करके सरकार बनाई थी। जन लोकपाल का गठन न करने के कारण 49 दिनों में इस्तीफा दे दिया था।  तीन बार मुख्यमंत्री बनने के बावजूद भी जन लोकपाल का गठन नही कर पाए।

उन्होंने कहा किदिल्ली की जनता आम आदमी पार्टी के भ्रष्टाचार और कुशासन की कार्यशैली को समझ चुकी है। भ्रष्टाचार के मामलों में इनके 18 विधायक, मंत्री, मुख्यमंत्री कब जेल जाते है, कब जेल से बाहर आते, इसका हिसाब किसी के पास नही। गैंगस्टर के साथ गठजोड़ और संलिप्ता के नरेश यादव को 2 साल की सजा हुई है नरेश बाल्यान को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरंक्षित दिल्ली सरकार का काम जनता का शोषण करना और लोगों को परेशान करने रह गया है। 

श्री देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्ली की कानून व्यवस्था बद से बदतर हो चुकी है। सत्ताधारी दल अपनी जिम्मेदारी निभाने की जगह दिल्ली को गैंगवार, गोलीबारी, अत्याचार, झपटमारी, अत्याचार, बलात्कार, यौन उत्पीड़न, साईबर क्राईम जैसे घिनौने अपराध झेलने के लिए बेसहारा छोड़ दिया है। महिलाएं असुरक्षित है, यहां तक पुलिसकर्मी तक की खुले आम हत्या हो रही है। भाजपा और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविन्द केजरीवाल दिल्ली की सुरक्षा करने में पूरी तरह नाकाम साबित हुए है।

कॉंग्रेस  ने कहा कि 12 साल पहले भ्रष्टाचार, महंगाई, बेरोजगारी को खत्म करने और कानून व्यवस्था को पूर्ण दुरस्त करने के वादे पर अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली की जनता बहका कर सरकार हथियाई थी। 11 साल बाद अब जनता सवाल पूछ रही है तो लगातार इनकी पोल खुल रही है। जनता के बीच जाने पर अरविन्द केजरीवाल का खुला विरोध हो रहा है, कल वसंत कुंज में उन्हें एक बार फिर विरोध का सामना करना पड़ा। मुफ्त पानी के नाम पर गंदा पानी और उसका बढ़ा बिल, मुफ्त बिजली के नाम दुगने तिगुने बढ़े हुए बिलों का बौझ जनता झेल रही है और व्यवसायिक मीटरों के बिलों पर हजारों का अतिरिक्त भुगतान देना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सब कुछ बर्बाद होता देख जनता की भावनाएं खुलकर सामने आने लगी है जिसका खामियाजा अरविन्द केजरीवाल को भुगतना पड़ेगा।


Point Of View: विश्वास के साथ टहलना, दिशाहीन होकर दौड़ने से ज्यादा प्रभावी, जाने कैसे

Inspiring Thoughts: Confident Walking is more Successful than Confused running
Point Of  View:
अपने आत्मविश्वास पर भरोसा करें जो आपके जीवन की परिस्थितियों को बदलने के लिए ज्यादा जरुरी है... जीवन के रास्ते में मिलने वाली असफलता के बारे में कभी चिंता न करें। अपने जीवन में बार-बार असफलता और बाधाओं के बावजूद, आश्वस्त रहें और अपनी नौका को ऐसे नाविक के रूप खेने की कोशिश करे  जिसे अपने हाथों और कंधे पर ज्यादा आत्मविश्वास है। 

जीवन में सफलता पाना चाहते हैं तो हमेशा उन नकारात्मक लोगों से मिलने से बचें जो आपको जीवन के सही तरीके से भटकाते हैं......  अपने जीवन में सभी बाधाओं के बावजूद, आत्मविश्वास से भरे रहे यही आत्मविश्वास और आपका संतुलित सोच आपको शांत रहना और हमारी रणनीति की आवश्यकता के अनुसार चुपचाप काम करना सिखाता है....अपने   जीवन में भ्रमित दौड़ने के बजाय आत्मविश्वास से चलने की कला सीखें। याद रखें, आत्मविश्वास से चलना भ्रमित दौड़ने से ज्यादा सफल है, किसी का अनुसरण न करें बल्कि सभी से सीखें। 

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समय के साथ दौड़ या कोई अन्य मोर्चा हमारे जीवन में सफलता के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है ... याद रखें, आपकी रणनीति के अनुसार आत्मविश्वास से चलना आवश्यक है, न कि भ्रमित तरीके से दौड़ना जो आपकी सारी आशा और भविष्य को बर्बाद कर सकता है ...

बाधाएँ आती हैं आएँ

घिरें प्रलय की घोर घटाएँ,

पावों के नीचे अंगारे,

सिर पर बरसें यदि ज्वालाएँ,

निज हाथों में हँसते-हँसते,

आग लगाकर जलना होगा।

क़दम मिलाकर चलना होगा।

-अटल बिहारी वाजपेयी


बदल सकते हैं आपदा को अवसर में…जानें कैसे 

जीवन में मिलने वाले असफलताएं आपको विचलित और दिशाहीन कर सकती हैं..पर वो क्षणिक हैं... आप अपने प्रोजेक्ट पर काम करते रहें... क्योंकि जरुरी यही है न कि असफलताओं से विचलित हो जाना... 

याद रखें... अवव्यस्थित होना और असमंजस का सामना होने सिर्फ आपके लिए समस्या पैदा करती है और या कभी भी आपको शांति नहीं देंगी.. 

Inspiring Thoughts: डिप्रेशन और फ़्रस्ट्रेशन पर काबू पाने के लिए पाएं नेगेटिव माइंडसेट से छुटकारा

आप अपनी महत्वाकांक्षा को प्राप्त करने के लिए सब कुछ करें जो आपकी पहुँच में हैं.... असफलता की कभी चिंता नहीं करें.... 


रुक क्यू जाता है मंजिल की तलाश में

तू एक बार ही सही सोच लिया कर

क्या है तेरी मंजिल ये पता कर

ये राह के मुशाफिर तू चला चल

-नरेंद्र वर्मा


नकारात्मक लोगों से मिलने से बचें क्योंकि ये आपके सफलता  के जूनून और  विश्वास को कुंठित करती है..... 

Inspiring Thoughts: साहस को अपनाएँ... सफलता की कहानी खुद लिखें...

गलतियों से डरो नहीं.... उससे सिखने की कोशिश करें क्योंकि वही  सबसे बड़ा शिक्षक  होती है... 

लेकिन याद रखें.. दूसरी की गलतियों से सीखना ज्यादा जरुरी है क्योकि कहा गया है कि अपनी गलतियों से सीखने के लिए उम्र कम पड़ जाएगी... 


 चलो अभीष्ट मार्ग में सहर्ष खेलते हुए¸

विपत्ति विप्र जो पड़ें उन्हें ढकेलते हुए।

 घटे न हेल मेल हाँ¸ बढ़े न भिन्नता कभी¸

अतर्क एक पंथ के सतर्क पंथ हों सभी।

 तभी समर्थ भाव है कि तारता हुआ तरे

वही मनुष्य है कि जो मनुष्य के लिए मरे।।

-मैथिलीशरण गुप्त



Point Of View: धैर्य को कमजोरी नही समझें, जानें कैसे इसे बनाएं अपनी ताकत

Najariya jine ka Importance of Patience
Point Of View: जीवन है तो कठिनाइयों का आना स्वाभाविक प्रक्रिया है और विषम परिस्थितियां उत्पन्न हो जाने पर भी मन में चिंता, शोक और उदासी उत्पन्न होने को आप रोक नहीं सकते हैं, लेकिन ऐसी परिस्थितियों में भी चिंता, शोक और उसी उत्पन्न न होने देने की गुण का होना ही धैर्य है। आप इन परेशानियों में अपना आपा खोकर कुछ हासिल नहीं कर सकते बल्कि उलटे आप दूसरी विपदाओं को ही आमंत्रित करते हैं. 

वास्तव में, धैर्य मनुष्य के व्यक्तित्व को ऊंचा उठाने का एक उत्तम गुण है जिसकी बदौलत धैर्यवान व्यक्ति विपत्ति आने पर भी अपना मानसिक संतुलन बनाए रखता है. और इसी खास क्वालिटी के जीवन में आ जाने पर आप  इन विषम परिस्थितियों में भी शांतचित्त होकर आप इनसे निकलने का रास्ता निकाल लेते हैं. 

जीवन में सफलता के लिए प्रयासों की अहमियत से इंकार नही किया जा सकता। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आज जबकि जीवन की हर क्षेत्र में इतने  कठिन प्रतिस्पर्धा है कि केवल प्रयासों की बदौलत सफलता पाना कुछ कठिन हो जाता है।तो आखिर वह कौन सी फैक्टर है जो आपके प्रयासों और सफलता को साधने में प्रमुख भूमिका निभाती है।

 दोस्तों, यह आपका धैर्य है जो सफलता और आपके प्रयासों के बीच प्रमुख भूमिका निभाती हैं...सच तो यह है कि धैर्य ही वह कुंजी है जो आपके प्रयासों और सफलता को कुशलता पूर्वक जोड़ने का काम करती है।

आपने अक्सर ऐसा सुना होगा जब लोग लहरों से जूझ कर किनारे तो आ जाते हैं लेकिन धैर्य के अभाव में किनारे मिलने के पहले डूब  जाते हैं. प्रकृति आपके धैर्य का इम्तहान लेती है और इसके लिए यह जरुरी है कि विपरीत  परिस्थितियों में धैर्य से काम लें और मिस्टर कूल अर्थात क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी के व्यक्तित्व से आप इसमें काफी कुछ सीख  सकते हैं. 

धैर्य: कोट्स 

  1. धैर्य खोना लड़ाई हारने के समान हैं।- महात्मा गांधी
  2. "धैर्य का एक क्षण बड़ी आपदा को टाल सकता है। अधीरता का एक क्षण पूरे जीवन को बर्बाद कर सकता है।" - चीनी कहावत
  3. एक धैर्यवान व्यक्ति मामूली बातों पर अपना आपा नहीं खोता है। -चाणक्य
  4.  "दो चीजें आपको परिभाषित करती हैं: आपका धैर्य जब आपके पास कुछ नहीं होता और आपका रवैया जब आपके पास सब कुछ होता है।" - जॉर्ज बर्नार्ड शॉ
  5. सहनशीलता और धैर्य को किसी की कमजोरी नही समझना चाहिए, ये ताकत के संकेत हैं।-हजरत अली
  6.  "दो सबसे शक्तिशाली योद्धा हैं धैर्य और समय।" - लियो टॉल्स्टॉय


Point of View: वास्तव में सफलता आपके प्रयासों को निरंतर जारी रखने के साहस का परिणाम है

Inspiring Thoughts: Success  is the result of  Consistent Efforts
Point of View: हमारे प्रयासों में आखिरकार सफलता कैसे और किस कीमत पर प्राप्त हो, यह एक ऐसा गूढ़ सवाल है जिसके लिए हम सभी उत्सुक होना स्वाभाविक है । सच तो यह है कि सफलता जिसे हम अपने जीवन का एकमात्र उद्देश्य मानकर अपना जीवन होम करते हैं उसके बारे में  विंस्टन  चर्चिल का कथन काफी उद्देश्यपूर्ण है- "सफलता अंतिम नहीं है, असफलता उतना घातक नहीं है सच तो यह है कि यह वास्तव में अपने प्रयासों को जारी रखने का साहस है।" 

हम अपने प्रयासों में दृढ़ता और सकारात्मक ऊर्जा के साथ आगे बढ़ने की ललक रखें तो यह पाते हैं कि   सफलता का कोई रहस्य नहीं  है और   यह आपके तीन फैक्टर पर निर्भर करता है  जिनमे शामिल है  - आपकी तैयारी का परिणाम , कड़ी मेहनत और पूर्व  की असफलताओं से  मिली सीख । सफलता के रहस्य के बारे में किन हबर्ड का महत्वपूर्ण उद्धरण याद रखें... "There's no secret about success. Did you ever know a successful man who didn't tell you about it?"

बदल सकते हैं आपदा को अवसर में…जानें कैसे 

आपकी तैयारी का परिणाम 

हमेशा याद रखें. आपकी रणनीति और आपकी योजना का कार्यान्वयन हीं वह फैक्टर है जो आपकी सफलता के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

"सफलता वहीं मिलती  है जहां तैयारी और अवसर मौजूद होते हैं।"- बॉबी 

 सफलता की प्राप्ति के लिए यह जरुरी है कि उपलब्ध संसाधनों के साथ उचित योजना और उनका पूर्ण कार्यान्वयन भी बहुत जरुरी है । यह गंभीरतापूर्ण तैयार किया गया स्ट्रेटेजी ही है जो आपकी मॉनिटरिंग , ट्रेनिंग , खामियों को खोजने और उन्हें दूर करने के लिए आपको अवसर उपलब्ध कराता है जो सफलता के लिए जरुरी फैक्टर है ।

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"असफल होना कठिन तो  है, लेकिन इससे भी बदतर है कि कभी भी सफल होने की कोशिश न की जाए।" - थियोडोर रूजवेल्ट

समय सीमा प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत

याद रखें, सफलता  के लिए केवल योजना बनाना और उस पर अमल करना ही काफी नहीं है, बल्कि कठिन परिश्रम भी उतना ही जरुरी है। सफलता के लिए हमारे जीवन में  कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है और इसके लिए यह जरुरी है कि हम जीवन में अपनी प्राथमिकताओं को एक बार फिर से मूल्याङ्कन करें और जरुरत पड़े तो  उन्हें फिर से निर्धारित करें ।

 हम पड़ाव को समझे मंज़िल

 लक्ष्य हुआ आंखों से ओझल

 वतर्मान के मोहजाल में-

आने वाला कल न भुलाएँ।

 आओ फिर से दिया जलाएँ।

-अटल बिहारी वाजपेयी


Inspiring Thoughts: साहस को अपनाएँ... सफलता की कहानी खुद लिखें...

“If A is a success in life, then A equals x plus y plus z. Work is x; y is play; and z is keeping your mouth shut”― Albert Einstein

आपको अपने जीवन में इस सोच को उतरने की कला सीखनी होगी की हमारे लक्ष्य और टारगेट को तय समय सीमा को पाना  ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि जीवन में सफलता के लिए डेडलाइन से ऊपर रखना आवश्यक है।

Inspiring Thoughts: हम काम की अधिकता से नहीं, उसे बोझ समझने से थकते हैं.. बदलें इस माइंडसेट को

"असफलता वह मसाला है जो सफलता को उसका स्वाद देती है।" - ट्रूमैन कैपोटे

हर सफल व्यक्ति के पीछे बहुत सारे असफल वर्ष होते हैं-बॉब ब्राउन

असफलता से सीख

"Success is no accident. It is hard work, perseverance, learning, studying, sacrifice and most of all, love of what you are doing or learning to do."Pele

कहने की जरूरत नहीं है कि यहां कोई भी परफेक्ट नहीं है और सीखने का नजरिया आपके जीवन का हिस्सा होना चाहिए। अपने भविष्य के लिए सकारात्मक बनने के लिए पहले की विफलताओं से जरुरी सीख  लेना अधिक  महत्वपूर्ण है।

गगन पर दो सितारे: एक तुम हो,

धरा पर दो चरण हैं: एक तुम हो,

‘त्रिवेणी’ दो नदी हैं! एक तुम हो,

हिमालय दो शिखर है: एक तुम हो,

 इस देश को रखना मेरे बच्चों संभाल के

-माखनलाल चतुर्वेदी


"एक सच्चा दोस्त वह होता है जो आपकी असफलताओं को नज़रअंदाज़ करता है और आपकी सफलता को सहन करता है।" डग लार्सन

पूर्व में मिली असफलताओं से मिलने वाले शिक्षाएं  आपका मार्गदर्शन करेंगे और यह आपके भविष्य के सपनों के घर की ठोस नींव भी होगी।

"Success is the result of perfection, hard work, learning from failure, loyalty, and persistence."-Colin Powell

Point of View: पॉजिटिव एप्रोच और डिसिप्लिन लाइफस्टाइल से पा सकते हैं डिप्रेशन से छुटकारा

 

Depression how to deal and avoid in life

शिवम द्वारा

Point of  View:  डिप्रेशन और कुछ नहीं बल्कि मन की एक स्थिति है और इसे हमारे जीवन में टाला नहीं जा सकता है। इस तथ्य के बावजूद कि अवसाद की स्थिति से बचना थोड़ी मुश्किल हो सकती है, लेकिन यह इतना भी मुशिकल नहीं है जिसे हम अपने खुद की सोच को बदलकर उसे हरा नहीं सकते । हाँ, इसके लिए हमें अपने मन में यह बात बैठानी होगी कि मानसिक या शारीरिक रूप से लड़कर ही किसी भी चीज को हराया जा सकता है।

डिप्रेशन से लड़ने के लिए मजबूत मानसिक शक्ति की जरूरत होती है। एक कहावत है जो इस प्रकार है, "अपने दुश्मन को पूरी तरह से हराने के लिए, आपको अपने दुश्मन के बारे में सब कुछ पता होना चाहिए। अवसाद जीवन का एक चरण नहीं है, यह मन का एक चरण है जो केवल अधिक सोचने से आता है।"

यह हमारे मन से शुरू होता है और जिसके लिए हमें केवल अपने मन का उपयोग करने की आवश्यकता होती है, लेकिन हम इसमें अपने शरीर, जीवन और सब कुछ शामिल करते हैं। यह हमारे सोचने की गति को नि:संदेह नकारात्मक दिशा में बढ़ाने का काम करता है जिसका भविष्य और वर्तमान से कोई लेना-देना नहीं है।

इसमें कोई संदेह हमें नहीं होनी चाहिए कि अगर आप अच्छा सोचेंगे, तो अच्छा ही होगा। सच्चाई तो यह है कि मुश्किलें या असंभव लक्ष्य या परेशानियाँ सिर्फ और सिर्फ हमारे  सोचने के तरीके की देन हैं। हर एक पर्सनैलिटी जो उन्हें चुनौती मानता है, वह जीत जाता है।

"जब तक आप खुद हार नहीं मानते, तब तक कोई भी आपको हरा नहीं सकता।" – अज्ञात

जैसा कि वह जानता है कि एक बार जब हमने ऐसा करना शुरू कर दिया, तो हम अपने आप को समाप्त कर लेंगे। इसे हराने के लिए हमें अपने नित्य कर्म में लगना होगा, क्योंकि यही एकमात्र तरीका है जिससे हम अधिक सोचना बंद कर सकते हैं। हम किसी भी चीज के बारे में अनावश्यक रूप से सोचने लगते हैं जो हमें अवसाद की मानसिक जेल में ले जाती है।

आप जीवन के हर क्षेत्र की कई प्रमुख हस्तियों के जीवन से गुजर सकते हैं जो अपने कारणों से निराशा की स्थिति में फंस गए हैं। कारण व्यक्तिगत, पेशेवर,  या अन्य हो सकते हैं लेकिन केवल एक चीज जो उस स्थिति से बाहर आने की जरूरत है वह है आपकी मानसिक स्थिति और सकारात्मक दृष्टिकोण तथा पॉजिटिव एप्रोच और डिसिप्लिन लाइफस्टाइल. 

वास्तव में, अवसाद किसी भी प्रकार के कारणों का परिणाम हो सकता है लेकिन अंतिम तथ्य यह है कि यह केवल एक दिमागी डिसऑर्डर की तरह है जो दिमाग से हीं  शुरू होता है और हमारे जीवन में गैर जरुरी और महत्वहीन मुद्दों को ज्यादा तवज्जो देता है।

बहलें आप इस पर विश्वास नहीं करें, लेकिन इतना तो आप मानेंगे हीं की जो व्यक्ति खुद पर विश्वास रखता है, वह दुनिया की किसी भी चुनौती से नहीं डरता और ऐसे लोग किसी भी असंभव  से कार्य को अकेले करने से नहीं चूकते हैं। कारवां तो बाद मे बनता है, पहला कदम तो हमें खुद ही बढ़ाना पड़ता है। 

"हर समस्या के अंदर एक अवसर छिपा होता है, बस उसे देखने का नजरिया चाहिए।" – अल्बर्ट आइंस्टीन

जीवन में किसी भी फेज में अगर डिप्रेशन या चिंता की परेशानी अगर आपको लगती है तो इससे बचने के लिए सबसे पहले आपको खुद की देखभाल करने को महत्ता देनी चाहिए। इसके जरुरी है कि आप स्वस्थ और पौष्टिक खाना खायें और  खुद को शारीरिक रूप से सक्रिय रखने के साथ ही  भरपूर नींद लेने की कोशिश। अपने शौक पर ध्यान दें, जैसे संगीत, तैराकी, बागवानी या कोई अन्य गतिविधि जिसे आप पसंद करते हैं। अच्छी नींद आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए महत्वपूर्ण है और यह आपको ऐसी स्थिति से छुटकारा दिलाने में मदद करेगी।

प्रमुख विशेषज्ञों के अनुसार, मनोचिकित्सा व्यक्ति के लिए ऐसी स्थिति का इलाज करने का एक उपयुक्त तरीका है। अपने जीवन की अवसाद की स्थिति को नज़रअंदाज करना समझदारी नहीं होगी और आपको अपने मन में मोटिवेशनल  और सकारात्मक विचारों के बावजूद अपनी स्थिति और संबंधित मुद्दों के बारे में मानसिक हेल्थ प्रोफेशनल से बात करके ऐसी स्थिति से लड़ना चाहिए।

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नोट: कृपया ध्यान दें कि लेख में उल्लिखित टिप्स/सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्यों के लिए हैं जो आपको उस मुद्दे के बारे में अपडेट रखने के लिए हैं जो आम लोगों से अपेक्षित है और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए/पालन नहीं करना चाहिए। हम अनुशंसा करते हैं और अनुरोध करते हैं कि यदि आपके पास विषय के संबंध में किसी भी चिकित्सा मामले के बारे में कोई विशिष्ट प्रश्न हैं तो हमेशा अपने चिकित्सक या पेशेवर स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श करें।

दिल्ली का दंगल : काँग्रेस का केजरीवाल पर तंज-न्याय यात्रा के साथ चल रही शीश महल की झांकी

  

AAP Congress Attack on Kejriwal Delhi Election

दिल्ली के चुनाव को देखते हुए काँग्रेस ने भी आम आदमी पार्टी पर आक्रमण आरंभ कर दिया है। दिल्ली न्याय यात्रा के 23वें दिन  देवेन्द्र यादव ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल के शीश महल और दिल्ली को मिल रहे गंदे पानी की बोतल से संबधित एक झांकी का अनावरण भी किया, जिसको दिल्ली न्याय यात्रा के दौरान चलाया गया। उन्होंने कहा कि 11

वर्ष पहले आऐ बहरुपिए अरविन्द केजरीवाल की सच्चाई को जनता के सामने लाने की जिम्मेदारी कांग्रेस यौद्धाओं की है। केजरीवाल ने 2013 में कहा था न कोई सुविधा लेंगे, न सुरक्षा लेंगे, न बंगला लेंगे, न गाड़ी लेंगे। 

यह बात और है कि अपने ऐशो आराम के लिए 175 करोड़ का शीश महल बनाया, जिसमें टायलेट तक को गोल्ड प्लेटेड किया गया। दिल्ली की जनता आहत है, हम शीश महल की सच्चाई जनता के सामने उजागर करेंगे। केजरीवाल ने शीशमहल बनाकर भारी भ्रष्टाचार कर जिनता को धोखा दिया है। हमें दिल्ली में विकास की जगह शराब मॉडल देखने को मिला।

श्री देवेन्द्र यादव ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल रेवड़ियों पर 65000 बैठकें करके चर्चा करने की बात करते है, जबकि उनकी रेवड़ियां जनता के साथ धोखा साबित हुई है। उन्होंने कहा कि सस्ती बिजली, मुफ्त पानी जैसे झूठे वादों की पोल जनता के सामने खुल चुकी है। आम आदमी पार्टी ने जनता से किए वादों को पूरा करने की जगह झुनझुना थमा दिया है। 

श्री देवेन्द्र यादव ने कहा कि हमें दिल्ली में ऐसी सरकार बनानी है, जो लोगों की मदद कर सके, अपना फर्ज निभा सके, यह काम कांग्रेस ने 15 वर्षों में करके दिखाया है। दिल्ली न्याय यात्रा की सफलता के साथ लोगों का कांग्रेस में एक बार फिर विश्वास बढ़ रहा है। सिर्फ हमें आपसी मतभेद मिटाकर मजबूती के साथ एकजुट होकर लोगों के दिलों को जीतने का काम करना है। लोगों के बीच जाकर केजरीवाल सरकार की सच्चाई को सबके सामने लाना होगा, ताकि 2025 में कांग्रेस की मजबूत सरकार बन सके।


विश्व एड्स दिवस 2024 : Facts in Brief

 


विश्व एड्स दिवस एचआईवी/एड्स के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए विश्व एड्स दिवस प्रत्येक वर्ष 1 दिसंबर को मनाया जाता है।  विश्व एड्स दिवस पहली बार 1988 में मनाया गया था, जिससे यह सबसे शुरुआती अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य दिवसों में से एक बन गया। इसका प्राथमिक उद्देश्य एचआईवी/एड्स के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। 1980 के दशक में, जब एचआईवी/एड्स महामारी विश्व में व्यापक तौर पर सामने आया  तो वायरस के बारे में व्यापक भय, कलंक और गलत सूचनाओं से लोगों मे एक खास तरह  का खौफ का वातावरण था ।

पहला विश्व एड्स दिवस 1988 में मनाया गया, जिसने एचआईवी और एड्स के बारे में जागरूकता बढ़ाने और महामारी से प्रभावित लोगों का सम्मान करने के लिए एक मंच प्रदान किया। चिकित्सा अनुसंधान में प्रगति, उपचार और रोकथाम तक पहुंच में वृद्धि और वायरस की व्यापक समझ के कारण एचआईवी और एड्स से निपटने में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है।

एड्स जागरूकता दिवस की आवश्यकता इसलिए है क्योंकि एचआईवी संक्रमण वर्तमान में लाइलाज है और इसके लिए जरूरी है कि लोगों के बीच जागरूकता फैलाए जाए। लोगों के बीच जागरूकता और इस बीमारी के बारे में उचित जागरूकता से इसे नियंत्रित किया जा सकता है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में।


विश्व एड्स दिवस 2024 Facts in Brief 

  • विश्व एड्स दिवस, 1988 से प्रति वर्ष 01 दिसंबर को मनाया जा रहा है।
  • 2024 का थीम : "सही रास्ता अपनाएं: मेरी सेहत, मेरा अधिकार!"
  • 2030 तक एड्स को समाप्त करने का लक्ष्य है.
  • भारत एचआईवी अनुमान 2023 रिपोर्ट से पता चलता है कि भारत में 25 लाख से ज्यादा लोग एचआईवी से पीड़ित हैं।
  • भारत में एचआईवी/एड्स महामारी के खिलाफ लड़ाई 1985 में शुरू हुई। 
  • सरकार ने 2017 में 'टेस्ट और ट्रीट' नीति की शुरुआत की।

 एक समय यह एक असहनीय पुरानी स्वास्थ्य स्थिति थी जिसके होने मात्र से लोगों के बीच भी और लोकलज्जा से भारी क्षति उठाने कि मजबूरी होती थी।  लेकिन अब, अवसरवादी संक्रमण सहित एचआईवी की रोकथाम, निदान, प्रबंधन और देखभाल में प्रगति के साथ, एचआईवी से पीड़ित लोग लंबे समय तक और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।

Theme:   “Collective Action: Sustain and Accelerate HIV Progress.” 

एचआईवी/एड्स पर संयुक्त राष्ट्र कार्यक्रम, जिसे संक्षेप में यूएनएड्स कहा जाता है, 1996 में अस्तित्व में आया और तब विश्व एड्स दिवस का आयोजन किया गया। विभिन्न विषयों को संरचित किया गया था जिन्हें विश्व एड्स दिवस के आयोजन में एक बड़े बदलाव के रूप में प्रस्तावित किया गया था।

विश्व एड्स दिवस (1 दिसंबर) से पहले, यूएनएड्स की एक नई रिपोर्ट से पता चलता है कि दुनिया 2030 तक सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरे के रूप में एड्स को समाप्त करने के सहमत लक्ष्य को पूरा कर सकती है - लेकिन केवल तभी जब नेता मानव अधिकारों की रक्षा करें एचआईवी के साथ रहने वाले और इसके जोखिम में रहने वाले सभी लोगों कि । 

UNAIDS रिपोर्ट के अनुसार एचआईवी से पीड़ित 39.9 मिलियन लोगों में से 9.3 मिलियन लोगों को अभी भी जीवन रक्षक उपचार नहीं मिल रहा है। पिछले साल, एड्स से संबंधित बीमारियों से 630,000 लोगों की मृत्यु हो गई, और दुनिया भर में 13 लाख लोगों को एचआईवी हुआ। कम से कम 28 देशों में नए एचआईवी संक्रमणों की संख्या बढ़ रही है। महामारी की गति को कम करने के लिए, यह जरूरी है कि जीवनरक्षक कार्यक्रम बिना किसी डर के उन सभी तक पहुंच सकें, जिन्हें उनकी जरूरत है।

2023 में हर दिन, 15 से 24 वर्ष की आयु की 570 युवा महिलाएं और लड़कियां एचआईवी से पीड़ित हुईं। पूर्वी और दक्षिणी अफ़्रीका के कम से कम 22 देशों में, इस आयु वर्ग की महिलाओं और लड़कियों में उनके पुरुष साथियों की तुलना में एचआईवी से पीड़ित होने की संभावना तीन गुना अधिक है।

ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस (एचआईवी) 

ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस (एचआईवी) एक प्रकार का वायरस है जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली पर हमला करता है।   एचआईवी शरीर की श्वेत रक्त कोशिकाओं को निशाना बनाता है, जिससे प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है।  वैज्ञानिकों के अनुसार एक्वायर्ड इम्युनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम (एड्स) व्यक्तियों के अंदर संक्रमण के सबसे उन्नत चरण में होता है। 

एक बार अगर व्यक्ति की  प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है तो इसके कारण दूसरे रोगों से बीमार होना आसान हो जाता है।

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अस्वीकरण: कृपया ध्यान दें कि लेख में बताए गए सुझाव/सुझाव केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से हैं ताकि आपको इस मुद्दे के बारे में अपडेट रखा जा सके जो आम लोगों से अपेक्षित है और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए/पालन नहीं किया जाना चाहिए। हम अनुशंसा करते हैं और आपसे अनुरोध करते हैं कि यदि आपके पास विषय से संबंधित किसी भी चिकित्सा मामले के बारे में कोई विशिष्ट प्रश्न हैं, तो हमेशा अपने डॉक्टर या पेशेवर स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श करें।



Cyclone Fengal: Update जानें क्या होता है साइक्लोन और कैसे होता है इसका निर्माण


Cyclone Fengal: ताजा अपडेट के अनुसार चक्रवात फेंगल ने तूफ़ान का रूप ले लिया है, जिससे भारी बारिश और तेज़ हवाएं चल रही हैं. तमिलनाडु के कुछ जिलों और पुडुचेरी के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, फेंगल चक्रवात बंगाल की खाड़ी में तेजी से विकसित हो रहा है जिसके कारण से तमिलनाडु और पुडुचेरी में भारी बारिश और तेज हवाओं की संभावना हो सकती है।
चक्रवात फेंगल (Cyclone Fengal) का दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक गहरे दबाव के रूप में शुरुआत हुआ था और धीरे-धीरे उत्तर-उत्तर-पश्चिम में तमिलनाडु तट की ओर बढ़ रहा था। ऐसी संभावना थी कि यह 
चक्रवात फेंगल (Cyclone Fengal) के तमिलनाडु-पुडुचेरी तट पर कराईकल और महाबलीपुरम के बीच कहीं टकरा सकती है। मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात फेंगल (Cyclone Fengal) के कारण तटीय आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के जिलों में वर्षा हो रही है। 

किस देश ने सुझाया चक्रवाती तूफान का नाम फेंगल?

विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) और एशिया और प्रशांत के लिए आर्थिक और सामाजिक आयोग (ईएससीएपी) द्वारा स्थापित नामकरण सम्मेलनों के तहत चक्रवात फेंगल का नाम सऊदी अरब द्वारा दिया गया था। इस प्रणाली का उद्देश्य तूफान की घटनाओं के दौरान सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाना और संचार को सुव्यवस्थित करना है।

क्या होता है साइक्लोन?

साइक्लोन एक प्रकार की तीव्र वायुवीय प्रणाली होती है जिसमें हवा बहुत तेज गति से घूमती है और यह केंद्र की ओर खिंचती है। यह वायुमंडल में कम दबाव वाले क्षेत्र के कारण होता है। वास्तव में  चक्रवात यानी साइक्लोन शब्द ग्रीक भाषा साइक्लोस से लिया गया है जिसका अर्थ ‘सांप की कुंडली’ होता है। साइक्लोन के बनने में साइक्लोजेनेसिस महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

उष्णकटिबंधीय चक्रवात गर्म महासागरों के ऊपर बनता है जो कम वायुमंडलीय दाब के कारण बनता है और तेज हवा का रूप ले लेता है। उष्णकटिबंधीय चक्रवात बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और हिंद महासागर के ऊपर बनते हैं। 

साइक्लोन के नामकरण के पीछे का क्या होता है कारण?

क्या आप जानते हैं कि किसी भी साइक्लोन  का नामकरण साल 2004 के एक अंतर्राष्ट्रीय समझौते  के तहत किया जाता है। विभिन्न क्षेत्रों में स्थित देशों के द्वारा विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) की देखरेख में इन तूफ़ानों को नाम प्रदान किया जाता है। सूत्रों के अनुसार  हिन्द महासागर क्षेत्र में आने वाले तूफ़ानों के नाम रखने के लिए सितंबर 2004 में एक समझौता हुआ। इस समझौते के तहत हिन्द महासागर क्षेत्र के आठ देश, बांग्लादेश, भारत, मालदीव, म्याँमार, ओमान, पाकिस्तान, श्रीलंका और थाईलैंड तूफ़ानों के लिए नामों का एक समूह देंगे, जिसमें से बारी-बारी से तूफान का नामकरण होगा। हालाँकि, अब इस समझौते में देशों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। आमतौर पर सदस्य देशों की भाषाओं और संस्कृतियों से प्रेरित होते हैं, और उनका उद्देश्य आसानी से याद रखे जाने वाले और उच्चारण में सरल नाम देना होता है। इस चक्रवाती तूफान का नाम रेमल है'रेमल' एक अरबी शब्द है, जिसका मतलब होता है 'रेत'.  यह नाम ओमान का दिया हुआ है. 

साइक्लोन का निर्माण

साइक्लोन का निर्माण जटिल प्रक्रियाओं का परिणाम है जिसमें वातावरण के कई तत्व शामिल होते हैं। साइक्लोन का निर्माण आमतौर पर गर्म समुद्री सतहों के ऊपर होता है, जहाँ समुद्र का तापमान 26.5°C या उससे अधिक होता है। गर्म पानी हवा को गर्म करता है, जिससे वह हल्की होकर ऊपर उठती है। जैसे ही गर्म हवा ऊपर उठती है, सतह पर कम दबाव का क्षेत्र बन जाता है। यह कम दबाव वाला क्षेत्र आसपास की ठंडी हवा को खींचता है, जिससे हवा की गति तेज हो जाती है।

साइक्लोन बनने के लिए कुछ महत्वपूर्ण स्थितियां आवश्यक होती हैं:

गर्म समुद्री सतह: 

साइक्लोन का निर्माण आमतौर पर गर्म समुद्री सतहों के ऊपर होता है, जहाँ समुद्र का तापमान 26.5°C या उससे अधिक होता है। गर्म पानी हवा को गर्म करता है, जिससे वह हल्की होकर ऊपर उठती है।

कम दबाव का क्षेत्र: 

जैसे ही गर्म हवा ऊपर उठती है, सतह पर कम दबाव का क्षेत्र बन जाता है। यह कम दबाव वाला क्षेत्र आसपास की ठंडी हवा को खींचता है, जिससे हवा की गति तेज हो जाती है।

वाष्पीकरण और संघनन: 

जब गर्म हवा ऊपर उठती है, तो इसमें मौजूद नमी वाष्पित होती है। ऊँचाई पर पहुँचकर यह नमी संघनित होती है और बादलों का निर्माण करती है। इस प्रक्रिया में ऊष्मा मुक्त होती है, जो हवा को और भी अधिक गर्म करके उसे और तेजी से ऊपर उठाती है।

कैरिओलिस बल: 

पृथ्वी के घूमने के कारण हवा की दिशा में एक घूर्णन बल उत्पन्न होता है, जिसे कैरिओलिस बल कहते हैं। यह बल हवा को एक सर्पिल (spiral) आकार में घुमाने में मदद करता है, जिससे साइक्लोन का घूर्णन प्रारंभ होता है।

वायु का चक्रवातीय प्रवाह:

 हवा का चक्रवातीय प्रवाह साइक्लोन के केंद्र की ओर होता है, जिससे हवा का दबाव और भी कम हो जाता है। इस प्रक्रिया में, हवा तेजी से घूमने लगती है और साइक्लोन का केंद्र (आँख) स्पष्ट होता है, जहाँ हवा का दबाव सबसे कम होता है।

ऊपरी वायुमंडलीय प्रवाह: 

साइक्लोन के शीर्ष पर हवा का बहिर्गमन (outflow) होता है, जिससे निचले स्तर पर हवा के आगमन (inflow) को बनाए रखने में मदद मिलती है। यह प्रवाह साइक्लोन को ऊर्जा प्रदान करता रहता है।

साइक्लोन के प्रकार

साइक्लोन मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं:

1. ट्रॉपिकल साइक्लोन: ये साइक्लोन उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में बनते हैं, जैसे कि हिंद महासागर, बंगाल की खाड़ी और कैरिबियन सागर। ये साइक्लोन बहुत तीव्र होते हैं और इनमें भारी वर्षा और तेज हवाएँ होती हैं। ट्रॉपिकल साइक्लोन को विभिन्न नामों से जाना जाता है, जैसे कि:

हुर्रिकेन: उत्तरी अटलांटिक और पूर्वी प्रशांत महासागर में।

टाइफून: पश्चिमी प्रशांत महासागर में।

साइक्लोन: भारतीय महासागर और दक्षिणी प्रशांत महासागर में।

2. एक्स्ट्रा-ट्रॉपिकल साइक्लोन: ये साइक्लोन उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों के बाहर बनते हैं और आमतौर पर ठंडे या समशीतोष्ण क्षेत्रों में पाए जाते हैं। इनका निर्माण वायुमंडल के उच्च और निम्न दबाव क्षेत्रों के परस्पर क्रिया से होता है। ये साइक्लोन आमतौर पर कम तीव्र होते हैं लेकिन फिर भी भारी वर्षा और तेज हवाएं ला सकते हैं।



पोस्ट ऑफिस के इन योजनाओं का आप भी उठा सकते हैं लाभ: जानें विशेषताएं

Post Office Scheme and features benefits Facts in brief

पोस्ट ऑफिस मे हमेशा से आम जनता के लिए की सारे योजनाएं प्रयोग मे रहती हैं जिसके अंतर्गत आम जनता निवेश करते हैं। पोस्ट ऑफिस मे लोगों के निवेश पर अच्छा रिटर्न  के साथ साथ बच्चों और वरिष्ठ नागरिक के हितों को ध्यान मे रखते हुए की सारी स्कीम है जिसका लाभ आप उठा सकते हैं। इन योजनाओं मे शामिल हैं-सुकन्या, पीपीएफ, एसएसए, केवीपी, आरडी, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना और अन्य । डाकघरों की ग्राहकों को मुख्य रूप से प्रदान की जाने वाली वित्तीय और योजनाओं का विस्तृत संकलन निम्न हैं जिसका लाभ आप उठाया सकते हैं-

योजना का नाम: डाकघर पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीओपीएसके)

विशेषताएँ:  

वर्तमान में 442 डाकघर पासपोर्ट सेवा केन्द्रों पर पासपोर्ट सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। 

योजना का नाम: डाकघर बचत खाते (पीओएसए)

विशेषताएँ: 

  • नियमित बचत, निकासी आदि के लिए।
  •  न्यूनतम शेष राशि - 500 रूपये और बेसिक बचत खाते के मामले में शून्य
  •  एटीएम / इंटरनेट और मोबाइल बैंकिंग सुविधा / एनईएफटी और आरटीजीएस
  •  यूपीआई, आईएमपीएस के लिए डाकघर बचत खातों को इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक खाते से जोड़ा गया।

योजना का नाम:  आवर्ती जमा (आरडी)

विशेषताएँ: 

  • न्यूनतम जमा (एकल): 1000/ रूपये या ₹ 100/- रूपये के गुणक में
  • अधिकतम जमा: कोई सीमा नहीं
  • 5 वर्ष की टीडी में निवेश के लिए आयकर छूट
  • विस्तार – कार्यकाल पूरा होने के बाद दो बार

योजना का नाम:  समय जमा (टीडी)1/2/3/5 वर्ष

विशेषताएँ:

  • न्यूनतम जमा (एकल): ₹ 1000/- या ₹ 100/- के गुणक में
  • अधिकतम जमा: कोई सीमा नहीं
  • 5 वर्ष की टीडी में निवेश के लिए आयकर छूट
  • विस्तार – कार्यकाल पूरा होने के बाद दो बार

योजना का नाम:  महीने के आय योजना (एमआईएस)

विशेषताएँ:

  • मासिक आय के स्रोत के लिए
  • न्यूनतम जमा:  1,न्यूनतम जमा:  1,000/- रूपये या इसके गुणकों में
  • अधिकतम जमा:  9 लाख रूपये  (व्यक्तिगत);  15 लाख रूपये (संयुक्त रूप से)
  • अवधि – 5 वर्ष

योजना का नाम:  वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (एससीएसएस)

विशेषताएँ:

  • वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष योजना
  • त्रैमासिक आय के स्रोत के लिए
  • न्यूनतम एकल जमा:  1,न्यूनतम एकल जमा:  1,000/ रूपये  या इसके गुणकों में
  • अधिकतम जमा: . 30 लाख  रूपये
  • अवधि – 5 वर्ष तथा तीन वर्ष की प्रत्येक ब्लॉक अवधि की समाप्ति के बाद बढ़ाई जा सकती है

योजना का नाम:  सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ)

विशेषताएँ:

  • न्यूनतम प्रारंभिक जमा: 500/- रूपये
  • अधिकतम जमा: एक वित्तीय वर्ष में  एक लाख पचास हज़ार रूपये
  • न्यूनतम 50/- रूपये के गुणकों में आगामी जमा
  • निवेश के लिए आयकर छूट
  • कर मुक्त ब्याज
  • अवधि – 15 वर्ष और आगे भी बढ़ाई जा सकती है

योजना का नाम: सुकन्या समृद्धि योजना खाता (एसएसए)

विशेषताएँ:

  • बालिकाओं के लिए विशेष योजना
  • न्यूनतम प्रारंभिक जमा: 250/- रूपये
  • अधिकतम जमा: एक वित्तीय वर्ष में  एक लाख पचास हज़ार रूपये
  • न्यूनतम 50/- रूपये के गुणकों में आगामी जमा
  • निवेश के लिए आयकर छूट
  • कर मुक्त ब्याज
  • अवधि – 21 वर्ष

योजना का नाम: राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र – आठवां अंक (एनएससी)

विशेषताएँ:

  • न्यूनतम निवेश - 1,न्यूनतम निवेश - 1,000/- रूपये
  • अधिकतम निवेश: कोई सीमा नहीं - 100/- रूपये के गुणकों में
  • निवेश के लिए आयकर छूट

अवधि – 5 वर्ष

योजना का नाम: किसान विकास पत्र (केवीपी)

विशेषताएँ:

  • न्यूनतम निवेश - 1,न्यूनतम निवेश - 1,000/- रूपये
  • अधिकतम निवेश: कोई सीमा नहीं - 100/- रूपये के गुणकों में
  • परिपक्वता - निवेश की राशि दोगुनी

योजना का नाम: महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र (एमएसएससी)

विशेषताएँ:

  • महिलाओं और बालिकाओं के लिए विशेष योजना
  • 01.04.2023 से 31.03.2025 तक निवेश की अनुमति है
  • न्यूनतम निवेश - 1,न्यूनतम निवेश - 1,000/-रूपये
  • अधिकतम निवेश: प्रति व्यक्ति 2 लाख रूपये - 100/- रूपये के गुणकों में
  • खाते खोलने के बीच 3 महीने का समय अंतराल
  • अवधि – दो वर्ष
  • लॉकअप अवधि – 6 महीने

योजना का नाम: पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना 2021

विशेषताएँ: 

  • महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा चिन्हित लाभार्थियों के लिए विशेष योजना
  • प्रारंभ में 4515 खाते खोले गए और उनमें धनराशि पहुंचाई गई।
  • निवेश बच्चे की आयु के आधार पर भिन्न होता है और परिपक्वता राशि 10 लाख रूपये है
  • 18 से 23 वर्ष की आयु तक 10 लाख रूपये पर एमआईएस ब्याज देय है
  • खाताधारकों की परिपक्वता आयु 23 वर्ष होगी।

योजना का नाम: इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी)

विशेषताएँ:

  •  बचत और चालू खाते
  •  वर्चुअल डेबिट कार्ड
  •  घरेलू धन हस्तांतरण सेवाएं
  •  बिल और उपयोगिता भुगतान
  •  आईपीपीबी ग्राहकों के लिए बीमा सेवाएं

(Source PIB)

Point Of View : संघर्ष नहीं निष्फल होगा, बेशक आज नही तो कल होगा


Point Of View : 
संघर्ष और चुनौतियों का सामना करने का नाम हीं जीवन होता है और आप इस दौरान ही जीवन कि वास्तविकता से रूबरू होते हैं साथ हीं इन चुनौतियों का सामना करते समय आप समस्याओं को हल करना सीखते हैं। आपके द्वारा कि गई मेहनत से मिली सफलता दूसरों के लिए प्रेरणा बनती है और इसके साथ ही यह आपकी विश्वसनीयता को बढ़ाती है। 
जीवन में सफलता के लिए ढेरों टिप्स ही सकते हैं और इनमें कई तो इतने शॉर्टकट होते हैं जो आपको गुमराह भी कर सकते हैं। लेकिन आपका हार्ड वर्क अर्थात कठिन परिश्रम और धैर्य आपका कभी भी साथ नहीं छोड़ सकता और इसमें हमें किसी प्रकार का संदेह और भ्रम नहीं होनी चाहिए। 

जीवन मे  या कहीं भी, शॉर्टकट से केवल अस्थायी परिणाम मिलते हैं, जो क्षणिक होते हैं और यह तात्कालिक लाभ तो देता है, लेकिन दीर्घकालीन सफलता के लिए गहन ज्ञान और अनुभव आवश्यक है।

दोस्तो, इतना तो हम सभी जानते हैं कि अगर हमें सूरज बनना है तो मार्ग में हमें जलना होगा और अगर शाम होते अपने घर पहुंचना है तो तपते रेगिस्तान पर हमें हर हाल में चलना होगा।

याद रखें-जो आसानी से मिल जाता है, वह ज्यादा दिन तक नहीं टिकता। जो हमेशा टिकता है, वह आसानी से नहीं मिलता।

आप इतिहास उठाकर देख लीजिए, कठिन परिश्रम और मेहनत की बदौलत कितने सामान्य से इंसान अपने सीमित संसाधनों की बदौलत अपने लक्ष्य को हासिल कर अपना नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज करवाया है।

असफलता एक चुनौती है… स्वीकार करो…
क्या कमी रह गयी, देखो और सुधार करो…
जब तक ना सफल हो नींद-चैन को त्यागो तुम…
संघर्षों का मैदान छोड़ मत भागो तुम…
कुछ किये बिना ही जयजयकार नहीं होती…
हिम्मत करने वालों की कभी हार नहीं होती…
-हरिवंश राय बच्चन


बिल गेट्स की वह कथन तो आपको याद हीं होगा जिसमें वह अपने परिश्रम और पुरुषार्थ के बारे में लिखते हैं कि " अगर आप गरीब घर में पैदा होते हैं तो इसमें आपका कोई दोष नही है लेकिन अगर आप गरीब होकर मर जाते हैं तो इसके लिए आप और सिर्फ आप दोषी हैं"

मतलब साफ है कि सफल होने के लिए आपकी पारिवारिक पृष्ठभूमि और माता पिता के हालात की भूमिका ज्यादा महत्वपूर्ण नही है बल्कि उससे जरूरी है आपका सोच, परिश्रम और धैर्य।

चलो अभीष्ट मार्ग में सहर्ष खेलते हुए¸

विपत्ति विप्र जो पड़ें उन्हें ढकेलते हुए।

 घटे न हेल मेल हाँ¸ बढ़े न भिन्नता कभी¸

अतर्क एक पंथ के सतर्क पंथ हों सभी।

 तभी समर्थ भाव है कि तारता हुआ तरे

वही मनुष्य है कि जो मनुष्य के लिए मरे।।

-मैथिलीशरण गुप्त

  • संघर्ष जितना कठिन होगा, जीत उतनी ही शानदार होगी।
  • कठिनाइयाँ आपकी क्षमता को परखती हैं और सफलता को मूल्यवान बनाती हैं।
  • हर संघर्ष आपको एक नई सीख देकर आपके लक्ष्य के करीब लाता है।
  • संघर्ष आपकी मेहनत और दृढ़ता का प्रमाण है।
  • आत्मनिर्भरता और संघर्ष का महत्व इसी में है।
  • कठिनाइयाँ हमें मानसिक और भावनात्मक रूप से मजबूत बनाती हैं।
  • संघर्ष प्रगति का एक अनिवार्य हिस्सा है।
  • हर महान सफलता के पीछे संघर्ष की कहानी होती है।
  • संघर्ष करते रहना ही जीत की निशानी है।
  • आज के प्रयास भविष्य का निर्माण करते हैं।
  • कठिनाइयाँ और संघर्ष हमेशा एक उज्जवल भविष्य की ओर ले जाते हैं।


Point Of View: पॉजिटिव लाइफ के लिए है जरुरी "खुद पर भरोसा क्योंकि, कुछ भी असंभव नहीं "


Point Of View : पॉजिटिव सोचने के लिए सबसे जरुरी है कि आप अपने मन को मजबूत बनाइये क्योंकि यह आपका मन ही है जो नकारात्मकता और नेगेटिव थॉट्स को आप पर हावी होने का मौका प्रदान करती है. आप हमेशा सिर्फ यह सोचे कि जिसे अन्य लोग असंभव समझते हैं आपके लिए वह संभव हो सकता है और इसके लिए आप खुद को यह समझाएं कि - “हाँ मैं कर सकता हूँ”।

नकारात्मक मानसिकता और कुछ नहीं बल्कि भ्रमित विचारों का एक संग्रह है जो हमें जीवन की वास्तविकता से बहुत दूर ले जाती है. मानव मन अपने आप में एक विविधताओं से भरा हुआ है और उतना ही पेचीदगियों का सम्मिश्रण है जिसके साथ सबसे बड़ी खासियत यह होती है कि हम सही जानते तो हैं लेकिन जब करने का समय आता है तो हम अपने आप को नासमझ के समान बना कर अपना आचरण करते हैं. 
 हेलेन केलर के इस कथन को हमेशा याद रखें-"दुनिया की सबसे बेहतरीन और खूबसूरत चीज़ों को देखा या छुआ नहीं जा सकता, उन्हें केवल दिल से महसूस किया जा सकता है।"

आभार व्यक्त करें
जीवन मे हमेशा आप हर दिन उन चीज़ों के लिए आभार व्यक्त करें जो आपके पास हैं। आप सोचें कि जो संसाधन आपके पास उपलब्ध हैं उनका होना भी काम नहीं है क्योंकि जीवन मे काफी ऐसे लोग हैं जो उन वस्तुओं के लिए भी तरसते हैं और आप उनसे अच्छी स्थिति मे हैं। आभार से मन में संतोष और शांति उत्पन्न होती है।

कहने का आशय यह है कि हम जानते हैं कि नेगेटिव माइंडसेट के साथ जीवन में कुछ भी हासिल नहीं कर सकते है और अपने जीवन को नकारात्मक सोच के साथ बोझ हीं बना सकते हैं. फिर भी, हम सकारात्मक और पॉजिटिव माइंडसेट को अपनाने में किसी दूसरे पर निर्भर होना ज्यादा पसंद करते हैं. 
असंभव को संभव बनाने की सकारात्मकता और दृढ़ निश्चय  के लिए नेल्सन मंडेला के इस कथन  को हमेशा याद  रखें-"यह हमेशा असंभव सा लगता है, जब तक कि आप इसे कर नहीं लेते।"

सकारात्मक सोच बनाए रखें
नकारात्मक विचारों को पहचानें क्योंकि ऐसे विचारों को अपने आस-पास फटकने देना भी खुद के प्रति अन्याय है। नकारात्मक लोग जो आपके विचारों को प्रभावित करते हैं उनसे किनारा करना शुरू कीजिए क्योंकि ऐसे लोगों से आप कुछ भी उम्मीद नहीं कर सकते और न हीं आप उन्हे सुधार सकते हैं। याद रखें आपकी सोच ही आपके जीवन की दिशा तय करती है।

सकारात्मक दिमाग में हमारे जीवन में आने वाली परीक्षाओं का जवाब देने का अंतिम तरीका प्रदान करने की शक्ति होती है। जीवन कड़वी सुखद सहित अप्रत्याशित घटनाओं की श्रृंखला से भरा है। लेकिन, इस तथ्य के बावजूद, हमें जीने की कला सीखनी होगी।
हेलेन केलर के इस कथन को हमेशा याद रखें-"दुनिया की सबसे बेहतरीन और खूबसूरत चीज़ों को देखा या छुआ नहीं जा सकता, उन्हें केवल दिल से महसूस किया जा सकता है।"

छोटे लक्ष्य बनाएं
जीवन मे बड़े लक्ष्य को प्राप्त करना सभी के जीवन का प्रमुख गोल होता है लेकिन याद रखें कि खुद को मोटिवेट और सकारात्मक रखने के लिए यह जरूरी है कि आप छोटे-छोटे लक्ष्यों को तय करें और उन्हें पूरा करने की कोशिश करें। इससे आप अपने जीवन में स्थिरता और प्रगति महसूस करेंगे।
जीवन में उतार-चढाव का होना लगा रहता है और इससे हम बच नहीं सकते हैं. लेकिन  हम इन घटनाओं को बिना किसी नकारात्मक मानसिकता के स्वीकार करें और उन्हें पॉजिटिव एटीट्यूड से लेकर उनका समाधान ढूंढते हैं, तो कम से कम हमारा यह प्रयास यह हमें बेहतर जीवन की आशा प्रदान कर सकता है।

समस्याओं को अवसर के रूप में देखें 
आपदा मे भी अवसर मिलते हैं और कोविड के दौरान आपने देखा होगा कि कई  ऐसे  लोग हैं जिन्होंने लॉक डाउन  के दौरान घरों मे बंद होकर भी कई ऐसे-ऐसे आइडिया निकाल लिए जिससे आज वो अपने और अपने परिवार कि छोड़िए, वो बिजनस मे भी कई कीर्तिमान बना चुके हैं। यह जरूरी है कि जीवन मे आने वाले की चुनौतियों को अवसर के रूप में देखना सीखें। हर मुश्किल में कुछ सीखने का मौका होता है। याद रखें, हर दिन के छोटे-छोटे सकारात्मक कार्य एक बड़े और सफल जीवन का निर्माण करते हैं। 
लाओ त्से  ने कहा था कि -"जीवन में महानता छोटे-छोटे अच्छे कार्यों में छिपी होती है।"

पॉइंट ऑफ व्यू : अनुपम खेर को फिल्म के शूटिंग के दौरान चेहरे पर लकवा हो गया, फिर भी हिम्मत नहीं हारे


पॉइंट ऑफ व्यू : भारतीय सिनेमा के बेहतरीन अभिनेताओं में से एक अनुपम खेर ने कहा है कि वह खुद अपनी असफलताओं से सफल होने की कहानी हैं। 'हम आपके हैं कौन' की शूटिंग के दौरान उन्हें चेहरे पर लकवा हो गया हो या वह समय जब वह 2004 में लगभग दिवालिया हो गए थे।  लेकिन असफलताओं के बावजूद भी कभी उन्हे अपने  'नेवर गिव अप' वाले  जीवन दर्शन को नहीं छोड़ा।  55वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) के दौरान गोवा के पणजी स्थित कला अकादमी में आयोजित एक सम्मोहक मास्टर क्लास के साथ छात्रों और प्रतिनिधियों को मंत्रमुग्ध कर दिया।


श्री खेर ने ‘असफलता की शक्ति’ विषय पर सत्र की शुरुआत यह कहकर की, “मुझे लगता है कि मैं खुद अपनी असफलताओं से सफल होने की कहानी हूँ।” पूरा सत्र वास्तव में जीवन के पाठों पर एक मास्टरक्लास था, जिसमें उनके व्यक्तिगत जीवन की कई कहानियाँ थीं, जो उनके ज्ञान से सुशोभित थीं।

कहानी शिमला से शुरू हुई

अनुपम खेर  के अनुसार  उनकी कहानी शिमला से शुरू हुई जहां चौदह सदस्यों के एक संयुक्त परिवार ने एक ही कमरे में अपना जीवन बिताया जिसमें उनके पिता एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे। उनके शब्दों में, वह गरीब थे, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से खुश थे और उनके दादाजी की कही एक बात, "जब लोग बहुत गरीब होते हैं, तो उनके लिए सबसे सस्ती चीज खुशी होती है" उन्हें याद है।

2 पंक्तियों में 27 गलतियाँ कीं

बेहद अनुभवी अभिनेता, अनुपम खेर उस समय को याद करते हैं जब उन्होंने पहली बार स्कूल के एक नाटक में अभिनय किया था जब वह पांचवीं कक्षा में थे। उन्होंने कहा की जब वह सांत्वना पुरस्कार भी जीतने में असफल रहे तो वह दुखी हो गए थे। उस दिन मेरे पिता ने मुझसे कहा था "असफलता एक घटना है, एक व्यक्ति नहीं"। अपनी अगली प्रस्तुति में, इस उभरते अभिनेता ने विलियम शेक्सपियर के नाटक 'मर्चेंट ऑफ वेनिस' में उन्हें दिए गए संवाद की 2 पंक्तियों में 27 गलतियाँ कीं!

पहली बार मुंबई

यह बात उस समय की है जब नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी) के गोल्ड मेडलिस्ट युवा अभिनेता अनुपम खेर पहली बार मुंबई आए थे। खेर ने कहा, "चूंकि मैं पहले से ही एनएसडी गोल्ड मेडलिस्ट था, इसलिए मुझे पहले मौके पर ही इस सपनों के शहर में अपनी जीत का विश्वास था।" लेकिन कुछ ही महीनों में उन्हें रहने के लिए बांद्रा पूर्व रेलवे स्टेशन पर शिफ्ट होना पड़ा जहां वह 27 दिनों तक रहे।


लेकिन कई उतार-चढ़ाव के बाद श्री खेर की फिल्म 'सारांश'को पुरस्कृत किया गया। श्री खेर ने याद किया कि 1984 में उन्होंने पहली बार दिल्ली में इफ्फी का दौरा किया था। इस मास्टरक्लास के साथ इफ्फी में उनकी पहली यात्रा को 40 साल हो गए हैं।

हम आपके हैं कौन' की शूटिंग के दौरान उन्हें चेहरे पर लकवा

अनुपम खेर के लिए जीवन उतार-चढ़ाव भरा रहा है। लेकिन हर बुरे दौर में, चाहे वह 'हम आपके हैं कौन' की शूटिंग के दौरान उन्हें चेहरे पर लकवा हो गया हो या वह समय जब वह 2004 में लगभग दिवालिया हो गए थे, हर बार उन्होंने अपने पिता और दादा से मिली सीख पर ही काम किया।

नेवर गिव अप

श्री खेर की उतार-चढ़ाव भरी जीवन यात्रा को सुनकर सभी दर्शक अवाक रह गये। लेकिन अपने आकर्षक व्यक्तित्व, संवाद और अभिनय से इस 68 वर्षीय अनुभवी अभिनेता ने 'नेवर गिव अप' जैसे अपने जीवन दर्शन के टॉनिक से सभी दर्शकों को सहजता से मंत्रमुग्ध कर दिया!(Source PIB)

एक उन्मुक्त पक्षी की तरह उड़ो, लेकिन हमेशा अपने नीड़ में लौट आओ: तमिल सुपरस्टार शिवकार्तिकेयन


तमिल सुपरस्टार शिवकार्तिकेयन आज किसी परिचय के मोहताज नहीं है। मिमिक्री से अपने करियर शुरुआत से लेकर तमिल सिनेमा के सबसे चमकते सितारों में से एक बनने तक की यात्रा, धैर्य, जुनून और दृढ़ता की कहानी है। 55वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) में बोलते हुए उन्होंने अभिनेता और राजनीतिज्ञ खुशबू सुंदर के साथ बातचीत की जिसमें उन्होंने अपने जीवन, करियर और प्रेरणाओं के बारे में बताया। 

मिमिक्री कलाकार से लेकर टेलीविज़न पर मेजबानी करने और आखिरकार तमिल सिनेमा के सबसे मशहूर अभिनेताओं में से एक शिवकार्तिकेयन ने कई भूमिकाएँ निभाई हैं। उन्होंने पार्श्व गायक, गीतकार और निर्माता के रूप में भी प्रशंसा अर्जित की है।

शिवकार्तिकेयन ने कहा, "शुरू से ही सिनेमा हमेशा मेरा जुनून रहा है और मैं हमेशा दर्शकों का मनोरंजन करना चाहता था।" "इसलिए, मैंने टेलीविज़न एंकरिंग से शुरुआत की, जिसने मुझे मनोरंजन के क्षेत्र में अपना करियर बनाने का मौका दिया और इसे मैंने पूरे जुनून के साथ अपनाया।"

मिमिक्री कलाकार के रूप में करियर की  शुरुआत 

एक मिमिक्री कलाकार के रूप में अपने शुरुआती दिनों को याद करते हुए शिवकार्तिकेयन ने याद किया, "मैं इंजीनियरिंग कॉलेज में अपने प्रोफेसरों की नकल करता था। बाद में, जब मैंने उनसे माफ़ी मांगी तो उन्होंने मुझे प्रोत्साहित किया और कहा कि इस प्रतिभा को सही तरीके से इस्तेमाल किया जाना चाहिए।"

 पिता का असामयिक निधन

अभिनेता ने बताया किया कि उनके पिता का असामयिक निधन उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ था। "मेरे पिता के निधन के बाद मैं लगभग अवसाद में चला गया था। मेरे काम ने मुझे इस अवसाद से बाहर निकाला और मेरे दर्शकों की सीटियाँ और तालियाँ मेरी थेरेपी बन गईं,” उन्होंने अपने प्रशंसकों के प्यार और समर्थन को इसका श्रेय दिया।

जुनून है जरूरी 

शिवकार्तिकेयन ने कहा, “मुझे हमेशा से लाखों लोगों के बीच अलग दिखने की इच्छा रही है, जबकि मैं अब भी आम आदमी से जुड़ा हुआ महसूस करता हूँ। जीवन बाधाओं से भरा है, लेकिन अपने जुनून से उन्हें दूर करने में मदद मिलती है। एक समय ऐसा भी था जब मुझे लगा कि हार मान लेनी चाहिए लेकिन मेरे दर्शकों के प्यार ने मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।”

युवा पीढ़ी के लिए

उन्होंने युवा पीढ़ी के लिए कहा कि  "एक उन्मुक्त पक्षी की तरह उड़ो, लेकिन हमेशा अपने नीड़ में लौट आओ। मेरे लिए, मेरा परिवार मेरा नीड़ है और मेरा मानना ​​है कि जड़ों से जुड़े रहना बहुत ज़रूरी है। हमारे माता-पिता हमारे लिए केवल सर्वश्रेष्ठ चाहते हैं।”  (Source  PIB)