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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से टेलीफोन पर बात की: Facts in Brief


आज एक महत्वूर्ण घटनाक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रूसी संघ के राष्ट्रपति महामहिम व्लादिमीर पुतिन के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों के साथ ही दोनों नेताओं ने अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एवं खाद्यान्न बाजारों की स्थिति सहित विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की।
दोनों नेताओं ने दिसंबर 2021 में राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा के दौरान लिए गए निर्णयों के कार्यान्वयन की समीक्षा की। 

विशेष रूप से, दोनों नेताओं ने कृषिगत वस्तुओं, उर्वरकों और फार्मा उत्पादों के क्षेत्र में द्विपक्षीय व्यापार को और आगे प्रोत्साहित किए जाने के बारे में विचारों का आदान-प्रदान किया।

यूक्रेन में जारी स्थिति के संदर्भ में, प्रधानमंत्री ने वार्ता एवं कूटनीति के पक्ष में भारत के पुराने दृष्टिकोण को दोहराया।

दोनों नेताओं ने वैश्विक एवं द्विपक्षीय मुद्दों पर नियमित रूप से विचार-विमर्श जारी रखने पर सहमति व्यक्त की। (PIB)



एनटीपीसी-रामगुंडम: भारत की सबसे बड़ी तैरती सौर ऊर्जा परियोजना चालू Facts in Brief

NTPC Ramagundam Solar Energy Project  Facts In Brief

रामागुंडम, तेलंगाना भारत की सबसे बड़ी तैरती सौर ऊर्जा परियोजना है जिसे एनटीपीसी ने 01 जुलाई 2022 से चालू करने कर दिया है। रामागुंडम, तेलंगाना में स्थापित100 मेगावाट रामागुंडम तैरती सौर पीवी परियोजना में से 20 मेगावाट की अंतिम भाग क्षमता के वाणिज्यिक संचालन की घोषणा की गई है। रामागुंडम में 100 मेगावाट की तैरती सौर परियोजना उन्नत तकनीक के साथ-साथ पर्यावरण के अनुकूल विशेषताओं से संपन्न है।

रामागुंडम, तेलंगाना Facts In Brief

रामागुंडम में 100 मेगावाट की तैरती सौर परियोजना उन्नत तकनीक के साथ-साथ पर्यावरण के अनुकूल विशेषताओं से संपन्न है।

रामागुंडम में 100 मेगावाट की सौर पीवी परियोजना के संचालन के साथ, दक्षिणी क्षेत्र में तैरती सौर क्षमता का कुल वाणिज्यिक संचालन बढ़कर 217 मेगावाट हो गया।

मेसर्स भेल के माध्यम से ईपीसी (इंजीनियरिंग, खरीद एवं निर्माण) अनुबंध के रूप में 423 करोड़ रुपये की लागत से तैयार यह परियोजना जलाशय के 500 एकड़ क्षेत्र में फैली हुई है। 

यह परियोजना 40 खंडों में विभाजित हैं और इनमें से प्रत्येक की क्षमता 2.5 मेगावाट है। प्रत्येक खंड में एक तैरता प्लेटफॉर्म और 11,200 सौर मॉड्यूल की एक सरणी होती है। 

तैरते प्लेटफॉर्म में एक इन्वर्टर, ट्रांसफॉर्मर और एक एचटी ब्रेकर होता है। 

यह परियोजना इस मायने में अनूठी है कि इन्वर्टर, ट्रांसफॉर्मर, एचटी पैनल और एससीएडीए (पर्यवेक्षी नियंत्रण और डेटा अधिग्रहण) सहित सभी विद्युत उपकरण भी तैरते फेरो सीमेंट प्लेटफॉर्म पर हैं। 

प्रति वर्ष लगभग 32.5 लाख क्यूबिक मीटर पानी के वाष्पीकरण से बचा जा सकता है। 

प्रति वर्ष 1,65,000 टन कोयले की खपत से बचा जा सकता है और प्रति वर्ष 2,10,000 टन के कार्बन डाय ऑक्साइड (Co2) उत्सर्जन से बचा जा सकता है।



महाराष्ट्र में बीजेपी का मास्टरस्ट्रोक: शिंदे को मुख्यमंत्री का कमान, एक तीर से कई शिकार


महाराष्ट्र की राजनीति में आई उठापटक का आज ऐसा पटाक्षेप होगी, शायद हीं किसी ने यह सोचा होगा। आखिरकार बीजेपी ने एक बार फिर से साबित कर दिया है कि क्यों उसे चरित्र और चाल में दूसरी पार्टियों से अलग माना जाता है.  महाराष्ट्र की राजनीति  पर पकड़ रखने वाले चाणक्य भी देखते रह गया और भाजपा ने रजनीति के बिसात पर वह चाल चली जिससे न केवल उद्धव के हाथ से सरकार गई बल्कि अब पार्टी पर भी एकनाथ शिंदे का कब्ज़ा होना लाजिमी हो गई है. भाजपा ने  एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा के साथ ही महा विकास अघाड़ी की सारे काल्पनिक दावों की धज्जियां उड़ाई दी है।
हालाँकि देवेंद्र फडणवीस राज्य के उपमुख्यमंत्री बने हैं और इसके लिए उन्होंने कहा है कि पार्टी की आज्ञा का पालन कर रहे हैं. हालाँकि इस हाल में भी राज्य में कांग्रेस, राष्ट्रवादी  कांग्रेस और उद्धव ठाकरे की गठबंधन को धूल  चटा दिया है. 

एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने खुद पर के सता लोलुपता के आरोप को खारिज करने के साथ ही शिव सेना को मुख्य मंत्री बनाकर उद्धव ठाकरे एंड कंपनी को और भी परेशानी में डाल दिया है

महाराष्ट्र में  दांव भाजपा ने खेला है उससे अब गठबंधन धर्म नही निभाने के भाजपा की विरोधी पार्टियों के आरोपों की हवा निकल गई है। शिव सेना जिस मुख्य मंत्री पद के लिए कांग्रेस और एन सी पी जैसे विरोधियों से हाथ मिलाई थी, भाजपा ने हिंदुत्व के नाम पर उसी पार्टी के शिंदे को मुख्यमंत्री बनाकर महाराष्ट्र के पार्टियों की बोलती भी बंद कर दी है।

World Statistics Day 29 जून: जानें क्यों मनाते है और क्या है इस वर्ष का थीम


प्रत्येक वर्ष 29 जून को "सांख्यिकी दिवस" ​​के रूप में मनाया जाता है। उल्लेखनीय है कि सांख्यिकी और आर्थिक नियोजन के क्षेत्र में प्रोफेसर प्रशांत चंद्र महलनोबिस के किए गए महत्वपूर्ण योगदानों के सम्मान में सांख्यिकी दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष मनाई जाने वाले कार्यक्रम का थीम है "सतत विकास के लिए डेटा."

भारत सरकार ने उनकी जयंती के अवसर पर प्रत्येक वर्ष 29 जून को "सांख्यिकी दिवस" ​​के रूप में नामित किया है जिसे राष्ट्रीय स्तर पर मनाए जाने वाले विशेष दिवसों की श्रेणी में रखा गया है। 

इस दिवस का उद्देश्य सामाजिक-आर्थिक योजना और नीति निर्धारण में सांख्यिकी की भूमिका और इसके महत्व के बारे में प्रोफेसर (दिवंगत) महलनोबिस से प्रेरणा लेने के लिए विशेष रूप से युवा पीढ़ी में जन जागरूकता पैदा करना है।

इस वर्ष सांख्यिकी दिवस, 2022 का मुख्य कार्यक्रम सशरीर मौजूदगी-सह-आभासी मोड के माध्यम से आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन (एमओएसपीआई) और योजना राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय में राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह हैं। 

सांख्यिकी दिवस हर साल समकालीन राष्ट्रीय महत्व के विषय के साथ मनाया जाता है। सांख्यिकी दिवस, 2022 का विषय 'सतत विकास के लिए डेटा' है।


1 जुलाई 2022 से चिन्हित एकल उपयोग वाली प्लास्टिक वस्तुओं पर प्रतिबंध:जानें खास बातें


पर्यावरण और वातावरण के प्रति अपनी वचनबद्धता को दुहराते हुए आजादी का अमृत महोत्सव’ की भावना को आगे बढ़ाते हुए, देश द्वारा कूड़े एवं अप्रबंधित प्लास्टिक कचरे से होने वाले प्रदूषण को रोकने के उद्देश्य से एक निर्णायक कदम उठाया जा रहा है। भारत 1 जुलाई, 2022 से पूरे देश में चिन्हित एकल उपयोग वाली प्लास्टिक वस्तुओं, जिनकी उपयोगिता कम और प्रदूषण क्षमता अधिक है, के निर्माण, आयात, भंडारण, वितरण,
 बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगाएगा।

उल्लेखनीय है कि भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2022 तक एकल उपयोग वाली प्लास्टिक वस्तुओं को समाप्त करने के लिए दिए गए स्पष्ट आह्वान के अनुरूप, भारत सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने 12 अगस्त 2021 को प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन संशोधन नियम, 2021 को अधिसूचित किया। ‘

समुद्री पर्यावरण सहित स्थलीय और जलीय इकोसिस्टम पर एकल उपयोग वाली प्लास्टिक  वस्तुओं के प्रतिकूल प्रभावों को वैश्विक स्तर पर पहचाना गया है। एकल उपयोग वाली प्लास्टिक वस्तुओं के कारण होने वाले प्रदूषण को दूर करना सभी देशों के लिए एक महत्वपूर्ण पर्यावरणीय चुनौती बन गया है।

2019 में आयोजित चौथी संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सभा में, भारत ने एकल उपयोग वाले प्लास्टिक उत्पादों के प्रदूषण से निपटने के लिए एक प्रस्ताव रखा था, जिसमें वैश्विक समुदाय द्वारा इस बहुत महत्वपूर्ण मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करने की तत्काल आवश्यकता को स्वीकार किया गया था।

यूएनईए 4 में इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया जाना एक महत्वपूर्ण कदम था।

 मार्च 2022 में संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सभा के हाल ही में संपन्न पांचवें सत्र में, भारत प्लास्टिक प्रदूषण के खिलाफ वैश्विक स्तर पर कार्रवाई शुरू करने के संकल्प पर आम सहमति विकसित करने के लिए सभी सदस्य देशों के साथ रचनात्मक रूप से जुड़ा।


8वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022: महामारी के दौरान घरों से निकल कर पूरे विश्व में फैल गया है योग

International Yoga Day Facts You Need to Know

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि इस वर्ष की थीम उपयुक्त रूप से दर्शाती है कि कैसे योग ने कोविड-19 महामारी के दौरान पीड़ा को कम करने में मानवता की सेवा की। आज योग वैश्विक सहयोग का आधार बनता जा रहा है और मानव जाति को स्वस्थ जीवन का एक भरोसा प्रदान कर रहा है।

आयुष मंत्रालय और कर्नाटक सरकार ने मैसूर पैलेस, मैसूर में आठवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 के मुख्य कार्यक्रम का आयोजन किया। प्रधानमंत्री ने 15,000 से अधिक प्रतिभागियों के साथ मैसूर पैलेस में सामूहिक योगाभ्यास का नेतृत्व किया, जिसमें 200 से अधिक विशेष दिव्यांग बच्चे, 100 अनाथ बच्चे, 15 ट्रांसजेंडर, एचआईवी पॉजिटिव लोग और आशा कार्यकर्ता शामिल थे।

कर्नाटक के राज्यपाल श्री थावरचंद गहलोत, कर्नाटक के मुख्यमंत्री श्री बसवराज एस. बोम्मई, केंद्रीय आयुष, पत्तन, नौवहन और जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल, आयुष मंत्रालय और कर्नाटक सरकार के अधिकारी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी सामूहिक योगाभ्यास में भाग लिया।

इस अवसर पर, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जोर देकर कहा कि इस वर्ष की थीम उपयुक्त रूप से दर्शाती है कि कैसे योग ने कोविड-19 महामारी के दौरान पीड़ा को कम करने में मानवता की सेवा की। आज योग वैश्विक सहयोग का आधार बनता जा रहा है और मानव जाति को स्वस्थ जीवन का एक भरोसा प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम देखते हैं कि खासकर पिछले दो वर्षों में एक अभूतपूर्व महामारी के दौरान योग घरों से निकल कर पूरे विश्व में फैल गया है और यह आध्यात्मिक अनुभूति की तस्वीर है और यह प्राकृतिक और साझा मानव चेतना की तस्वीर है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज योग से जुड़ी अनंत संभावनाओं को साकार करने का समय है। आज हमारे युवा बड़ी संख्या में योग के क्षेत्र में नए विचारों के साथ आ रहे हैं। आयुष मंत्रालय का स्टार्टअप योग चैलेंज नए विचारों और नवाचारों को एक साथ ला रहा है जो इस पीढ़ी को प्रेरित कर रहा है।

सभा को संबोधित करते हुए, केंद्रीय आयुष, पत्तन, नौवहन और जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि यह प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण है कि व्यक्तियों, समुदायों, राष्ट्रों और दुनिया के स्वास्थ्य और कल्याण पर ध्यान केंद्रित करके पूरे विश्व में शांति और सद्भाव लाया जाए। उन्होंने कहा कि योग ने दुनिया को एक साथ लाकर वैश्विक मूल्यों को नया रूप दिया है और विभिन्न स्वास्थ्य प्रणालियों को करीब ला रहा है।

श्री सर्बानंद सोनोवाल ने यह भी कहा कि आयुष मंत्रालय ने स्वास्थ्य और विविधता का जश्न मनाने के उद्देश्य से समाज के विभिन्न वर्गों को शामिल करने के लिए अद्वितीय कार्यक्रम तैयार किए हैं। श्री सोनोवाल ने कहा कि मंत्रालय ने योग के माध्यम से लोगों के स्वास्थ्य और कल्याण में प्रगति सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न पहलें की हैं।

इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 अनेक नई पहलों का साक्षी बना। 'गार्जियन रिंग' कार्यक्रम, जो कि 79 देशों और संयुक्त राष्ट्र संगठनों के साथ-साथ विदेशों में भारतीय मिशनों के बीच सहयोगात्मक अभ्यास है और राष्ट्रीय सीमाओं को पार करने वाली योग की एकीकृत शक्ति की कहानी कहता है। आजादी का अमृत महोत्सव को आठवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के साथ एकीकृत करते हुए, 75 केंद्रीय मंत्रियों के नेतृत्व में देश भर में 75 प्रतिष्ठित स्थानों पर सामूहिक योग प्रदर्शन आयोजित किए गए।

प्रधानमंत्री ने डिजिटल योग प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया, जो योग के इतिहास और ज्ञान को प्रदर्शित करने के लिए वर्चुअल रियलिटी जैसी नवीनतम तकनीकों का प्रदर्शन कर रही है। प्रधानमंत्री ने स्टैटिक आयुष प्रदर्शनी का भी दौरा किया। इस प्रदर्शनी में 146 स्टॉल शामिल हैं, जिसमें कर्नाटक सरकार और भारत सरकार के योग संस्थान, आयुष संस्थान भाग ले रहे हैं।

प्रगति मैदान एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना: Facts in Brief

Pragati Maidan Integrated Transit Corridor project

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज प्रगति मैदान एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना की मुख्य सुरंग और पांच अंडरपास राष्ट्र को समर्पित किए। एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना प्रगति मैदान पुनर्विकास परियोजना का एक अभिन्न अंग है। प्रधानमंत्री ने परियोजना को केंद्र सरकार की ओर से दिल्ली के लोगों के लिए एक बड़ा उपहार बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सुरंग 21वीं सदी की जरूरतों के हिसाब से प्रगति मैदान को बदलने के अभियान का हिस्सा है। प्रधानमंत्री ने समय और ईंधन की बचत के मामले में एकीकृत कॉरिडोर से होने वाले व्यापक लाभों पर चर्चा करते हुए एक अनुमान के अनुसार यातायात में कमी होने से 55 लाख लीटर ईंधन की बचत और 5 लाख पेड़ लगाने के बराबर पर्यावरणीय लाभांश मिलने का भी उल्लेख किया।

प्रगति मैदान एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना विवरण:

  1. प्रगति मैदान एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना को 920 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से तैयार किया गया है और यह पूरी तरह से केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित है।
  2. इसका उद्देश्य प्रगति मैदान में विकसित किए जा रहे नए विश्व स्तरीय प्रदर्शनी और कन्वेंशन सेंटर तक बिना किसी बाधा के सुगमता के साथ पहुंच प्रदान करना है, जिससे प्रगति मैदान में होने वाले कार्यक्रमों में दर्शकों और आगंतुकों की आसानी से भागीदारी हो सके।
  3. प्रगति मैदान के अलावा आमजन को यातायात में होने वाली दैनिक समस्याओं को दूर करने में भी होगा, क्योंकि इस सुरंग के माध्यम से बिना किसी बाधा के वाहनों की मुक्त आवाजाही को सुनिश्चित किया जा सकेगा, जिससे यात्रियों के समय और लागत को काफी हद तक बचाने में मदद मिलेगी। 
  4. मुख्य सुरंग प्रगति मैदान से गुजरने वाले पुराना किला मार्ग के माध्यम से रिंग रोड को इंडिया गेट से जोड़ती है।
  5. छह लेन में विभाजित इस सुरंग के कई परियोजन हैं, जिसमें प्रगति मैदान की विशाल बेसमेंट पार्किंग तक पहुंच शामिल है।
  6. सुरंग का एक अनूठा घटक यह भी है कि पार्किंग स्थल के दोनों ओर से यातायात की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए मुख्य सुरंग में सड़क के नीचे ही दो क्रॉस सुरंगों का निर्माण किया गया है। 
  7. यह सुरंग के अंदर स्मार्ट फायर प्रबंधन, आधुनिक वेंटिलेशन और स्वचालित जल निकासी, डिजिटल रूप से नियंत्रित सीसीटीवी और सार्वजनिक घोषणा प्रणाली जैसे यातायात की सुचारू आवाजाही की नवीनतम वैश्विक मानक सुविधाओं से लैस है।
  8. लंबे समय से प्रतीक्षित यह सुरंग भैरों मार्ग के लिए एक वैकल्पिक मार्ग के रूप में काम करेगी, जो अपनी वाहन क्षमता से काफी अधिक भार उठा रहा है और इस सुरंग के माध्यम से भैरों मार्ग के आधे से अधिक यातायात भार को कम करने की उम्मीद है।
  9. सुरंग के साथ-साथ छह अंडरपास होंगे- चार मथुरा रोड पर, एक भैरों मार्ग पर और एक रिंग रोड और भैरों मार्ग के चौराहे पर।

पूरे भारत में बिजली की स्थिति बेहद गंभीर, मिलकर इसका समाधान निकालना होगा -अरविंद केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोयले की कमी के कारण देशभर में बढ़ते विद्युत संकट को लेकर गहरी चिंता जाहिर की है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने विद्युत संकट को लेकर ट्विट कर कहा कि पूरे भारत में बिजली की स्थिति बेहद गंभीर है। हम सबको मिलकर जल्द इसका समाधान निकालना होगा। अभी तक दिल्ली में हम लोग किसी तरह से मैनेज किए हुए हैं। इस समस्या से निपटने के लिए त्वरित ठोस कदम उठाने की जरूरत है। वहीं, बिजली की किल्लत को देखते हुए दिल्ली के ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने केंद्र सरकार से बिजली की आपूर्ति करने वाले बिजली संयंत्रों में कोयले की उचित व्यवस्था की अपील की है। ताकि देश के लोगों को 24 घंटे विद्युत आपूर्ति में कोई दिक्कत न आए।

दिल्ली के ऊर्जा मंत्री श्री सत्येंद्र जैन ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि पूरे देश में कोयले की बहुत भयंकर कमी है। इसका सबसे बड़ा कारण, रेलवे के रैक का कम होना और कोयले की सप्लाई में भारी कमी है। कोयले की इस भारी कमी के कारण देशभर के सभी पावर प्लांट्स में बिजली उत्पादन को लेकर समस्या आ रही है। सत्येंद्र जैन ने पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बिजली को स्टोर नहीं किया जा सकता है, बिजली रोजाना पावर प्लांट में बनाई जाती है। इसलिए बिजली के बैकअप के लिए इसे बनाने वाले ईंधन का बैकअप रखना जरूरी है। इस समय यह ईंधन कोयला है, जिसकी सप्लाई में देशभर में कमी आई हुई है।

राजधानी के कुछ इलाकों में लोगों को बिजली के संकट का सामना न करना पड़े, इसके लिए दिल्ली सरकार स्थिति पर निगरानी बनाए हुए हैं और हरसंभव प्रयास कर रही है। वर्तमान में कोयले की कमी से जूझ रहे इन पॉवर स्टेशन के जरिए दिल्ली में 25% से 30% की बिजली की मांग को पूरा किया जा रहा हैं। दिल्ली में बिजली आपूर्ति करने वाले विभिन्न थर्मल स्टेशनों में इस समय कोयले की बहुत ज्यादा कमी है। नेशनल थर्मल पॉवर कॉरपोरशन (एनटीपीसी) के दादरी-II और झज्जर (अरावली), दोनों पॉवर प्लांट्स मुख्य रूप से दिल्ली में बिजली की आवश्यकता को पूरा करने के लिए स्थापित किए गए थे। लेकिन इन पॉवर प्लांट्स में कोयले का बेहद कम स्टॉक बचा है। केंद्र सरकार की ओऱ से वक़्त रहते कदम नहीं उठाया गया तो दिल्ली मेट्रो व अस्पतालों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति में दिक्कत आ सकती है।

राष्ट्रपति भवन का मुगल गार्डन: जानें क्या है उद्यानोत्सव का मुख्य आकर्षण

Mughal Gardens Rashtrapati Bhavan Udyanotsav Begins Book Ticket
राष्ट्रपति भवन स्थित मुगल गार्डन एक बहुत हीं सुन्दर स्थल है जो पर्यटकों को अपनी खूबसूरती के कारण आकर्षित करता रहा है. 15 एकड़ के विशाल विस्तार में फैले, मुगल गार्डन को अक्सर राष्ट्रपति के महल की आत्मा के रूप में चित्रित किया जाता है. 
राष्ट्रपति भवन के अंतर्गत साल में लगने वाले  मुगल गार्डेन घूमने जाने का अवसर सिर्फ 16 मार्च 2022 तक है. अगर आप अभी तक नहीं घूम पाए हैं तो अभी भी आपके पास मौका है. जैसा कि आप जानते हैं कि मुगल गार्डेन को आम जनता के लिए  खोलने का फैसला किया गया है. मुगल गार्डेन 12 फरवरी, 2022 से 16 मार्च, 2022 तक ( प्रत्येक सोमवार को  छोड़कर जो रखरखाव के दिन होंगे) आम जनता के लिए 10 बजे सुबह से सायं पांच बजे ( अंतिम प्रवेश सायं 4 बजे) खुला रहेगा। राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद ने  10 फरवरी, 2022 को राष्ट्रपति भवन का वार्षिक ‘ उद्यानोत्सव ‘ आम लोगों के लिए खोल दिया।

आगंतुकों को केवल एडवांस ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से ही मुगल गार्डेन को देखने की अनुमति होगी। बुकिंग https://rashtrapatisachivalaya.gov.in or https://rb.nic.in/rbvisit/visit_plan.aspx. पर की जा सकती है। पिछले वर्ष की तरह, इस वर्ष भी एहतियाती उपायों के कारण सीधा प्रवेश ( वाक-इन एंट्री) उपलब्ध नहीं होग

10 बजे सुबह से सायं पांच बजे के बीच सात पहले से बुक किए गए घंटे के स्लॉट उपलब्ध होंगे। अंतिम प्रवेश सायं 4 बजे होगा। प्रत्येक स्लॉट में अधिकतम 100 व्यक्ति समायोजित हो सकेंगे। पर्यटन के दौरान, आगंतुकों को कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन करना पड़ेगा जैसेकि मास्क पहनना, सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करना आदि। प्रवेश बिन्दु पर उन्हें थर्मल स्क्रीनिंग से गुजरना होगा। किसी भी आगंतुक को बिना मास्क के प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

सभी आगंतुकों के लिए प्रवेश तथा प्रस्थान प्रेसीडेंट एस्टेट के गेट नंबर 35 से होगा जो राष्ट्रपति भवन के नार्थ एवेन्यू से मिलन बिन्दु के निकट है। 

आगंतुक यात्रा के दौरान मोबाइल फोन रख सकते हैं। बहरहाल, उनसे आग्रह किया जाता है कि वे पानी की कोई बोतल, ब्रीफकेस, हैंडबैग/लेडीज पर्स, कैमरा, रेडियो/ट्रांजिस्टर, बक्से, छाते, अस्त्र और शस्त्र तथा खाने की सामग्रियां आदि लेकर न आएं। हैंड सैनिटाइजर, पीने के पानी, शौचालय, प्राथमिक स्वास्थ्य उपचार/चिकित्सा सुविधा सार्वजनिक रास्ते के साथ लगे विभिन्न बिन्दुओं पर उपलब्ध कराई जाती है।

इस वर्ष के उद्यानोत्सव का मुख्य आकर्षण ट्यूलिप की 11 किस्में हैं जिनके फरवरी के दौरान विभिन्न चरणों में खिलने की उम्मीद की जा रही है। सेंट्रल लॉन में भव्य डिजाइनों में फ्लावर कार्पेट भी प्रदर्शित किए जाएंगे। इस वर्ष के आलंकारिक फूलों की प्रमुख रंग योजना सफेद, पीला, लाल और नारंगी है। बगीचों में कुछ हवा शुद्ध करने वाले पौधों के साथ एक छोटा कैक्टस कॉर्नर भी तैयार किया गया है।

गुजरात के मोरबी में हनुमान जी की 108 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण : Facts in Brief

Hanuman Statue Morbi Gujarat Facts in Brief

Hanuman Jayanti 2022: हनुमान जयंती के पावन अवसर पर, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गुजरात के मोरबी में हनुमान जी की 108 फीट की प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर महामंडलेश्वर मां कंकेश्वरी देवी जी भी उपस्थित थीं। प्रधानमंत्री ने हनुमान जयंती के अवसर पर श्रद्धालुओं को बधाई देते हुए कहा कि मोरबी में हनुमान जी की 108 फीट की प्रतिमा का समर्पण दुनिया भर में हनुमान जी के भक्तों के लिए एक प्रसन्नता का अवसर है। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के चारों कोनों में ऐसी चार प्रतिमाएं स्थापित करने की परियोजना 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' के संकल्प का प्रतिबिंब है। उन्होंने बताया कि हनुमान जी अपनी सेवा भावना से सभी को एक करते हैं और सभी को उनसे प्रेरणा मिलती है। हनुमान जी उस शक्ति के प्रतीक हैं जिसने वनवासी जनजातियों को गरिमा और अधिकार प्रदान किया। उन्होंने कहा, "हनुमान जी एक भारत श्रेष्ठ भारत के प्रमुख सूत्र हैं।"

इसी तरह, प्रधानमंत्री ने विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए कहा कि राम कथा, जो पूरे देश में विभिन्न क्षेत्रों और भाषाओं में आयोजित की जाती है, सभी को भगवान की भक्ति के एक के रूप में बांधती है। श्री मोदी ने बल देते हुए कहा कि यह हमारी आध्यात्मिक विरासत, संस्कृति और परंपरा की शक्ति है जिसने गुलामी के कठिन दौर में भी अलग-अलग हिस्सों को एकजुट रखा। इसके माध्यम से स्वतंत्रता के लिए राष्ट्रीय प्रतिज्ञा के एकीकृत प्रयासों को मजबूत किया गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि हजारों वर्षों के उतार-चढ़ाव के बावजूद, हमारी सभ्यता और संस्कृति ने भारत को स्थिर रखने में बड़ी भूमिका निभाई है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि यात्रा धाम ने काठियावाड़ को पर्यटन का केंद्र बना दिया है। उन्होंने माधवपुर मेला और रण उत्सव का भी उल्लेख किया जिससे मोरबी को अत्यधिक लाभ मिलता है।

श्री मोदी ने स्वच्छता अभियान और वोकल फॉर लोकल अभियान के लिए श्रद्धालुओं और संत समाज की सहायता लेने के अपने अनुरोध को दोहराते हुए अपने संबोधन का समापन किया।

आज जिस प्रतिमा का अनावरण किया गया, वह #हनुमानजी4धाम परियोजना के एक हिस्से के रूप में देशभर में चार दिशाओं में स्थापित की जा रही 4 मूर्तियों में से दूसरी है। इसे पश्चिम में मोरबी में परम पूज्य बापू केशवानंद जी के आश्रम में स्थापित किया गया है।

इस श्रृंखला की पहली प्रतिमा 2010 में उत्तर में शिमला में स्थापित की गई थी। दक्षिण में रामेश्वरम में प्रतिमा पर कार्य प्रारंभ किया जा चुका है।

Delhi Budget 2022-23: अब अमेरिका, लन्दन में रहने वाला आदमी भी खरीद सकेंगे स्थानीय मार्केट से सामान

Delhi Budget 2022-23 Facts in Brief

मुख्यमंत्रीअरविंद केजरीवाल ने उपमुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री  मनीष सिसोदिया द्वारा आज विधानसभा में पेश किए गए ‘रोजगार बजट’ को बहुत ही उम्मा और इनोवेटिव बताया और वित्त मंत्री को बधाई देते हुए कहा कि ‘आप’ की सरकार ने बजट में दिल्ली के लोगों के लिए रोजगार बढ़ाने और महंगाई से राहत देने का इंतजाम किया है। 

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि रिटेल, फूड एंड वेबरीज, लॉजिस्टिक एंड सप्लाई चेन, ट्रैवेल एंड टूरिज्म, इंटरटेनमेंट, कंस्ट्रक्शन, रियल स्टेट व ग्रीन एनर्जी जैसे सेक्टर में यह 20 लाख रोजगार पैदा किए जाएंगे। 

दिल्ली की पांच मार्केटों का नवीनीकरण किया जाएगा। दिल्ली शॉपिंग फेस्टिवल और दिल्ली होल सेल फेस्टिवल लगाया जाएगा। इससे अर्थ व्यवस्था के साथ रोजगार बढ़ेगा। क्लाउड किचेन क्लस्टर की स्थापना, इलेक्ट्रॉनिक सिटी, फिल्म पॉलिसी जैसी कई अहम कदमों से ढेरों रोजगार पैदा किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम लोग दिल्ली बाजार पोर्टल बना रहे हैं। मैंने पिछले साल इसका ऐलान किया था। जिसमें दिल्ली की सारी दुकानें और मार्केट एक पोर्टल पर लाए जाएंगे। इस तरह दिल्ली के अंदर छोटी या बड़ी दुकान पर कुछ भी माल बिकता है, तो वो आपके पड़ोस या कालोनी में रहने वाला आदमी भी खरीद सकता है और 24 घंटे खरीद सकता है।

 ऐसा नहीं है कि सूरज छिपने के बाद दुकान बंद हो जाएगी। वह कभी भी खरीद सकता है। साथ ही, अमेरिका में रहने वाला आदमी भी खरीद सकता है। लंदन में रहने वाला आदमी भी आपके स्थानीय मार्केट जैसे, खान मार्केट, चांदनी चौक या लोकल शॉपिंग कॉम्प्लेक्स से कोई भी माल खरीद सकता है।

 इससे हमें उम्मीद है कि दिल्ली की अर्थ व्यवस्था को एक बड़ा उछाल मिलेगा और दिल्ली के माल पूरी दुनिया में बिकने चालू हो जाएंगे। गांधी नगर को ग्रैंड गारमेंट हब के रूप में विकसित किया जाएगा। गांधी नगर का कपड़े का व्यापार बहुत बड़ा है और इसको हम अच्छे तरीके से सिस्टमैटिक तरीके से पूरे मार्केट को विकसित किया जाए, तो इसमें बहुत बढ़िया संभावनाएं हैं। ?

निगमों का एकीकरण-केजरीवाल और भाजपा सरकारें आपस में कर रही है नूरा कुश्ती:कांग्रेस

Merger of the MCD Tie Up Between AAP and BJP

दिल्ली नगर निगम के एकीकरण के मुद्दे पर कांग्रेस ने कहा है कि केजरीवाल और भाजपा सरकारें आपस में नूरा कुश्ती कर रही है जबकि भाजपा और आप पार्टी ने कई विषयों पर एक साथ मिलकर दिल्लीवासियों के हितों के खिलाफ फैसला लिया है, केजरीवाल ने भाजपा के साथ मिलकर राजस्व बढ़ाने के नाम पर दिल्ली में शराब की नीति को लागू करे नशे की राजधानी बनाने वाला कानून पास कराया और अब निगमों का चुनाव टालने के लिए निगम एकीकरण में दोनो पार्टियां एकमत होकर कानून बनाने को आतूर है जिस पर केन्द्र सरकार का पूर्ण अधिकार हो जाएगा।

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह द्वारा निगमों के एकीकरण का जो बिल लोकसभा में पेश किया गया उसमें भविष्य में फंड की व्यवस्था सुधारने के लिए कोई जिक्र नही है और न ही भविष्य में कर्मचारियों के हितों को लेकर चौथे व पांचवे वित्त आयोग की सिफारिशें लागू करने का जिक्र है। भविष्य में फंड के हालाता कैसे सुधरेंगे इस पर भी कोई समाधान नही दिए गए है। चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि निगमों के एकीकरण के बाद 70 प्रतिशत फंड का ही प्रावधान है, बाकी 30 प्रतिशत फंड बाहरी जरुरत पर सब कुछ गोलमाल रखा है।

भाजपा और आम आदमी पार्टी ने एक योजना के तहत दिल्लीवालों को भ्रमित करके दिल्ली में तीनों निगमों का एकीकरण करने का षड़यंत्र किया, क्योंकि पांच राज्यों के नतीजों से एक दिन पूर्व चुनाव आयोग निगम चुनावों की घोषणा करने की जगह निगमों के एकीकरण की बात कहकर चुनाव टाल दिए और मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल चुप्पी साधे रहे। उन्होंने कहा कि केजरीवाल द्वारा दिल्ली बजट को 26 मार्च को रखना और उससे एक दिन पहले संसद में निगमों के एकीकरण पर कानून आना, साफ दर्शाता है। कि दोनों पार्टियाँ निगम चुनाव टालने में एकमत हैं।

आईसीजीएस सक्षम: यत्र, तत्र, सर्वत्र कहावत को चरितार्थ करती है समुद्रगामी गश्ती पोत- Facts in Brief

ICGS Saksham: Offshore Patrol Vessels Facts in Brief

समुद्रगामी गश्ती पोतों (ओपीवी वर्ग) की श्रृंखला में पांचवें भारतीय तटरक्षक जहाज (आईसीजीएस) सक्षम  को रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार ने गोवा में तटरक्षक महानिदेशक श्री वी एस पठानिया और केंद्र तथा राज्य सरकारों के अन्य वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में किया। 'सक्षम' का अर्थ है 'सामर्थ्यवान', जो राष्ट्र के समुद्री हितों के लिए आईसीजी की दृढ़ इच्छाशक्ति और 'यत्र, तत्र, सर्वत्र' कहावत की अभिव्यक्ति को प्रदर्शित करता है।

इसे विशेष आर्थिक क्षेत्रों की निगरानी और तटरक्षक चार्टर में निहित अन्य कर्तव्यों के लिए बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाएगा। वर्तमान में, भारतीय तटरक्षक बल के पास जहाजों और विमानों का एक विस्तारित बेड़ा है। इसके अलावा, विभिन्न भारतीय शिपयार्डों में कई पोत निर्माण के विभिन्न चरणों में हैं और बेंगलुरु के हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड में एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर का उत्पादन किया जा रहा है जो कि प्रमुख समुद्री सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए आईसीजी की निगरानी क्षमताओं को और अधिक शक्ति प्रदान करेगा। आईसीजीएस सक्षम की कमान उपमहानिरीक्षक पी राजेश के पास है और 10 अधिकारियों तथा 95 नाविकों द्वारा संचालित है।

आईसीजीएस सक्षम: Facts in Brief 

इस 105 मीटर लंबे ओपीवी को गोवा शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन तथा तैयार किया गया है और यह उन्नत तकनीक, नेविगेशन व संचार उपकरण, सेंसर तथा मशीनरी से सुसज्जित है। 

पोत में 30 मिलीमीटर की 2ए42 मेडक गन और एफसीएस के साथ दो 12.7 मिलीमीटर की स्थिर रिमोट कंट्रोल्ड गन (एसआरसीजी) भी लगाई जाएगी।

सक्षम पोत को इंटीग्रेटेड ब्रिज सिस्टम (आईबीएस), इंटीग्रेटेड प्लेटफॉर्म मैनेजमेंट सिस्टम (आईपीएमएस), पावर मैनेजमेंट सिस्टम (पीएमएस) और हाई पावर एक्सटर्नल फायर-फाइटिंग (ईएफएफ) सिस्टम से लैस किया गया है। 

नौसैनिक जहाज को दो इंजन वाले हेलीकॉप्टर और चार उच्च गति वाली नावों को ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जिसमें बोर्डिंग ऑपरेशन, खोज और बचाव, कानूनी प्रक्रियाओं तथा समुद्र में गश्त के लिए दो हवा से भरी हुई नावें भी रखी गई हैं। 

यह पोत समुद्र में तेल रिसाव को रोकने के लिए सीमित प्रदूषण प्रतिक्रिया उपकरण ले जाने में भी सक्षम है।

जहाज सक्षम लगभग 2,350 टन भार (सकल पंजीकृत टन भार) को हटाता है और यह 26 समुद्री मील की अधिकतम गति प्राप्त करने के लिए दो 9,100 किलोवाट डीजल इंजनों द्वारा संचालित होता है।

अपनी उच्च क्षमतापूर्ण गति से यह 6,000-नॉटिकल मील की यात्रा कर सकता है।

इसकी कार्यकुशलता और पहुंच, नवीनतम तथा आधुनिक उपकरण एवं प्रणाली इसे एक कमांड प्लेटफॉर्म की भूमिका निभाने तथा तटरक्षक चार्टर को पूरा करने के लिए सुचारु तरीके से कार्य करने की क्षमता प्रदान करते हैं।

तटरक्षक बेड़े में शामिल होने पर यह जहाज कोच्चि में तैनात होगा। 

आईसीजीएस सक्षम के कमीशन होने से विविध समुद्री गतिविधियों के निर्वहन के लिए आईसीजी परिचालन क्षमता में वृद्धि हुई है। इस पोत के बेड़े शामिल होने से पश्चिमी समुद्री तट की हमारी विशाल तटरेखा की समुद्री सुरक्षा को और बढ़ावा मिलेगा।

अटल टनल: वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा '10,000 फीट से अधिक ऊंचाई पर स्थित सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग' के रूप में मान्यता

Atal Tunnel Longest Highway Tunnel by World Book of Records
क्या आप जानते हैं कि वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स” द्वारा हाल ही में किस टनल को आधिकारिक तौर पर सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग के रूप में मान्यता दी है?... जी हाँ... मनाली को लाहौल-स्पीति घाटी से जोड़ने वाली अटल टनल को आधिकारिक तौर पर वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा '10,000 फीट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग' के रूप में मान्यता दी गई है। 9.02 किलोमीटर लंबी अटल टनल 'रोहतांग दर्रे' से गुजरती है, इसका निर्माण मनाली-लेह राजमार्ग पर अत्यंत कठिन इलाके में ठंड के तापमान की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में किया गया था।

सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक (डीजीबीआर) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने मनाली को लाहौल-स्पीति घाटी से जोड़ने वाली इस उत्कृष्ट  इंजीनियरिंग के निर्माण में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की शानदार उपलब्धि के लिए पुरस्कार प्राप्त किया। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स यूके, एक ऐसा संगठन है जो मान्यता प्राप्त प्रमाणीकरण के साथ दुनिया भर में असाधारण रिकार्ड्स को सूचीबद्ध तथा सत्यापित करता है।

दूरदर्शी परियोजना और राष्ट्र का गौरव अटल टनल 03 अक्टूबर 2020 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राष्ट्र को समर्पित की गई थी। रणनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण 9.02 किलोमीटर लंबी अटल टनल 'रोहतांग दर्रे' से गुजरती है, इसका निर्माण मनाली-लेह राजमार्ग पर अत्यंत कठिन इलाके में ठंड के तापमान की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में किया गया था। इस सुरंग के निर्माण से पहले तक, यह राजमार्ग लाहौल और स्पीति को मुख्य भूमि से अलग करते हुए सर्दियों के मौसम में छह महीने तक बंद रहा करता था। अटल टनल के निर्माण से मनाली-सरचू सड़क पर 46 किलोमीटर की दूरी और यात्रा के समय में चार से पांच घंटे तक की कमी आई है, जिससे मनाली-लेह राजमार्ग पर सभी मौसमों में कनेक्टिविटी उपलब्ध हो गई है।

हिमालय के पीर पंजाल पर्वतमाला में तैयार की गई इस सुरंग का निर्माण तकनीकी और इंजीनियरिंग कौशल की उतनी ही कठिन परीक्षा है, जितनी मानव सहनशक्ति और मशीनी प्रभावकारिता की। इसका निर्माण अत्यंत कठोर एवं चुनौतीपूर्ण इलाके में किया गया है, जहां सर्दियों में तापमान शून्य से 25 डिग्री सेल्सियस नीचे चला जाता है और अक्सर सुरंग के अंदर का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ जाता है। इसको बनाते समय नाजुक भूविज्ञान और सेरी नाला के रिसाव जैसी समस्याएं सामने आई हैं, जो अटल सुरंग में बाढ़ का कारण बनती हैं। इसके साथ ही उच्च भार और अत्यधिक बर्फबारी के रूप में कुछ प्रमुख निर्माण दिक्कतें भी थीं, लेकिन बीआरओ के कर्मचारियों ने इन चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया। 

सीमा सड़क संगठन ने अपने आदर्श वाक्य 'कनेक्टिंग प्लेस कनेक्टिंग पीपल' के अनुरूप अटल टनल, रोहतांग में आधुनिक इंजीनियरिंग का यह चमत्कारिक निर्माण किया है। यह सुरंग देश के महत्वपूर्ण लद्दाख क्षेत्र को एक वैकल्पिक लिंक मार्ग उपलब्ध करा कर सशस्त्र बलों को रणनीतिक लाभ देने के अलावा, हिमाचल प्रदेश के लाहौल और स्पीति जिले के निवासियों के लिए भी एक वरदान बन रही है। अटल टनल के निर्माण से इस क्षेत्र में पर्यटकों के आगमन में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। एक वर्ष से कुछ अधिक समय में ही घाटी और राज्य ने सामाजिक-आर्थिक क्षेत्र में तेजी से विकास देखा है।


केजरीवाल आतंकवादी नहीं यह जनता ने बता दिया: अरविंद केजरीवाल


आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि बहुत बड़ी-बड़ी ताकतें हैं जो पंजाब चुनाव  के पहले  इकट्ठे होकर बोले कि केजरीवाल आतंकवादी है लेकिन  पंजाब विधान सभा के नतीजों ने आज जनता ने बता दिया कि केजरीवाल आतंकवादी नहीं है। पंजाब में ऐतिहासिक जीत पर ‘आप’ संयोजक एवं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज पार्टी मुख्यालय पर समर्थकों को संबोधित करते हुए उक्त बाते  कही. 

उन्होंने कह की बहुत बड़ी-बड़ी ताकतें हैं। हम लोग तो उनके सामने बहुत छोटे हैं। यह सारी ताकतें मिलकर आज देश को आगे बढ़ने से रोकना चाहती हैं। आपने देखा है कि पंजाब में कितने बड़े-बड़े षणयंत्र किए गए। रोज कितना सुनते थे कि ये पार्टी वाले यहां से वोट ट्रांसफर कर देंगे। ये सारे आम आदमी पार्टी के खिलाफ इकट्ठे हो गए थे। सबका एक ही मकसद था कि आम आदमी पार्टी नहीं आनी चाहिए, चाहे कोई भी पार्टी आ जाए। 

उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी को सत्ता में आने से रोकने के लिए इन लोगों ने बड़े-बड़े षणयंत्र किए। अंत में ये सारे इकट्ठे होकर बोले कि केजरीवाल आतंकवादी है। आज इन नतीजों के जरिए जनता ने बता दिया कि केजरीवाल आतंकवादी नहीं है। केजरीवाल देश का सच्चा सपूत है। केजरीवाल सच्चा देशभक्त है। जनता ने अपना नतीजा सुना दिया है। जनता ने कहा, ‘‘केजरीवाल आतंकवादी नहीं है। आतंकवादी तो तुम लोग हो, जो सारे मिलकर देश को लूट रहे हो। 

‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज हम सब लोगों को संकल्प लेना है कि हम एक नया भारत बनाएंगे। हम एक ऐसा भारत बनाएंगे, जहां एक इंसान दूसरे इंसान से प्यार-मोहब्बत करेगा और उस भारत के अंदर नफरत की कोई जगह नहीं होगी। एक ऐसा भारत बनाएंगे, जहां कोई भूखा नहीं सोएगा। एक ऐसा भारत बनाएंगे, जहां हमारी मां-बहनें सुरक्षित हांेगी। एक ऐसा भारत बनाएंगे, जहां अमीरों और गरीबों के बच्चों को एक जैसी अच्छी से अच्छी शिक्षा मिलेगी। 

दिल्ली के बाद आज पंजाब और पूरे देश में इंकलाब होगा: अरविंद केजरीवाल

Kejriwal On Punjab Victory Said I Love You Punjab

पंजाब में ऐतिहासिक जीत पर ‘आप’ संयोजक एवं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि पहले दिल्ली में इंकलाब हुआ, आज पंजाब में इंकलाब हुआ, अब पूरे देश में इंकलाब होगा। उन्होंने कहा कि  आने वाला समय भारत का है और भारत को दुनिया का नंबर वन देश बनने से अब कोई नहीं रोक सकता है।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब के लोगों ने कमाल कर दिया। आई लव यू पंजाब। सुखबीर सिंह बादल हार गए, कैप्टन साहब हार गए, चन्नी साहब हार गए, प्रकाश सिंह बादल साहब हार गए, नवजोत सिंह सिद्धू हार गए और बिक्रम सिंह मजीठिया हार गए। यह बहुत बड़ा इंकलाब है। पंजाब के अंदर आज बड़ी-बड़ी कुर्सियां हिल गईं। 

भगत सिंह ने एक बार कहा था, ‘‘आजादी मिलने के बाद अगर हमने केवल अंग्रेजों को भगा दिया और सिस्टम नहीं बदला, तो कुछ नहीं होने वाला है। दुख की बात है कि पिछले 75 साल से इन पार्टियों और इन नेताओं ने वही अंग्रेजों वाला सिस्टम रखा था। ये देश को लूट रहे थे।

‘आप’ संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज हम सब लोगों को संकल्प लेना है कि हम एक नया भारत बनाएंगे। हम एक ऐसा भारत बनाएंगे, जहां एक इंसान दूसरे इंसान से प्यार-मोहब्बत करेगा और उस भारत के अंदर नफरत की कोई जगह नहीं होगी। एक ऐसा भारत बनाएंगे, जहां कोई भूखा नहीं सोएगा। एक ऐसा भारत बनाएंगे, जहां हमारी मां-बहनें सुरक्षित हांेगी। एक ऐसा भारत बनाएंगे, जहां अमीरों और गरीबों के बच्चों को एक जैसी अच्छी से अच्छी शिक्षा मिलेगी। 

चार राज्यों में मिली जीत चारों दिशाओं से पार्टी को मिला आशीर्वाद है: मोदी

 

Modi thanks Voters UP Uttarakhand Goa Manipur Election Result UP

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने चार राज्यों में भाजपा को मिली जीत पर कहा है कि पार्टी को चारों दिशाओं से मिला आशीर्वाद है जिसे जनता न दिया है. प्रधान मंत्री दिल्ली स्थित भाजपा  कार्यालय में  कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे थे. 

प्रधान मंत्री मोदी ने पार्टी को मिली शानदार जीत  के लिए खासतौर पर महिलाओं और युवाओं को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि चुनाव  प्रचार  के दौरान लोगों ने उनसे वादा किया था की इस बार होली 10 मार्च से आरम्भ होगी और उन्होंने पार्टी को विजय देकर यह साबित भी कर दिया. 

प्रधान मंत्री ने चार राज्यों जीत  को एनडीए का चौका का चौका बताते हुए कहा कि यह सरकार के गरीबों के कल्याण के लिए उठाये गए कदमों पर आम जनता का मुहर है. गरीबों के लिए योजनाएं तो बहुत बनी लेकिन  उन्हें अपना हक कभी नहीं मिली. लेकिन भाजपा सरकार ने गरीबों के कल्याण के लिए बनी  योजनाओं को उनतक पहुंचाने का कार्य किया. 

उल्लेखनीय है कि चार राज्यों में हुए परिणाम आज घोषित हुए जिसमें भाजपा न उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में  सरकार बनाने जा रही है. उत्तर प्रदेश में योगी आदित्य नाथ के नेतृत्व में भाजपा ने स्पष्ट बहुमत प्राप्त कर लिया है. इसके साथ ही उत्तरखंड, मणिपुर और गोवा में भी रुझानों के अनुसार भाजपा सरकार बनाने के लिए बहुमत कर सकती है. 


पांचवीं संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सभा-नैरोबी: 175 देशों ने प्लास्टिक प्रदूषण पर ऐतिहासिक संकल्प अपनाया

कहने  की जरुरत नहीं है कि  आज प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्‍त करना एक वैश्विक पर्यावरण चुनौती के रूप में पहचाना जाता है।  नैरोबी में 28 फरवरी 2022 से 2 मार्च 2022 तक आयोजित पांचवीं संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सभा (यूएनईए 5.2) के फिर से शुरू होने वाले सत्र में प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने के लिए तीन मसौदा प्रस्तावों पर विचार किया गया था। भारत द्वारा प्रस्तुत मसौदा प्रस्ताव में देशों द्वारा तत्काल सामूहिक स्वैच्छिक कार्रवाई का आह्वान किया गया।

भारत ने कानूनी रूप से बाध्यकारी एक नई अंतरराष्ट्रीय संधि के लिए एक अंतर-सरकारी वार्ता समिति की स्थापना करके प्लास्टिक प्रदूषण पर वैश्विक कार्रवाई करने के संकल्प पर आम सहमति विकसित करने के लिए यूएनईए 5.2 में सभी सदस्य देशों के साथ रचनात्मक रूप से काम किया।

लंबी बातचीत के बाद, भारत के मसौदा प्रस्ताव के प्रमुख उद्देश्यों को "प्लास्टिक प्रदूषण समाप्त करें: एक अंतरराष्ट्रीय कानूनी रूप से बाध्यकारी जरिये की ओर" पर संकल्प में पर्याप्त रूप से बताया गया था, जिसे यूएनईए के फिर से शुरू हुए पांचवें सत्र में अपनाया गया, जो 2 मार्च 2022 को संपन्न हुआ। यूएनईए 5.2 राष्ट्रीय परिस्थितियों और क्षमताओं का सम्मान करते हुए सामूहिक वैश्विक कार्रवाई के लिए सहमत होने के लिए याद किया जाएगा।

केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेन्द्र यादव ने 175 देशों द्वारा अपनाने को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि प्लास्टिक पैकेजिंग पर ईपीआर के माध्यम से उपाय करने के साथ-साथ कम उपयोगिता और उच्च कूड़े की क्षमता वाली एकल-उपयोग वाली प्लास्टिक वस्तुओं पर प्रतिबंध लगाकर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने मजबूती और प्रभावी ढंग से प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करने की यात्रा शुरू की है। 

इससे पहले, भारत ने 2019 में आयोजित चौथी संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सभा (यूएनईए) में एकल उपयोग प्लास्टिक उत्पाद प्रदूषण से निपटने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया था, जिससे इस मुद्दे पर वैश्विक ध्यान आकर्षित हुआ।

घरेलू मोर्चे पर, पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने पहचान की गई एकल उपयोग वाली प्लास्टिक वस्तुओं पर प्रतिबंध लगा दिया है, जिनकी कम उपयोगिता और उच्च कूड़े की क्षमता है। प्लास्टिक पैकेजिंग पर विस्तारित उत्पादकों की जिम्मेदारी पर दिशानिर्देश भी अधिसूचित किए गए हैं। विस्तारित उत्पादक जिम्मेदारी दिशानिर्देशों के साथ प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने के लिए कानूनी ढांचा प्रदान करता है।


Neena Gupta gete Ramanujan Prize for Mathematicians

Neena Gupta gete Ramanujan Prize for Mathematicians
युवा गणितज्ञों को दिए जाने वाले रामानुजन पुरस्कार से कोलकाता स्थित भारतीय सांख्यिकी संस्थान की एक गणितज्ञ प्रोफेसर डॉ. नीना गुप्ता को सम्मानित किया गया है। 22 फरवरी, 2022 को उन्हें एक वर्चुअल समारोह में यह पुरस्कार प्रदान किया गया। उन्हें संबद्ध बीजीय ज्यामिति और विनिमेयशील बीजगणित में उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए साल 2021 का यह पुरस्कार मिला है।

सचिव और विभाग की ओर से डीएसटी के अंतरराष्ट्रीय सहयोग प्रभाग के प्रमुख श्री संजीव वार्ष्णेय ने डॉ. नीना गुप्ता को बधाई दी। उन्होंने कहा कि एक महिला शोधकर्ता को यह पुरस्कार प्रदान किया गया है और यह पूरे विश्व की अन्य महिला शोधकर्ताओं को गणित को अपना करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करेगा। श्री संजीव वार्ष्णेय ने आगे कहा, "मुझे यह भी विश्वास है कि यह मान्यता उन्हें भविष्य में और अधिक उल्लेखनीय परिणामों के साथ अपने अनुसंधान का विस्तार करने के लिए प्रेरित करेगी। यह न केवल हमारे देश में बल्कि, पूरे विकासशील विश्व में शोधकर्ताओं व युवा गणितज्ञों को गणितीय विज्ञान में अनुसंधान करने के लिए प्रेरित करेगा।”

आईसीटीपी (इंटरनेशनल सेंटर फॉर थ्योरीटिकल फिजिक्स) व अंतरराष्ट्रीय गणितीय संघ (आईएमयू) के सहयोग से भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) द्वारा वित्त पोषित यह पुरस्कार विकासशील देश के एक शोधकर्ता को हर एक साल प्रदान किया जाता है।

यह पुरस्कार 45 साल से कम उम्र के युवा गणितज्ञों को प्रदान किया जाता है, जिन्होंने एक विकासशील देश में उत्कृष्ट शोध किया है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) की ओर से समर्थित यह पुरस्कार श्रीनिवास रामानुजन की स्मृति में प्रदान किया जाता है। श्रीनिवास रामानुजन जो शुद्ध गणित में एक प्रतिभाशाली व्यक्ति थे, जिन्होंने खुद से पढ़ाई करके दीर्घवृत्तीय कार्यों, निरंतर अंशों, अनंत श्रृंखला और संख्याओं के विश्लेषणात्मक सिद्धांत में अपना शानदार योगदान दिया था।

बीजगणितीय ज्यामिति में एक मूलभूत समस्या- जारिस्की कैंसिलेशन प्रॉब्लम के समाधान के लिए प्रोफेसर गुप्ता को 2014 का भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी (एनएसए) का युवा वैज्ञानिक पुरस्कार प्राप्त हुआ था। एनएसए ने उनके समाधान को 'हाल के वर्षों में कहीं भी किए गए बीजगणितीय ज्यामिति में सबसे अच्छे कार्यों में से एक' के रूप में बताया गया था। इस प्रॉब्लम को 1949 में आधुनिक बीजगणितीय ज्यामिति के सबसे प्रख्यात संस्थापकों में से एक ऑस्कर जारिस्की ने सामने रखा था।

एक अमेरिकी विश्वविद्यालय के साथ साक्षात्कार में प्रोफेसर गुप्ता ने इस प्रॉब्लम का वर्णन किया था --- कैंसिलेशन प्रॉब्लम पूछती है कि अगर आपके पास दो ज्यामितीय संरचनाओं के ऊपर सिलेंडर रखे हैं और जिनके समान रूप हैं तो क्या कोई यह निष्कर्ष निकाल सकता है कि मूल आधार संरचनाओं के भी समान रूप हैं?

त्सो कर वेटलैंड कॉम्प्लेक्स, लद्दाख: अब अंतर्राष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमि

Tso Kar Wetland Complex, Ladakh: Country's New Wetland of International Importance
भारत ने लद्दाख के त्सो कर आर्द्रभूमि क्षेत्र को अपने 42वें रामसर स्‍थल के रूप में शामिल किया है। यह केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख का दूसरा ऐसा स्‍थल है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने खुशी व्यक्त करते हुए आज एक ट्वीट संदेश में यह जानकारी साझा की।

त्सो कर घाटी एक अत्‍यधिक ऊंचाई वाला आर्द्रभूमि क्षेत्र है जहां दो प्रमुख जलप्रपात हैं जो लद्दाख के चांगथांग क्षेत्र के दक्षिण में लगभग 438 हेक्टेयर क्षेत्र में विस्‍तृत मीठे पानी की झील स्‍टारत्‍सपुक त्सो और उत्तर में 1800 हेक्टेयर क्षेत्र में विस्‍तृत खारे पानी की झील त्सो कर खुद स्थित है। इसे त्‍सो कर कहा जाता है जिसका अर्थ है सफेद नमक। इस क्षेत्र में मौजूद अत्‍यधिक खारे पानी के वाष्पीकरण के कारण किनारे पर सफेद नमक की पपड़ी पाई जाती है।

Inspiring  Thoughts: आपकी प्रसन्ता में छिपा  है जीवन की सफलता का रहस्य.... 

बर्ड लाइफ इंटरनेशनल के अनुसार त्सो कर घाटी ए1 श्रेणी का एक महत्वपूर्ण पक्षी क्षेत्र (आईबीए) और यह मध्य एशियाई उड़ान मार्ग का एक महत्वपूर्ण स्‍थान है। यह स्‍थान भारत में काले गर्दन वाली सारस पक्षी (ग्रस नाइग्रीकोलिस) का एक महत्वपूर्ण प्रजनन क्षेत्र है। यह आईबीए ग्रेट क्रेस्टेड ग्रीबे (पोडिसेक्रिस्ट्रैटस), बार-हेडेड गीज यानी कलहंस (अनसेरिंडिकस), रूडी शेल डक यानी बतख (टाडोर्नफ्रेग्यूनिआ), ब्राउन-हेडेड गल (लार्सब्रोननिसेफालस), लेसर सैंड-प्लोवर (चारेड्रियसमुंगोलस) और कई अन्‍य प्रजातियों के लिए एक प्रमुख प्रजनन क्षेत्र है।

धैर्य और आत्मविश्वास का नहीं छोड़े दामन.... मिलेगी विपरीत परिस्थितियों में भी सफलता

रामसर सूची का उद्देश्य आर्द्रभूमि के एक अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क का विकास और रखरखाव करना है जो वैश्विक जैव विविधता के संरक्षण एवं उनके पारिस्थितिक तंत्र के घटकों, प्रक्रियाओं और लाभों के रखरखाव के जरिये मानव जीवन को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण हैं।

मोतियाबिंद: INST वैज्ञानिकों ने किया सरल, सस्ती और बिना ऑपरेशन के इलाज की तकनीक विकसित

आर्द्रभूमि क्षेत्र भोजन, पानी, फाइबर, भूजल पुनर्भरण, जल शोधन, बाढ़ नियंत्रण, कटाव नियंत्रण और जलवायु विनियमन जैसे महत्वपूर्ण संसाधन एवं पारिस्थितिकी सेवाएं प्रदान करता है। वास्तव में वह पानी का एक बड़ा स्रोत होता है और मीठे पानी की हमारी मुख्य आपूर्ति आर्द्रभूमि के एक समूह से होकर गुजरती है जो वर्षा जल को सोखने और पानी को रिचार्ज करने में मदद करती है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय इस क्षेत्र का उपयोग सुनिश्चित करने के लिए केंद्र शासित प्रदेश आर्द्रभूमि प्राधिकरण के साथ मिलकर काम करेगा।

जलियांवाला बाग- स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण मोड़, जानें सम्पूर्ण तथ्य