Point Of View : अरविंद केजरीवाल- अलग सोच और राजनीति का अलग अंदाज़

 


Point Of View : 2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए एक और जहाँ कांग्रेस सहित सभी विपक्षी पार्टियों में मोदी को पराजित करने के लिए नेतृत्व को लेकर होड़ मची है, वही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने विपक्षी पार्टियों को यह सोचने के लिए मजबूर कर दिया है कि अब उन्हें कोई हलके में लेने की गलती नहीं कर सकता. केजरीवाल ने अपनी सूझबूझ और आप को दिलाई सफलता से यह बता दिया है कि भाजपा को पराजित करने में उनके बिना बना मोर्चा सफलता की गारंटी नहीं हो सकती और यही कारन है कि बिहार के मुख्य मंत्री नितीश कुमार से लेकर सभी विपक्षी पार्टियां केजरीवाल के साथ मोर्चा की सम्भावना को लेकर चल रहे है. 

दिल्ली निकाय चुनाव में आम आदमी पार्टी की ताजा जीत ने एक बार फिर दिखा दिया कि लोगों के दिमाग से अरविंद केजरीवाल का जादू खत्म नहीं हुआ है. प्रचार के दौरान तमाम बाधाओं और आरोपों के बावजूद केजरीवाल ने उन चुनौतियों का सामना किया और एमसीडी चुनाव में जीत सुनिश्चित की। बेशक आप राजनीतिक मुद्दों पर केजरीवाल से असहमत हो सकते हैं, लेकिन विरोधियों से अकेले लड़ने के लिए आपको उनके व्यक्तित्व की सराहना करनी होगी।

अनूठी सोच

केजरीवाल के पास एक विशेष प्रकार की ऊर्जा है जिसने उन्हें अनोखे तरीके से सोचने और विशिष्ट तरीके से उस पर अमल करने की क्षमता प्रदान की है। यहां तक कि उनके प्रतिद्वंद्वी भी उनकी अगली चाल के बारे में उम्मीद नहीं कर सकते थे और उन्होंने अपने कदमों से उन्हें चकित कर दिया।

राजनीति के अनोखे तरीके

उनके विरोधी भी खामोशी से स्वीकार करते थे कि अरविन्द केजरीवाल ने राजनीति के पारंपरिक तौर-तरीकों को दरकिनार करते हुए राजनीति का एक अनोखा तरीका स्थापित किया है.

जवाब देने का अनोखा तरीका

अरविंद केजरीवाल विरोधियों द्वारा लगाए गए आरोपों का सीधा जवाब देने से बचते हैं। वह अपनी पार्टी या नेताओं से संबंधित मुद्दों से बचने के लिए अलग-अलग मुद्दों पर प्रतिद्वंद्वी पर हमला करता था।


नजरिया जीने का: पढ़ें और भी...

रिश्ते खास हैं, इन्हे अंकुरित करें प्रेम से, जिंदा रखें संवाद से और दूर रखें गलतफहमियों से

इमोशनल हैं, तो कोई वादा नहीं करें और गुस्से में हों तो इरादा करने से परहेज करें

स्व-अनुशासन के महत्त्व को समझे और जीवन को बनाएं सार्थक 

रखें खुद पर भरोसा,आपकी जीत को कोई ताकत हार में नहीं बदल सकती

Point Of View : "इच्छा" और "निर्णय" से थोडा कुछ लेकिन एक "निश्चय" से सब कुछ बदल सकता है.. जाने कैसे

Pillar of Success Will Decision Determination
Point Of View : जीवन में सफलता के लिए इच्छा और निर्णय की अहमियत से इंकार नहीं किया जा सकता क्योंकि किसी भी लक्ष्य को निर्धारित करने के लिए  इच्छा और निर्णय काफी अहम फैक्टर होते हैं । लेकिन क्या आप जानते हैं कि निश्चय वह अल्टीमेट फैक्टर है जो आपके जीवन किसी भी लक्ष्य और मंजिल को पाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। Inspiring Thoughts के इस लेख में आप जानेंगे कि  जीवन में लक्ष्य को पाने के लिए इच्छा शक्ति, निर्णय और निश्चय को कैसे और किस प्रकार से सदुपयोग कर सकते हैं. 

मानव जीवन बहुत हीं सुंदर और अनुपम भेंट है जिसे प्रकृति ने हमें दिया है। इस जीवन को सार्थक बनाना हमारे हाथ में है और इसके लिए जरूरी है कि हम अपने जीवन के लिए निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त कर एक मिसाल कायम करते हुए दूसरों के लिए आदर्श स्थापित करें।

स्वामी विवेकानंद के इस कथन को अपने जीवन का मूल मंत्र बना लें-"उठो, जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो जाए।" स्वामी विवेकानंद का यह यह विचार हमें यह सिखाता है कि जब हम कोई निर्णय लेते हैं, तो उसे पूरा करने के लिए दृढ़ निश्चय और निरंतर प्रयास आवश्यक हैं।

जीवन में निश्चय और निर्णय का महत्त्व बहुत गहरा होता है। सही निश्चय और निर्णय हमें सही दिशा में आगे बढ़ने का मार्ग दिखाते हैं।
महात्मा गांधी कहते हैं कि-"आप जो करते हैं, वह आपके जीवन को परिभाषित करता है। और जो आप निर्णय करते हैं, वह आपको आपकी मंजिल तक पहुँचाता है।"

लेकिन याद रखें दोस्तों, जीवन को सार्थक बनाने के लिए निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करना जरूरी है और यह तभी संभव होगा जब हम एक अनुशासन युक्त जीवन के साथ तीन सूत्रों को अपने जीवन का हिस्सा बनाए।।। इच्छा, निर्णय और लक्ष्य को पाने का निश्चय। 


याद रखे जीवन में सफलता के लिए तीनों हीं का होना नितांत आवश्यक है। इनमें से किसी भी एक फैक्टर की अनुपस्थिति से आपके लक्ष्य को सफलता से हासिल करने की आपकी उम्मीदों को ग्रहण लग सकता है। 

गौतम बुद्ध के इस उक्ति को कभी नहीं भूलें-"आपका भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि आप आज क्या निर्णय लेते हैं।"

जी हां, लक्ष्य को पाने के लिए सबसे पहले इच्छा का होना जरूरी है क्योंकि यह इच्छा ही हैं जो बीज के रूप में अंकुरित होकर आपके सपनों का फलदार वृक्ष का रूप लेती है। ये सच है कि जैसे सिर्फ बीज को धरती में बोना ही काफी नहीं होता बल्कि उसे तैयार समय पर सिंचाई और केयर की जरूरत होती है।

एपीजे अब्दुल कलाम युवाओं से कहा करते थे कि -"आसानी से हार मत मानो। सफल होने का निर्णय करो।"

उसी प्रकार से सिर्फ इच्छा होना ही काफी नहीं है बल्कि उसे मूर्त रूप देने और अंजाम तक पहुंचाने के लिए उचित और विवेकपूर्ण निर्णय भी उतना ही जरूरी है। निर्णय लेते वक्त हमेशा इसका ध्यान रखें कि पक्षपातपूर्ण और तनाव की स्थिति में गंभीर निर्णय लेने से हमेशा बचें। 

जल्दबाजी में लिया गया निर्णय तभी सही है जब आपका विवेक आपके साथ है, अन्यथा वेट एंड वॉच का पालन करते हुए सही वक्त का इंतजार करना ज्यादा सही होगा। 

जीवन में कोई भी बड़ा निर्णय लेना और निश्चय करना, छोटे कदमों से शुरू होता है जो कि किसी भी सफलता और महत्वपूर्ण कार्यों के पूरा होने के लिए सबसे जरूरी चीज है।

 लाओ त्से का यह महत्वपूर्ण कथन हमेशा याद रखें-"एक हजार मील की यात्रा एक छोटे कदम से शुरू होती है।"

सही निश्चय आपके लिए उचित स्ट्रेटजी बनाने में आपको सहायता प्रदान करतीं है और लक्ष्य को पाने के लिए उचित स्ट्रेटजी का होना उतना जरूरी है जितना कि उसे प्राप्त करने के लिए निश्चय और संकल्पशक्ति का होना। 

यह संकल्प शक्ति और आपका निश्चय ही है जो आपके इच्छा और न्यायोचित निर्णय को सफलता पूर्वक उसके अंजाम तक पहुंचाने का अवसर प्रदान करता है। 


सही समय पर सही निर्णय लेना  लेना भी आपके लिए काफी अहम  है क्योंकि सही लिया गया निर्णय हीं आपके जीवन की दिशा बदल सकता है। मार्टिन लूथर किंग जूनियर ने कहा था -"जीवन में सबसे ज्यादा मायने रखने वाली चीज़ है कि आप सही समय पर सही निर्णय लें।"

कहने का आशय यह है कि किसी भी वस्तु या लक्ष्य को हासिल करने की इच्छा कर लेने के बाद आपका निर्णय थोड़ा कुछ तो बदलता है लेकिन यह आपका निश्चय है जो किसी भी असंभव लगने वाले लक्ष्य को भी सुलभ और आसान बना देता है।

Point Of View : गलतियों को दुहराने से बचें, दूसरों की गलतियों से सबक लें


Point Of View : समस्याओं का होना जीवन का एक अभिन्न हिस्सा है और हम इसे रोक नही सकते। हो सकता है कि आप हर कदम फूंक फूंक कर चलने का अभ्यस्त हैं और गलतियों से परहेज करते करना आपकी आदत का हिस्सा है, फिर भी आप इस तथ्य से इंकार नहीं कर सकते की जीवन में कुछ नया करने और सीखने के दौरान गलतियों का होना स्वाभाविक है और यह जीवन का हिस्सा हैं। 

लेकिन दोस्तों हमें इस तथ्य को भी याद रखना होगा कि जीवन में गलतियों को रिपीट या दुहराना आत्मघाती कदम है और इसे हर हाल में रोका जाना चाहिए।

गलतियाँ करने से अगर आप डरेंगे तो फिर जीवन में कुछ नया करने का जोखिम नही ले पाएंगे जो कदापि उचित नही  कही जा सकती। आखिर जीवन में कुछ नया करने और सोचने वाले महान व्यक्तित्व भी जोखिम लेकर ही जीवन को सार्थक किए हैं। जाहिर है आप भी कुछ नया करने और सोचने के लिए बने हैं फिर सिर्फ इसलिए की गलती नही की जानी चाहिए, आप जीवन में कुछ नया और विशिष्ट करने से कैसे रोक सकते हैं?

जीवन में रिस्क या जोखिम लेने से पीछे नहीं हटना चाहिए क्योंकि इस दौरान होने वाली गलतियां  आपके लिए सीखने की प्रक्रिया का एक हिस्सा है, हां इतना हमें ध्यान रखनी होगी की उसे दोहराया न जाए|

महान कूटनीतिक और विद्वान चाणक्य की इस कथन को हमेशा याद रखें " दूसरों द्वारा की जाने वाले गलतियों से सीखने का प्रयास करो क्योंकि अपनी गलतियों sell सीखने में हमारी उम्र छोटी पड़ जायेगी"

वैसे भी अंग्रेजी में एक कहावत है "To Err is human" स्पष्ट है कि गलतियों का नही होना आपकी विद्वता ही सकती है लेकिन कुछ नया करना भी जरूरी है। 

इसलिए जीवन में गलतियों से डरने के नही बल्कि कुछ नया करने पर फोकस करें क्योंकि प्रकृति हम सभी को विशेष गुण और विलक्षण प्रतिभा के साथ उत्पन्न किया  फिर सिर्फ कुछ गलतियों के नहीं करने की जिद के लिए उसे सीमा में बांधने वाले हम कौन होते हैं?

जहाँ तक बात गलतियों की है, आपने उस पुरानी कहावत तो सुनी होती- "गलती भी उसी से होती है, जो कुछ ना कुछ करते है, जो कुछ करेंगे ही नहीं   भला उनसे  किसी  प्रकार की गलती  की अपेक्षा भला कैसे की जा सकती है.... "

Point Of View : डिप्रेशन और फ़्रस्ट्रेशन पर काबू पाने के लिए पाएं नेगेटिव माइंडसेट से छुटकारा

Inspiring Thoughts How To Control Frustration And Depression

Point Of View : 
मानसिक अवसाद और मेन्टल तनाव को हम हमेशा से जीवन का सामान्य घटना समझने की भूल करते हैं. अक्सर हम इसे अपने दैनिक जीवन और आधुनिक भागदौड़ वाले जीवन की रेस का परिणति मानने की गलती करते हैं. लेकिन सच्चाई यह नहीं है दोस्तों. मानसिक अवसाद और मेन्टल टेंशन का अगर समय रहते समुचित इलाज नहीं किया गया तो यह जानलेवा भी हो सकता हैं.

सफलता के लिए संघर्ष और मिलने वाले बाधाओं से निबटने के लिए  खुद के अंदर  सकारात्मकता ऊर्जाओं  को बढ़ाना बहुत ही जरुरी है. इस दौरान केवल आपकी पॉजिटिव मानसिकता और स्वय के अंदर सकारात्मक  विचारों का सृजन करें. बाहरी दुनिया से लगभग कर जाने और सोशल डिस्टेंस के दौर में यह जरुरी है कि  आप अपने आपको हमेशा सक्रिय रखें और इस  अवधि के दौरान आने वाली कठिनाइयों का सामना करने के लिए खुद्द को मानसिक  रूप से मजबूत बनाये  रखें. 

सच तो यह है कि यह आपके सकारात्मक विचार और मजबूत मानसिकता है जो सीधे आपके व्यक्तित्व और दृढ़ संकल्प शक्ति को तय करनेमें प्रमुख भूमिका निभाते हैं.  दोस्तों आप हमेशा याद रखें कि प्रकृति ने हम सभी के व्यक्तित्व  को एक आइरन मैन की तरह स्ट्रांग क्वालिटी से नवाजकर धरती पर भेजा है.


अब यह हम पर निर्भर करता है कि  हम  अपने आपको अपने   पॉजिटिव विचारों और स्वस्थ मानसिकता को किस हद तक खुद को स्ट्रांग और शक्तिशाली बनाकर रख पाते हैं. 

यह आश्चर्यजनक है कि उन तथ्यों के बावजूद कि हमारे पास अपने विचारों को निर्देशित करने की शक्ति है, हमने अपने दिमाग में सभी नकारात्मक विचारों को उकेरा है. हम मानव ब्रह्मांड के सबसे बुद्धिमान प्राणी होने का दावा करते हैं, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से  सच्चाई यह है कि-We Know the Right but do the Wrong .

हम में से हर कोई इस तथ्य को जानता है कि यह हमारी मानसिकता हीं  जो हमारे कार्यों पर हावी है और हमारे कर्मों के परिणाम में परिलक्षित होती है. 

प्रसिद्ध व्यक्तित्व रतन टाटा का उद्धरण  यहां उल्लेख करना उपयुक्त होगा कि-कोई भी लोहे को नष्ट नहीं कर सकता है,बल्कि यह जंग हीं है जो इसे खा सकता है और बर्बाद कर सकता है.  इसी तरह, एक व्यक्ति को अगर कोई नष्ट कर सकता है तो सिर्फ और सिर्फ उसकी सोच और नकारात्मक मानसिकता हो सकती है.

आपके आसपास के नकारात्मक विचार और कुछ नहीं बल्कि आपकी खुद के अंदर उत्पन्न नकारात्मक मानसिकता की देन  है. आप इस तरह के विचारों के निर्माता आप खुद होते हैं और आपने अपने मन में जिस प्रकार के सोच और मानसिकता को पालते हैं, भविष्य में वही आपकी व्यक्तित्व बन जाती है. 

याद रखें, आप अपनी परिस्थितियों के निर्माता हैं और निश्चित रूप से आपकी सहमति के बिना, नकारात्मक विचार आपकी मानसिकता को भला कैसे बदल सकते हैं ...यदि आप केवल सकारात्मक विचारों और प्रेरक मानसिकता से लैस हैं, तो आपके स्पर्श में आया ऐसा निराशावादी व्यक्ति आशावादी व्यक्ति में बदल जाएगा ...निश्चित रूप से, शुरू में इसे लागू करना मुश्किल होगा, लेकिन याद रखें, यह असंभव नहीं है.

याद रखें, एक बार ऐसा समय आएगा जब लोग आपके सकारात्मक दृष्टिकोण और आपकी मानसिकता को लोग अनुसारण करेंगे और अपनी खुद की नकारात्मक मानसिकता को भूल जाएं साथ ही आप आयरन मैन के साथ स्ट्रांग माइंडसेट के लिए रोल मॉडल बन जाएंगे.

Point Of View: हम असफलता से नहीं, उसके भय से घबराते हैं...जानें कैसे पाएं नियंत्रण

Point Of View: भय की तरह साहस भी संक्रामक होता हैं और हम सभी इस तथ्य से परिचित हैं लेकिन  हमारी सबसे बड़ी विडम्बना यह है कि  हम दिल से इसे स्वीकार नहीं कर पाते. जीवन में अगर सफल होना है तो हमें असफलता के भय पर काबू  पाना ही होगा और अब यह आप पर निर्भर करता है कि आप खुद के अंदर भय या साहस...किसका बीज खुद के अंदर रोपते हैं.... क्योंकि याद रखें....अंकुरण आपके अंदर रोपे  गए बीज में होना है और वृक्ष और फल भी उसमें हीं लगना है.... 
असफलता का डर एक ऐसा भय है जो हमें नए अवसरों से पीछे हटने या अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने की कोशिश करने से रोकता है। आप असफलता का डर को नियंत्रित करना सीखे क्योंकि बिना इसके जीवन में किसी भी लक्ष्य को पाना असंभव हो जाएगी। 

क्या आप जानते हैं कि हमें सफलता को हासिल करने वाले जूनून और मिली असफ़लतां के लिए सबसे बड़ी विफलता क्या है.... दोस्तों वह है असफलता का भय... हाँ दोस्तों... हम असफलता से उतना नहीं घबराते जिंतना हमें उसे मिलने वाले भय से हम विफलता के शिकार हो जाते हैं...

वास्तव में यह हमारी सोच और माइंडसेट है जो हमारी एक्शन और स्टेप्स का निर्धारण करती है... जीवन है दोस्तों तो कठिंनाइयों का मिलना तय है और आप उससे बच नहीं सकते... हाँ जीवन में मिलने वाली उन बाधाओं और कठिनाइयों को कैसे लेते हैं यह आपके पॉजिटिव और नेगेटिव सोच पर निर्भर करता है....

दोस्तों..  एक बार याद रखें... जीवन में कठिनाइयाँ हमे बर्बाद करने नहीं आती है, बल्कि यह हमारी छुपी हुई सामर्थ्य और शक्तियों को बाहर निकलने में हमारी मदद करती है... ये  हमें यह बताती हैं कि हम किस मिटटी के बने हैं.. 

यह एकमात्र सत्य है क़ि अगर आप अपने लक्ष्य में सफल होना चाहते हैं तो  खुद के अंदर के भय को  दूर करने के लिए प्रयास कीजिये.... और इसके लिए सबसे जरुरी है खुद के अंदर साहस रूपी बीज को अंकुरित करें.... 

वास्तव में हमारा साहस हीं एकमात्र सच है जो  हमारे मन से भय को दूर कर सकता है. याद रखें, विफलता के डर को अलग किए बिना, आप अपने सपने को सफल नहीं बना सकते हैं और इसलिए सबसे पहले आपको अपने प्रयासों में विफलता के डर पर नियंत्रण प्राप्त करना होगा/

विंस्टन चर्चिल द्वारा भय और साहस के संदर्भ में दिए गए ऐतिहासिक उद्धरण को याद रखें ... "भय एक प्रतिक्रिया है, साहस एक निर्णय है।"

दोस्तों, जैसा कि आप जानते हैं कि "भय की तरह साहस भी संक्रामक होता हैं.... " तो जाहिर है कि  यह आप पर निर्भर करता है कि  आप खुद के अंदर भय या साहस...किसका बीज खुद के अंदर रोपते हैं.... क्योंकि याद रखें....अंकुरण आपके अंदर रोपे  गए बीज में होना है और वृक्ष और फल भी उसमें हीं लगना है.... 

किसी के रोके न रुक जाना तू,
लकीरें किस्मत की खुद बनाना तू,
कर मंजिल अपनी तू फतह,
कामयाबी के निशान छोड़ दे,
घुट-घुट कर जीना छोड़ दे,
-नरेंद्र वर्मा

सच तो यह है कि भय और साहस में चयन करने का निर्णय आपके मानसिकता से आएगी और इसके लिए यह जरुरी है कि आप आपने सोच और मानसिकता को मजबूत और स्वस्थ रखें....

यह आपकी मानसिकता ही हैं जो आपके अंदर विजय रूपी साहस का संचार पैदा करेगा… और आप के अंदर अंकुरित आपका साहस आपकी मानसिकता का बचाव करेगा और यह आपके प्रयासों में आपकी सफलता के लिए इसे दूर करने के लिए भय की अनुपस्थिति का रास्ता तय करेगा,,,
बाधाएँ आती हैं आएँ
घिरें प्रलय की घोर घटाएँ,
पावों के नीचे अंगारे,
सिर पर बरसें यदि ज्वालाएँ,
निज हाथों में हँसते-हँसते,
आग लगाकर जलना होगा।
क़दम मिलाकर चलना होगा।
-अटल बिहारी वाजपेयी



इसके लिए यह जरुरी है कि सबसे पहले आप अपने अंदर मजबूत मानसिकता को पैदा करें जो आपके अंदर साहस पैदा कर असफलता के भय को समाप्त करेगा साथ ही  विफलता के डर की भावना को गायब करने का रास्ता दिखाएगा…याद रखें... यह आपकी मानसिकता की स्थिति है और इसलिए आपको अपने आप को विकसित करना होगा…तभी आप असफलता के भय से बाहर आ पाएंगे जो सफलता के लिए सबसे जरुरी शर्त है. 

Point Of View : असफलता संकेत है कि हम लक्ष्य से चूक गए, खुद को विफल व्यक्ति तो हम खुद मान लेते हैं

najariya jine ka tips to overcome fear of failure

Point Of View: असफलता का मतलब यह कदापि नहीं होती है कि कोई खास व्यक्ति अपने लक्ष्य से चूक गया है और अब वह बिलकुल एक असफल व्यक्ति ही होकर रह जायेगा। अगर  सफलता की कोशिश के दौरान मिली असफलता का मतलब आपने यह लगा लिया है कि आप एक विफल व्यक्ति हैं तो फिर तो आपको  अपने  सोचने के रवैये में परिवर्तन की जरुरत है। 

सबसे पहले आपको यह समझना होगा कि सफलता की राह में मिली असफलता का डर एक सामान्य भावना है जो हर किसी को कभी न कभी महसूस होती है। सच तो यह है कि यह एक ऐसा डर है जो हमें नए अवसरों से पीछे हटने या अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने की कोशिश करने से रोक सकता है। जरुरत इस बात कि है कि आप असफलता का डर को नियंत्रित करना सीखे क्योंकि बिना इसके जीवन में किसी भी लक्ष्य को पाना असंभव हो जाएगी। असफलता के भय को दूर करने में ये टिप्स सहायक हो सकते हैं-

अपने डर को पहचानें-

सबसे पहले, यह समझना महत्वपूर्ण है कि आप किस चीज से डरते हैं। क्या आप डरते हैं कि आप असफल होंगे? क्या आप डरते हैं कि लोग आपका मजाक उड़ाएंगे? या क्या आप डरते हैं कि आप अपने लक्ष्यों को प्राप्त नहीं करेंगे? एक बार जब आप अपने डर को पहचान लेते हैं, तो आप उनका सामना करने के लिए एक योजना बनाना शुरू कर सकते हैं।

अपने डर को चुनौती दें-

अपने डर को चुनौती देने का एक तरीका है कि आप उन चीजों को करें जिनसे आप डरते हैं। यदि आप डरते हैं कि आप सार्वजनिक रूप से बोलने में असफल होंगे, तो एक सार्वजनिक भाषण दें। यदि आप डरते हैं कि आप एक परीक्षा में असफल होंगे, तो एक कठिन परीक्षा लें। अपने डर का सामना करने से आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि वे वास्तव में कितने खतरनाक हैं।



अपने आप पर विश्वास करें-

असफलता का डर अक्सर आत्म-संदेह से जुड़ा होता है। यदि आप अपने आप पर विश्वास नहीं करते हैं, तो आप सफल होने की संभावना कम हैं। अपने आत्म-विश्वास को बढ़ाने के लिए, अपने गुणों और उपलब्धियों पर ध्यान दें। अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आप जो कड़ी मेहनत कर रहे हैं उस पर ध्यान केंद्रित करें।

अपने आप को तैयार करें-

असफलता का डर अक्सर अनिश्चितता से जुड़ा होता है। यदि आप अपने आप को तैयार करते हैं, तो आप अनिश्चितता को कम करने में मदद कर सकते हैं। अपने लक्ष्यों के लिए एक योजना बनाएं और उस पर काम करें। अपने आप को उन चीजों के लिए तैयार करें जो गलत हो सकते हैं।

अपने आप को माफ करें। 

यदि आप असफल होते हैं, तो अपने आप को माफ करना सीखें। असफलता एक सामान्य हिस्सा है। हर कोई असफल होता है। असफलता से सीखने और आगे बढ़ने के लिए महत्वपूर्ण है।

असफलता का डर को नियंत्रित करना आसान नहीं है, लेकिन यह संभव है। यदि आप इन युक्तियों का पालन करते हैं, तो आप अपने डर को दूर करने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक कदम आगे बढ़ सकते हैं।

लक्ष्य को पहचानें  

अपने लक्ष्यों को छोटे और अधिक प्रबंधनीय लक्ष्यों में विभाजित करें। इससे आपको अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में अधिक आत्मविश्वास महसूस करने में मदद मिलेगी।एक समर्थन प्रणाली बनाएं। ऐसे लोगों के साथ जुड़ें जो आपके सपनों में आपका समर्थन करते हैं।

सकारात्मक सोच 

इसके लिए यह जरुरी है कि आप सकारात्मक सोच का अभ्यास करें और खुद में सबसे पहले यह विश्वाश जगाएं कि आपके अंदर ऊर्जा का अपार भण्डार है । अपने आप को यह बताएं कि आप सफल हो सकते हैं। यदि आप असफलता के भय से गंभीर रूप से पीड़ित हैं, तो एक पेशेवर चिकित्सक से सलाह लेना महत्वपूर्ण है। एक चिकित्सक आपको अपने डर का कारण समझने और उन्हें प्रबंधित करने के लिए रणनीति विकसित करने में मदद कर सकता है।

असफलता के भय से निकलने में सहायक कोट्स 

  • "असफलता सफलता का एक हिस्सा है। कोई कभी भी असफलता के बिना सफल नहीं होता है।" - माइकल जॉर्डन
  • "असफलता का डर सफलता का सबसे बड़ा अवरोध है।" - डेविड हॉकिंग
  • "असफलता एक विकल्प नहीं है। यह एक परिणाम है।" - जॉर्ज एलिस
  • "असफलता एक अवसर है कि हम शुरू से बेहतर शुरुआत करें।" - हेनरी फोर्ड
  • "असफलता का मतलब है कि आपने अपने लक्ष्य से चूक गए। इसका मतलब यह नहीं है कि आप एक विफल व्यक्ति हैं।" - जॉन सी. मैक्सवेल



Point Of View : अपनी सोच को सीमाओं से नही बांधे, कुछ बड़ा करने से पहले खुद से पूछे यह तीन सवाल?


Point Of View : आप अपनी सोच को नई उड़ान दें और उन सपनों से खुद को साक्षात्कार होने दें जहां तक आपको आपकी सोच ने पहुंचाया है। विश्वास कीजिए, अगर आप दिवास्वप्न नही देख रहें है तो वह सब आपकी पहुंच के अंदर है।

अपनी सोच को सीमाओं से नहीं बांधना और बड़ा सोचना एक जीवन बदलने वाला अनुभव है जिसका अनुभव करने के लिए यह जरुरी है कि सबसे पहले आप  खुद  पर यकीन  करना सीखें. विश्वास करें,  जब आप अपनी सोच को सीमाओं से नहीं बांधते हैं, तो आप अपनी क्षमताओं को पूरी तरह से विकसित कर में  सफल होते है और यही स्थिति आपको जीवन में अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए प्रेरित करती है.

 जीवन  में आगे बढ़ने के लिए हमें अपनी सोच  और कल्पना को ऊँची उड़ानों से रोकने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। यह  सच है कि जीवन में सिर्फ स्वतंत्रता ही काफी नहीं होती बल्कि हमें आगे बढ़ने के लिए खुद पर एक जिम्मेदार नियंत्रण भी  एक जरुरी फैक्टर है आप तो खुद के अंदर वह हिम्मत और साहस के साथ उन सपनों को यथार्थ के धरातल पर उतारने की कोशिश शुरू कीजिए।
किसी भी कार्य को करने के पहले खुद से तीन सवाल करें-
1. अपने आप से सवाल पूछें.
 अपने आप से यह सवाल पूछें कि आप क्या हासिल करना चाहते हैं. अपने सपनों और लक्ष्यों के बारे में सोचें. एक बार जब आप जान जाएंगे कि आप क्या चाहते हैं, तो आप अपनी सोच को उस दिशा में केंद्रित करना शुरू कर सकते हैं.

लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती…
हिम्मत करने वालों की कभी हार नहीं होती…
-हरिवंश राय बच्चन

2. अपने आप को प्रेरित करें. 
अपने आप को प्रेरित करने के लिए, आप कहानियों, वीडियो, या किसी भी चीज का इस्तेमाल कर सकते हैं जो आपको प्रेरित करती है. आप अपने दोस्तों और परिवार से भी प्रेरणा ले सकते हैं.
3. कार्रवाई करें. 
अपनी सोच को सीमाओं से नहीं बांधने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप कार्रवाई करें. जब आप कुछ करते हैं, तो आप अपने आप को विश्वास दिलाते हैं कि आप कुछ भी हासिल कर सकते हैं.

 भले ही आपके रोजमर्रा के जीवन में हर जगह लिमिट एक जरूरी शर्त है जो आपके लिए जरूरी भी है। अगर आप सड़क पर गाड़ी से गुजर रहे हैं तो स्पीड लिमिट जरूरी है। बैंक का डेबिट कार्ड ही चाहे क्रेडिट कार्ड वहां भी आप लिमिट को नजरंदाज नहीं कर सकते। यहां तक आपके बोली और व्यवहार भी अगर गलती से लिमिट क्रॉस हो जाए तो आफत से कम नहीं है। लेकिन याद रखे, जीवन में हर जगह पर एक लिमिट का हीं आपके लिए जरूरी है लेकिन कभी भी अपनी थिंकिंग या सोच को लिमिट नही दें क्योंकि यह आपके लिए हानिकारक हो सकती है।

अपने सोच को हमेशा स्वतंत्र रखें क्योंकि प्रकृति ने हमें उन सभी गुणों से पूर्ण करके भेजा हैं जो अन्य लोगों में हैं तो फिर उन्हे सीमाओं से बांधने वाले हम कौन होते हैं।

घुट-घुट कर जीना छोड़ दे,
तू रुख हवाओं का मोड़ दे,
हिम्मत की अपनी कलम उठा,
लोगों के भरम को तोड़ दे.
-नरेंद्र वर्मा

आप अपनी सोच को नई उड़ान दें और उन सपनों से खुद को साक्षात्कार होने दें जहां तक आपको आपकी सोच ने पहुंचाया है। विश्वास कीजिए, अगर आप दिवास्वप्न नही देख रहें है तो वह सब आपकी पहुंच के अंदर है।
आप तो खुद के अंदर वह हिम्मत और साहस के साथ उन सपनों को यथार्थ के धरातल पर उतारने की कोशिश शुरू कीजिए।

किसी शायर ने क्या खूब कहा है।।
"हम अपनी कोशिशों से बनाएंगे रास्ता, 
हिम्मत तो है, बला से कोई रास्ता नही."

हम अक्सर देखते हैं कि परिस्थितियों को अगर हम अनावश्यक रूप से बढ़ाकर पेश नहीं करें तो उनका सामना भी किया जा सकता है और वह भी आपके पास तत्काल उपलब्ध संसाधनों से।

लेकिन विडंबना यह है कि हम खुद को नगण्य और कम आंकने की दुर्भावना से इतने ग्रसित हो चुके हैं कि सकारात्मक ऊर्जा हमारे अंदर दस्तक भी नही दे पाती है।

इसके लिए यह जरूरी है कि हम खुद के अंदर पॉजिटिव सोच को जगह दी, नकारात्मक लोगों से दूरी बनाए और सबसे जरूरी हमेशा बड़ा सोचें और बड़ी उपलब्धियों को हासिल करें।





Point Of View : रिश्ते खास है, इन्हे अंकुरित करें प्रेम से, जिंदा रखें संवाद से और दूर रखें गलतफहमियों से

Point Of View: रिश्ते हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और यह हमारी आपस के प्यार और सहयोग के बंधन को मजबूत करते हैं. मजबूत और स्वस्थ रिश्तों के बदौलत ही हम अपनी जीवन में रोज मिलने वाले कठिनाइयों पर विजय प्राप्त कर पाते हैं. आज जबकि विज्ञान ने हमें सोशल साइट्स और तकनिकी रूप से काफी अधिक सुविधाओं को हमारे सामने रख दिया है, लेकिन फिर भी सच यह है कि हम रिश्तों को निभाने में चिट्ठी पत्री वाले जमाने से भी दूर होते जा रहे हैं. जबकि आवश्यकता यह है कि हम उन्हें प्रेम, संवाद और गलतफहमियों को दूर करने के माध्यम से पोषित करने पर बल दें. 

याद रखें दोस्तों प्रेम एक रिश्ते की नींव है और यह हमें एक-दूसरे के लिए देखभाल और सम्मान करने के लिए प्रेरित करता है। प्रेम हमें मुश्किल समय में एक साथ रहने और खुशी के समय का जश्न मनाने में मदद करता है।

क्या आप जानते हैं कि संवाद एक रिश्ते को जीवित रखने के लिए प्रमुख जरुरत है। हमें अपने साथी के साथ अपने विचारों, भावनाओं और जरूरतों को खुलकर और ईमानदारी से साझा करने की आवश्यकता है। संवाद हमें गलतफहमियों को दूर करने, विश्वास बनाने और एक-दूसरे को बेहतर ढंग से समझने में मदद करता है।

गलतफहमियां हर रिश्ते में होती हैं। हालांकि, हम उन्हें दूर करने के लिए कदम उठा सकते हैं। हमें एक-दूसरे को सुनने और समझने की कोशिश करने की आवश्यकता है। हमें अपने साथी की भावनाओं के प्रति संवेदनशील होने की भी आवश्यकता है।एक समय था जब परिवार और उसके सदस्य हमारी ताकत हुआ करती थी लेकिन आज की हमारी यह सोच का हीं तो दोष है जहां बड़े परिवार को प्रगति की राह में बाधा समझी जाती है।।।

तकनीकी रूप से हम इतने आगे हैं कि लोगों से वीडियो कॉल पर फेस टू फेस बात करने में सक्षम हैं। हां यह बात और है कि हम दिल से और भी दूर होते जा रहे हैं खासकर अपनों से। 

याद रखें दोस्तों, रिश्ते के अंकुरित होने के लिये जीतना जरूरी प्रेम होती है, उसके जिंदा रहने के लिए संवाद का होते रहना उतना ही जरुरी है।  इसके साथ ही, रिश्तों को महसूस करने लिए आपस में संवेदनाओं और संवेदनशीलता का होना काफी जरूरी है।

रिश्तों को निभाने के लिए गलतफहमियों का नही होना जरूरी तत्व है दोस्तों क्योंकि अक्सर हम इसका शिकार होकर अपने अपनों से दूर होते चले जाते है। अहंकार एक अन्य महत्वपूर्ण कारण है जो रिश्तों के बिखरने और खत्म होने में प्रमुख भूमिका निभाती है।

जाने कैसे आप अपने रिश्तों को प्रेम, संवाद और गलतफहमियों को दूर करने के माध्यम से कैसे पोषित कर सकते हैं:

  • अपने साथी को बताएं कि आप उन्हें कितना प्यार करते हैं। इसे शब्दों में या कार्यों के माध्यम से कहें।
  • अपने साथी के साथ समय बिताएं। एक साथ बात करें, हंसें और रोएं।
  • एक-दूसरे की भावनाओं के प्रति संवेदनशील बनें। जब वे खुश या दुखी हों तो उन्हें सुनें और समझें।
  • अपने साथी के साथ ईमानदार रहें। अपने विचारों, भावनाओं और जरूरतों को खुलकर और स्पष्ट रूप से साझा करें।
  • अपने साथी की गलतियों को माफ करने के लिए तैयार रहें।
  • अपने साथी के साथ समस्याओं को हल करने के लिए काम करें।
  • अपने रिश्तों को पोषित करने के लिए समय और प्रयास करें। यह आपको अपने जीवन में प्यार, समर्थन और दोस्ती की समृद्धता का अनुभव करने में मदद करेगा।

नजरिया जीने का: पढ़ें और भी...

रिश्ते खास हैं, इन्हे अंकुरित करें प्रेम से, जिंदा रखें संवाद से और दूर रखें गलतफहमियों से

इमोशनल हैं, तो कोई वादा नहीं करें और गुस्से में हों तो इरादा करने से परहेज करें

स्व-अनुशासन के महत्त्व को समझे और जीवन को बनाएं सार्थक 

रखें खुद पर भरोसा,आपकी जीत को कोई ताकत हार में नहीं बदल सकती


Point Of View : स्मार्ट पेरेंटिंग टिप्स-शिशुओं और छोटे बच्चों, किंडरगार्टनर और अन्य

Najariya Jine Ka Smart Parenting Tips For  Toddler Teenagers

Point Of View: अगर आप पैरेंट हैं और आपके बच्चे स्कूल या नर्सरी का छात्र है तो फिर आपको स्मार्ट पेरेंटिंग टिप्स से परिचित होना काफी जरुरी है. जी हाँ, आज का दौर स्मार्टनेस का दौर है और सच यह भी है कि हमारे बच्चों की स्मार्टनेस और सफलता हीं पेरेंट्स की पेरेंटिंग का सर्टिफिकेट है और आप इससे इंकार नहीं कर सकते। भले हैं हम सभी पेरेंटिंग टिप्स का इस्तेमाल करने के दौरान काफी कॉन्फिडेंट रहते हैं और निश्चित ही इसका वजह भी है। हम सभी पेरेंट्स इस तथ्य से भली भांति वाकिफ हैं की आधुनिक समय में अगर आप र्स्माट पेरेंटिंग करते हैं, तो आपके बच्चों के साथ आपकी बॉन्डिंग भी और स्ट्रांग होगी और इसके लिए जरुरी है कि हम अपने बच्चों के लिए माता पिता के साथ ही उनके लिए दादा-दादी, नान-नानी, चाचा-चाची, बुआ आदि की भूमिका भी निभानी पड़ती है क्योंकि  अब पहले की तरह संयुक्त परिवार के तरह ये सभी उपलब्ध होते हैं है जो  बच्चों को सही और गलत के बारे में जानकारी देंगे. हालांकि सच यह भी है कि तब माता-पिता से कहीं ज्यादा बच्चे ग्रांड पेरेंट्स के साथ अटैच होते थे  अब न्यूक्लियर फैमिली में बच्चे माता-पिता के साथ रहते हैं और एक वहीं माध्यम होते हैं, जो उन्हें घर में सही और गलत के बारे में जानकारी देते हैं। जाहिर है कि इस बदलते परिवेश में स्मार्ट पेरेंटिंग (Smart parenting) की भी जरूरत ज्यादा जरुरी और महत्वपूर्ण हो चुकी है।

अगर आपके बच्चे ग्रो कर रहे हैं तो आपको ये जानकारी जरूर होनी चाहिए कि कैसे स्मार्ट पेरेंटिंग करनी चाहिए। इस आर्टिकल में इन्हीं बिंदुओं पर प्रकाश डाला गया है। स्मार्ट पेरेंटिंग (Smart parenting) के कुछ टिप्स जो आपकी मदद कर सकते हैं, आइये जानते हैं उनके बारे में।

बच्चों को हमेशा उदाहरण के आधार पर समझाएं

बच्चे अपने आस-पास के वयस्कों को देखकर सबसे अच्छा सीखते हैं और इसके लिए यह जरुरी है कि अपनी बातों को समझने के लिए एक्साम्प्ल का हमेशा प्रयोग करें । इसलिए, उस व्यवहार को मॉडल करना सुनिश्चित करें जो आप उनमें देखना चाहते हैं।

स्पष्ट अपेक्षाएँ निर्धारित करें: 

अपने बच्चों को बताएं कि व्यवहार, काम-काज और शिक्षा के मामले में आप उनसे क्या अपेक्षा करते हैं। अपनी अपेक्षाओं के प्रति स्पष्ट, सुसंगत और आयु-उपयुक्त रहें।

सकारात्मक सुदृढीकरण प्रदान करें:

 अपने बच्चों को अच्छा बनें और उनके प्रयासों के लिए उनकी प्रशंसा करें। सज़ा की तुलना में सकारात्मक सुदृढीकरण कहीं अधिक प्रभावी प्रेरक है।

विकल्पों की पेशकश करें: 

जब उचित हो, अपने बच्चों को नियंत्रण और स्वतंत्रता की भावना देने के लिए विकल्पों की पेशकश करें।

अपने बच्चों की बात सुनें: 

अपने बच्चों की बात सुनने और उनकी भावनाओं को समझने के लिए समय निकालें। उन्हें बताएं कि उनकी राय आपके लिए मायने रखती है।

एक साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिताएं:

 पारिवारिक गतिविधियों के लिए नियमित समय निर्धारित करना सुनिश्चित करें जिनका हर कोई आनंद लेता है। इसमें गेम खेलने से लेकर बाहर घूमने जाने तक कुछ भी शामिल हो सकता है।

अपना ख्याल रखें: 

अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखना महत्वपूर्ण है ताकि आप सबसे अच्छे माता-पिता बन सकें।

विशिष्ट टिप्स : शिशुओं और छोटे बच्चों के लिए:

  • एक सुरक्षित और प्रेमपूर्ण वातावरण बनाएं.
  • अपने बच्चे से अक्सर बात करें और गीत या गाना या राइम को शेयर ।
  • अपने बच्चे को किताबें पढ़ कर कहानी सुनाएँ  .
  • अपने बच्चे के साथ इंटरैक्टिव गेम खेलें।
  • अपने बच्चे को अन्वेषण और सीखने के लिए भरपूर अवसर प्रदान करें।
  • प्रीस्कूलर और किंडरगार्टनर के लिए:
  • अपने बच्चे को उनके सामाजिक और भावनात्मक कौशल विकसित करने में मदद करें।
  • अपने बच्चे को रचनात्मक और स्वतंत्र होने के लिए प्रोत्साहित करें।
  • सीमाएँ और सीमाएँ निर्धारित करें।
  • अपने बच्चे को समस्याओं को हल करना सीखने में मदद करें।
  • अपने बच्चे को स्वस्थ आदतों के बारे में सिखाएं।

स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए:

  • अपने बच्चे को अध्ययन की अच्छी आदतें विकसित करने में मदद करें।
  • अपने बच्चे को पाठ्येतर गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करें।
  • अपने बच्चे से नशीली दवाओं, शराब और सेक्स के बारे में बात करें।
  • अपने बच्चे को स्वस्थ संबंध बनाने में मदद करें।
  • अपने बच्चे को जिम्मेदारी और नागरिकता के बारे में सिखाएं।

किशारों के लिए:

  • अपने किशोर को अधिक स्वतंत्रता दें।
  • अपने किशोर की निजता का सम्मान करें।
  • एक अच्छा श्रोता होना।
  • मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करें.
  • अपने किशोर को बताएं कि आप उससे प्यार करते हैं और उसका समर्थन करते हैं।

Point Of View : स्वस्थ मस्तिष्क के लिए जरुरी है उसे लगातार सक्रिय रखना-जानें टिप्स


  • Point Of View: सफलता के लिए आवश्यक सोचने, समझने और सीखने की क्षमता को स्वस्थ मस्तिष्क ही प्रदान करता है। जीवन में सफलता के लिए स्वस्थ मस्तिष्क का रहना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि यही सफलता का सबसे बड़ा राज है। सच्चाई तो यह है कि यह मस्तिष्क हीं हैं जो हमारे शरीर गाइड करता है और हमारे सोचने, समझने, सीखने, निर्णय लेने और कार्य करने की क्षमता को नियंत्रित करता है। अब अगर हमारा मस्तिष्क हीं अस्वस्थ अर्थात नकारात्मक बातों से भरा होगा तो हम इन सभी कार्यों को प्रभावी ढंग से भला कैसे कर सकते हैं?
अगर कोई इंसान खाली बर्तन हाथ में लिया है तो इसका मतलब हम भले ही लगा लें कि वह भीख मांग रहा है। हालांकि यह भी तो हो सकता है की वह सबकुछ बांटकर अपना वर्तन खाली कर चुका है। 
कहने का आशय सिर्फ इतना है कि हम दूसरों में वही देखते हैं जो हम खुद होते हैं या जो हमारी सोच होती है।
Remember..."We perceive things as we are, not as they are."



मानसिक चुनौतियों का सामना करना:
 मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिए उसे लगातार सक्रिय रखना चाहिए। इसलिए हमें मानसिक चुनौतियों का सामना करना चाहिए, जैसे कि नए कौशल सीखना, समस्याओं को हल करना, और रचनात्मक कार्य करना।
तनाव से बचना: 
तनाव मस्तिष्क के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए हमें तनाव से बचने के लिए प्रयास करने चाहिए।
जब हम इन सभी बातों का ध्यान रखते हैं, तो हमारा मस्तिष्क स्वस्थ रहता है। इससे हमें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिलती है।

यहां कुछ विशिष्ट तरीके दिए गए हैं जिनसे स्वस्थ मस्तिष्क सफलता के लिए आवश्यक है:
  • सफलता के लिए आवश्यक सोचने, समझने और सीखने की क्षमता को स्वस्थ मस्तिष्क ही प्रदान करता है।
  • सफलता के लिए आवश्यक निर्णय लेने और कार्य करने की क्षमता को भी स्वस्थ मस्तिष्क ही नियंत्रित करता है।
  • सफलता के लिए आवश्यक रचनात्मकता और नवाचार को भी स्वस्थ मस्तिष्क ही प्रेरित करता है।
  • इसलिए, सफलता के लिए स्वस्थ मस्तिष्क का होना आवश्यक है।
स्वस्थ मस्तिष्क के लिए कुछ आवश्यक टिप्स :
नियमित व्यायाम और सक्रिय जीवन शैली: 
व्यायाम मस्तिष्क को रक्त और ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाता है, जो मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। इसके अलावा, व्यायाम मस्तिष्क में नए न्यूरॉन्स और सिनेप्स के विकास को बढ़ावा देता है।
अच्छी नींद: 
नींद मस्तिष्क को आराम और मरम्मत करने का समय देती है। पर्याप्त नींद न लेने से मस्तिष्क की कार्यक्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
संतुलित आहार लें:
 मस्तिष्क के लिए स्वस्थ आहार में पर्याप्त प्रोटीन, विटामिन, और खनिज शामिल होने चाहिए। प्रोटीन मस्तिष्क के ऊतकों के निर्माण और मरम्मत के लिए आवश्यक है। विटामिन और खनिज मस्तिष्क के कार्य के लिए आवश्यक कई एंजाइमों और हार्मोन के उत्पादन में मदद करते हैं।
धूम्रपान छोड़ें और शराब का सेवन सीमित करें:
 धूम्रपान और शराब का सेवन मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। धूम्रपान मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह को कम करता है, जबकि शराब मस्तिष्क के ऊतकों को नुकसान पहुंचा सकती है।
मानसिक रूप से सक्रिय रहना: 
मानसिक रूप से सक्रिय रहना मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। नई चीजें सीखना, पहेली या क्रॉसवर्ड सॉल्व करना, और सामाजिक गतिविधियों में शामिल होना मस्तिष्क को चुनौती देने और नए न्यूरॉन्स के विकास को बढ़ावा देने में मदद करता है।





Point Of View : चिंता को कम करके ज्यादा खुश कैसे रहें



Point Of View: आज की जीवन संस्कृति में जहां समय और दूरी समग्र सफलता को मापने का अंतिम कारक है, कोई भी समग्र जीवन के लिए कम चिंता करने और अधिक खुश रहने की आवश्यकता को समझ सकता है। कम चिंता करना और अधिक खुश रहना अंतिम लक्ष्य है जिसके लिए बहुत से लोग प्रयास करते हैं। कहने की जरूरत नहीं है, चिंता को कम करने और खुशी बढ़ाने में अक्सर सकारात्मक आदतें अपनाना और कुछ विचार पैटर्न बदलना शामिल होता है। आपकी चिंता कम करने और आपके समग्र स्वास्थ्य को बढ़ाने में मदद करने के लिए यहां कुछ युक्तियां दी गई हैं:

अपने तनाव और चिंता को प्रबंधित करें:

माइंडफुलनेस और ध्यान: ये अभ्यास आपको अपने विचारों और भावनाओं के बारे में अधिक जागरूक बनने में मदद कर सकते हैं, और आपको उनसे अधिक आसानी से अलग होने की अनुमति दे सकते हैं। निर्देशित ध्यान का प्रयास करें या बस हर दिन कुछ मिनट के लिए अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें।

गहरी साँसें: जब आप तनाव महसूस कर रहे हों तो अपने पेट से धीमी, गहरी साँसें लें। यह आपके शरीर और दिमाग को शांत करने में मदद कर सकता है।

व्यायाम: शारीरिक गतिविधि तनाव को कम करने और अपने मूड को बेहतर बनाने का एक शानदार तरीका है। सप्ताह के अधिकांश दिनों में कम से कम 30 मिनट की मध्यम-तीव्रता वाले व्यायाम का लक्ष्य रखें।

स्वस्थ नींद का शेड्यूल बनाए रखें: पर्याप्त नींद लेना शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। हर रात 7-8 घंटे की नींद का लक्ष्य रखें।

कैफीन और अल्कोहल को सीमित करें: ये पदार्थ चिंता को बढ़ा सकते हैं और सोना कठिन बना सकते हैं।

नकारात्मक विचारों को चुनौती दें:

नकारात्मक विचार पैटर्न को पहचानें और चुनौती दें: अक्सर, हमारी चिंताएँ अवास्तविक या अनुपयोगी सोच पर आधारित होती हैं। संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी (सीबीटी) आपको इन नकारात्मक विचारों को पहचानना और चुनौती देना सिखा सकती है।

कृतज्ञता का अभ्यास करें: अपने जीवन में अच्छी चीजों पर ध्यान केंद्रित करने से आपके दृष्टिकोण को बदलने और आपके मूड को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है। एक कृतज्ञता पत्रिका रखने का प्रयास करें और प्रत्येक दिन कम से कम तीन चीजें लिखें जिनके लिए आप आभारी हैं।

उस पर ध्यान केंद्रित करें जिसे आप नियंत्रित कर सकते हैं: चिंता अक्सर उन चीज़ों के इर्द-गिर्द घूमती है जो हमारे नियंत्रण से बाहर हैं। इसके बजाय, उन चीज़ों पर ध्यान केंद्रित करें जिन्हें आप नियंत्रित कर सकते हैं, जैसे कि आपके विचार, आपके कार्य और स्थितियों पर आपकी प्रतिक्रियाएँ।

दूसरों से जुड़ें:

प्रियजनों के साथ समय बिताएं: खुशी के लिए सामाजिक जुड़ाव जरूरी है। उन लोगों के लिए समय निकालें जो आपको अच्छा महसूस कराते हैं और नियमित रूप से उनके साथ समय बिताएँ।

किसी ऐसे व्यक्ति से बात करें जिस पर आप भरोसा करते हैं: किसी भरोसेमंद दोस्त, परिवार के सदस्य या चिकित्सक के साथ अपनी चिंताओं को साझा करने से आपको कम अकेलापन महसूस करने और अलग-अलग दृष्टिकोण प्राप्त करने में मदद मिल सकती है।

किसी क्लब या समूह में शामिल हों: ऐसे लोगों से जुड़ना जो आपकी रुचियों को साझा करते हैं, अकेलेपन से निपटने और नए दोस्त बनाने का एक शानदार तरीका हो सकता है।

अपना ख्याल रखें:

स्वस्थ आहार लें: पौष्टिक आहार खाने से आपके मूड और ऊर्जा के स्तर को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है।

स्क्रीन पर समय सीमित करें: स्क्रीन पर बहुत अधिक समय बिताना आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। पूरे दिन टेक्नोलॉजी से ब्रेक लेने की कोशिश करें।

वे काम करें जिनमें आपको आनंद आता है: उन गतिविधियों के लिए समय निकालें जिनसे आपको खुशी मिलती है, चाहे वह पढ़ना हो, संगीत सुनना हो, प्रकृति में समय बिताना हो या कोई शौक पूरा करना हो।

याद रखें, हर कोई अलग है, और जो एक व्यक्ति के लिए काम करता है वह दूसरे के लिए काम नहीं कर सकता है। अपने साथ धैर्य रखें और विभिन्न रणनीतियों के साथ प्रयोग करें जब तक कि आपको वह चीज़ न मिल जाए जो आपको कम चिंता करने और अधिक खुश रहने में मदद करती है। यदि आपकी चिंताएँ आपके दैनिक जीवन में हस्तक्षेप कर रही हैं तो पेशेवर मदद लेना भी महत्वपूर्ण है।

Point Of View : संसार सिर्फ आपके लिए नही बनी है, परिस्थितियों को स्वीकार करना सीखें


नजरिया जीने का Inspiring thoughts: संसार सिर्फ आपके लिए नही बनी है, परिस्थितियों को स्वीकार करना सीखें

Point Of View: परिस्थितियों से सामना करना एक महत्वपूर्ण जीवन कौशल है और इनसे निबटने का सबसे अच्छा उपाय है कि आप इन्हे स्वीकार करें और उनसे डरने की बजाय उनका सामना करने का निर्णय लें। आप इन विपरीत परिस्थितियों को ऐसे लें कि यह हमें कठिन समय में भी धैर्य और दृढ़ता बनाए रखने में मदद करता है। परिस्थितियों से सामना करना सीखने के लिए आप कुछ टिप्स की मदद ले सकते हैं:

परिस्थिति को स्वीकार करें। सबसे पहले, हमें यह स्वीकार करना होगा कि परिस्थिति हमारे नियंत्रण में नहीं है। हम इसे बदल नहीं सकते, लेकिन हम इसका सामना कर सकते हैं.

परिस्थिति को स्वीकार करें। 
सबसे पहले, हमें यह स्वीकार करना होगा कि परिस्थिति हमारे नियंत्रण में नहीं है और इसे बदल तो नहीं सकते, लेकिन इसका सामना कर सकते हैं और इसे आप ।

परिस्थिति का विश्लेषण करें- अगला, हमें परिस्थिति का विश्लेषण करना होगा। हमें यह समझने की कोशिश करनी चाहिए कि यह परिस्थिति कैसे उत्पन्न हुई और इसका हमारे जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
एक योजना बनाएं- एक बार जब हम परिस्थिति को समझ लेते हैं, तो हमें एक योजना बनानी चाहिए। हमें यह तय करना होगा कि हम इस परिस्थिति का सामना कैसे करेंगे।
अपनी योजना पर अमल करें- अंत में, हमें अपनी योजना पर अमल करना होगा। हमें धैर्य और दृढ़ता रखनी होगी, भले ही परिस्थिति कठिन हो।
परिस्थितियों से सामना करने के लिए कुछ विशिष्ट तरीके यहां दिए गए हैं:

सकारात्मक दृष्टिकोण रखें- कठिन समय में भी, सकारात्मक दृष्टिकोण रखना महत्वपूर्ण है। इससे हमें धैर्य और दृढ़ता बनाए रखने में मदद मिलेगी।
अपने आप को समर्थन दें। कठिन समय में, अपने आप को समर्थन देना महत्वपूर्ण है। हम ऐसा अपने परिवार, दोस्तों, या किसी पेशेवर सलाहकार से बात करके कर सकते हैं।
स्वस्थ आदतें अपनाएं। स्वस्थ आदतें अपनाने से हमें मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत रहने में मदद मिल सकती है। इन आदतों में अच्छी नींद लेना, स्वस्थ आहार खाना, और नियमित रूप से व्यायाम करना शामिल हैं।
परिस्थितियों से सामना करना सीखना एक समय लेने वाली प्रक्रिया है। लेकिन, इस कौशल को विकसित करने से हमें जीवन में सफल होने में मदद मिलेगी।

जीवन की खूबसूरती इसके साथ निरंतर घटने वाली प्रत्येक घटनाओं का लुत्फ उठाते हुए जीने में होती है और जब हम इसमें आनंद उठाने किंकला सीख जाते हैं, हमारे लिए जीवन का मायने हीं बदल जाती है।।।।

याद रखें, जीवन में घटनाओं पर आपका नियंत्रण हमेशा नही होती है।।।।पर आप उन घटनाओं से प्रभावित अवश्य होते हैं।।

उठना है तुझे नहीं गिरना है, जो गिरा तो फिर से उठना है,
अब रुकना नहीं इक पल तुझको, बस हर पल आगे बढ़ना है,
राहों में मिलेंगे तूफ़ान कई, मुश्किलों के होंगे वार कई,
इन सबसे तुझे न डरना है, तू लक्ष्य पे अपने जोर दे,
घुट-घुट कर जीना छोड़ दे,
-नरेंद्र वर्मा


अगर आपकी कार की स्टेयरिंग आपके हाथ में हैं और होने वाले किसी एक्सीडेंट के लिए आप खुद को दोष दे सकते हैं और यह स्वाभाविक भी है।।।।अगर गाड़ी की स्टेयरिंग आपके हाथों में है तो आपके साथ होने वाली किसी भी दुर्घटना की जिम्मेदारी से आप कैसे बच सकते हैं।।।।
वो कहते हैं ना, "परिस्थितियां हमेशा तुम्हारे अनुकूल रहे ऐसी आशा नहीं कारों क्योंकि यह संसार सिर्फ तुम्हारे लिए थोड़े ही बना है।"

लेकिन रेल गाड़ी या हवाई जहाज या अन्य पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम में भी तो हम यात्रा करने को बाध्य होते हैं जहां की स्टेयरिंग हमारे हाथो में नही होती है और फिर दुर्घटना तो कहीं भी होती है।।।


याद रखें दोस्तों, जीवन में घटने वाली प्रत्येक घटनाएं हमें कुछ सीखाने के लिए आती है, बुद्धिमान लोग लेसन लेकर आगे बढ़ जाते हैं।




याद रखें दोस्तों, जीवन एक निरन्तर बहती धारा है। हर दिन अनोखा है और हर काम की अपनी चुनौतियाँ हैं। हमें अपने काम से प्यार करना सीखना चाहिए और इसके हर क्षण का आनन्द लेना चाहिए।
तू छोड़ ये आंसू उठ हो खड़ा,
मंजिल की ओर अब कदम बढ़ा,
हासिल कर इक मुकाम नया,
पन्ना इतिहास में जोड़ दे,
घुट-घुट कर जीना छोड़ दे,
-नरेंद्र वर्मा




नजरिया जीने का: पढ़ें और भी...

रिश्ते खास हैं, इन्हे अंकुरित करें प्रेम से, जिंदा रखें संवाद से और दूर रखें गलतफहमियों से

इमोशनल हैं, तो कोई वादा नहीं करें और गुस्से में हों तो इरादा करने से परहेज करें

स्व-अनुशासन के महत्त्व को समझे और जीवन को बनाएं सार्थक 

रखें खुद पर भरोसा,आपकी जीत को कोई ताकत हार में नहीं बदल सकती



Point Of View : सही लक्ष्य का चयन है सफलता का राज, लक्ष्य सेट करते समय रखे इन बातों पर ध्यान

Inspiring Thoughts Goal Motivational Quotes for Success
Point Of View : लक्ष्य का सही चयन करना और उसकी प्राप्ति के लिए मेहनत और निष्ठा महत्वपूर्ण हैं। सही लक्ष्यों का चयन करके, आप अपने जीवन में सफलता की दिशा में बढ़ सकते हैं।
 यह लक्ष्य ही हैं जो हमें अपने जीवन में अपने वजूद और वजह का आधार और बुनियाद प्रदान करता है.  लक्ष्य निर्धारण हमारे जीवन के लिए महत्वपूर्ण क्यों है, यह सबसे आम प्रश्न है जो हमारे मन में उठता है. 

सही लक्ष्य का चयन कैसे करें:

स्वयं अध्ययन (Self-Reflection): अपनी प्राथमिक रुचियों, प्राकृतिक क्षमताओं का हमेशा आकलन करें क्योकि खुद के  अतिरिक्त कोई और आपका मुख्यांकन उतना अच्छा नहीं कर जायेगा जितना आप अपने अपने आप को करेंगे.  आपके इंटरेस्ट्स, पैशन, और क्षमताओं को पहले पहचाने और समझकर लक्ष्य तय करें।

स्वयं को समझें (Know Yourself): आखिर आपके स्वभाव, मूल्य, और लक्ष्यों को आपके अतिरिक्त कोई और उतना ईमानदारी से कैसे कर सकता है जितना ईमानदारी आप आप अपनी विशेषताओं और जरूरतों को समझेंगे । आपके स्वाभाविक प्रवृत्तियों और मूल्यों के साथ मेल खाते हुए लक्ष्य चयन करें।

स्वयं में योग्यता की पहचान (Identify Your Competence): आपकी क्षमताओं, योग्यताओं, और दक्षताओं को पहचानें और उन्हें आपके लक्ष्य के साथ मेल करने का प्रयास करें।

आधुनिकता और आगामी चुनौतियों का सामना (Relevance and Future Challenges): आपके लक्ष्य का सामर्थ्य और उसकी महत्वपूर्णता की जांच करें। आपके लक्ष्यों को आधुनिक या आगामी चुनौतियों के साथ मेलाने का समर्थन करना महत्वपूर्ण है।

दीर्घकालिक और संक्षेपिक लक्ष्यों की तैयारी (Short-term and Long-term Goals): छोटे और बड़े लक्ष्य तय करें। दीर्घकालिक लक्ष्य आपकी दिशा दिखा सकते हैं, जबकि संक्षेपिक लक्ष्य आपको निरंतर मोटीवेट कर सकते हैं।

मान्यता और संतोष (Recognition and Satisfaction): आपके लक्ष्यों की प्राप्ति पर मान्यता और संतोष को महत्वपूर्ण बनाए रखें।

सही संसाधन (Right Resources): अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सही संसाधनों का चयन करें, जैसे कि शिक्षा, अनुभव, और मेंटरशिप।

स्वतंत्रता (Autonomy): आपके लक्ष्य और उनकी प्राप्ति को लेकर आपकी स्वतंत्रता बनाए रखें।

नियमित मूल्यांकन (Regular Evaluation): अपने प्रगति को नियमित रूप से मूल्यांकित करें और जरूरत के हिसाब से अपने लक्ष्यों में सुधार करें।

लक्ष्य को पाने के लिए आपके द्वारा की जाने वाले प्रयासों को नियमित मूल्याङ्कन भी जरुरी है. इससे न केवल आपके रणनीति को जानने और समझने में मदद मिलेगी बल्कि आप परिणामों और फीडबैक पर भी नजर रख सकते हैं. यहां कुछ अतिरिक्त युक्तियां दी गई है जो आपके लक्ष्य को पाने में मदद कर सकती है-
  • अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए समय सीमा निर्धारित करें।
  • अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए एक योजना बनाएं।
  • अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आवश्यक संसाधनों की पहचान करें।
  • अपनी प्रगति को ट्रैक करने के लिए एक प्रणाली स्थापित करें।
  • अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए दूसरों से मदद और समर्थन प्राप्त करें।

याद रखें दोस्तों, अपने जीवन को एक वास्तविक कारण से सक्रिय रखने के लिए, आपको अपने जीवन में अपना लक्ष्य निर्धारित करना होगा। अपने जीवन में किसी भी मंजिल के लिए लक्ष्य निर्धारित किए बिना, आप अपने जीवन में अपनी सफलता की जांच नहीं कर सकते।


जीवन में एक लक्ष्य का होना ही आपके लिए आपके जीवन में आकर्षण पैदा करने के लिए काफी है. लक्ष्य का निर्धारण ही आपके ध्यान को निर्देशित करने में मदद करता है और आपको जीवन में उस गति को बनाए रखने में मदद करता है... यह लक्ष्यों की सेटिंग है जो आपको आपके जीवन का रोड मैप प्रदान करती है... अपना ध्यान केंद्रित करें और आत्म-निपुणता की भावना को बढ़ावा दें।

Inspiring Thoughts Goal Motivational Quotes for Success

ध्यान रखें,  जीवन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण उपहार है, इस तथ्य के बावजूद कि यह पूरी तरह से एक मुश्किलों  से भरा खेल है जो काफी चुनौतियों से भरी पड़ी है... 

Inspiring Thoughts Goal Motivational Quotes for Success


जीवन बहुत महत्वपूर्ण है और यह कीमती है और इसका उपयोग करने का एक कारण होना चाहिए. अपने जीवन के लिए एक लक्ष्य निर्धारित करना अंतिम और वास्तविक कारण है जो आपको अपने जीवन में प्रेरित और ऊर्जावान बनाए रखता है.

Inspiring Thoughts Goal Motivational Quotes for Success


याद रखें लक्ष्य वह अंतिम कारक है जो आपको जीने का कारण प्रदान करता है और यह आपको अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रेरित करता है…।

आराम की तुम भूल-भुलैया में न भूलो 

सपनों के हिंडोलों में मगन हो के न झूलो 

अब वक़्त आ गया मेरे हंसते हुए फूलों 

उठो छलांग मार के आकाश को छू लो

तुम गाड़ दो गगन में तिरंगा उछाल के 

इस देश को रखना मेरे बच्चों संभाल के.

-प्रदीप 


कहने की जरुरत नहीं कि हम सभी के जीवन में काफी कुछ हासिल करना एक चुनौती की तरह है और निश्चित ही हमार सीमित समय   और साधनों के अंतर्गत विषम परिस्थितियों में काम करते हुए उसे प्राप्त करने की चुनौती होती है. 

Inspiring Thoughts Goal Motivational Quotes for Success


हमें न केवल व्यक्तिगत, बाकि प्रोफेशनल और भी लक्ष्यों को हासिल करने होते हैं जिनके सामाजिक और पारिवारिक सरोकारों से सम्बंधित  कई लक्ष्यों को प्राप्त करना है ... जाहिर है कि  इसके लिए सम्बंधित लक्ष्य का  निर्धारित करना अंतिम उपाय है जो यह सुनिश्चित करता है कि हम अपना अधिकतम लाभ उठा सकें जीवन और पूरी तरह से जियो!

Inspiring Thoughts Goal Motivational Quotes for Success


विश्व प्रसिद्ध वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन ने कहा है..."यदि आप एक सुखी जीवन जीना चाहते हैं, तो इसे एक लक्ष्य से बांधें, न कि लोगों या चीजों से।"...निश्चित रूप से यह जीवन का अंतिम सत्य है कि जीवन बिना सेटिंग के लक्ष्य का कोई महत्व नहीं होता...

Inspiring Thoughts Goal Motivational Quotes for Success


अपने जीवन में हर उद्देश्य के लिए अपना लक्ष्य निर्धारित किए बिना, आप किसी विशेष गंतव्य के लिए अपने प्रयासों की सफलता को कैसे माप सकते हैं। एक लक्ष्य निर्धारित करना अंतिम कारक है जो आपको उन लक्ष्यों को प्राप्त करने और पार करने के लिए अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने के लिए प्रेरित करता है जो आपके सर्वोत्तम जीवन को संभव बनाते हैं।

Inspiring Thoughts Goal Motivational Quotes for Success


यह आपके जीवन का लक्ष्य है जो आपके जीवन के लिए एक ठोस और वास्तविक कारण प्रदान करता है। जैसे कि आपके जीवन में एक लक्ष्य निर्धारित करने के बाद, आप अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेंगे और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अपने आप में एक भूख पैदा करेंगे। अपने जीवन की हर लड़ाई में आपको एक लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए और तभी आप अपने लक्ष्य के लिए अपने आप में एक मजबूत जुनून पैदा कर सकते हैं।